भारतीय विचार केंद्रम (प्रज्ञा प्रवाह, केरल की एक इकाई) के उपाध्यक्ष डॉ. बी.एस. हरिशंकर ने 27 अगस्त की तड़के अंतिम सांस ली। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक और पद्मविभूषण से सम्मानित स्व. पी. परमेश्वरन के करीबी सहयोगी रहे थे।
श्री हरिशंकर ने मोहनजोदड़ो की खुदाई में भाग लिया था। वे इंडियन इंस्टीट्यूट आफ एडवांस स्टडीज और फिल्म सेंसर बोर्ड के सदस्य भी रहे। उन्होंने पूरे जीवन राष्ट्रीय के प्रचार-प्रसार के लिए काम किया।
श्री हरिशंकर ने अनेक पुस्तकें भी लिखी। -इनमें प्रमुख हैं- ‘बियॉन्ड रैम्पेज-वेस्ट एशियन कॉन्टैक्ट्स आफ मालाबार एंड खिलाफत’ और ‘अनएक्सप्लोरेड डाइमेंशन्स आफ मोपला रायट्स’। हरिशंकर जी के निधन से राष्ट्रीय विचारधारा को बड़ा नुकसान हुआ है।
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