मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीते पांच वर्षों में जैसे माफिया राज का खात्मा कर प्रदेश को दंगामुक्त बनाया गया है, अब उसी तरह भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम शुरू होगी। भ्रष्टाचारी कोई भी हो, जीरो टॉलरेंस के साथ उसकी सात पीढ़ियों की इकट्ठा की गई संपत्ति का अधिग्रहण किया जाएगा और उसका उपयोग गरीबों के हित में होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को वीरबहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर परिसर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार 2017 के पहले की सरकारों के ‘जीन’ में शामिल था। तब अपने ठेकेदारों और गुर्गों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार योजनाएं बनाती थीं। हर ‘काम’ का ‘दाम’ पहले से तय होता था। सत्तापोषित भ्रष्टाचार का यह रैकेट घुन की तरह पूरे प्रदेश की व्यवस्था को खोखला कर रहा था, जिसका खामियाजा पूरे प्रदेश को भुगतना पड़ता था। लेकिन आज परीक्षाएं हों या नियुक्तियां, सबमें शुचिता और पारदर्शिता है। शासन की योजनाओं का लाभ बिना किसी भेदभाव के पात्र व्यक्ति को मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि जौनपुर जैसा असीमित संभावनाओं वाला जिला दशकों से विकास की आस में था, आज उसे वह सब कुछ मिल रहा है, जिसका जौनपुर हकदार है। यहां के पारंपरिक इत्र के कारोबार को पुनर्जीवित करने के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार हो गई है, तो इमरती की जीआई टैगिंग कराई जा रही है। जौनपुर के इत्र और इमरती की सुगंध और मिठास अब वैश्विक होने जा रही है। हर किसी को अपने कार्यक्षेत्र में ईमानदारी और शुचिता बनाये रखनी होगी। आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को पूरा करने में सभी का सहयोग जरूरी है। अब कोई भी अपने गांव एवं शहर के विकास में सीधी भागीदारी कर सकता है। आत्मनिर्भर ग्राम पंचायत एवं शहरी निकायों को स्मार्ट बनाने के लिए प्रदेश सरकार वित्तीय सहयोग भी देगी।
हाल ही में जारी एनसीआरबी रिपोर्ट का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश में सुरक्षा, शांति और समृद्धि के अपने संकल्प को दोहराया और कहा कि सरकार के संवेदनशील कोशिशों से प्रदेश में औद्योगिक निवेश बढ़ा है और रोजगार के नए माध्यम बन रहे हैं। नतीजतन, आज प्रदेश की ऊर्ज़ा और प्रतिभा का पूरा उपयोग प्रदेश के विकास में हो रहा है।
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