देहरादून। देश के उद्योगपतियों को स्वदेशी भाव अपनाकर स्वावलंबी भारत के निर्माण का हिस्सा बनना चाहिए। स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठक कश्मीरी लाल ने यह यह विचार व्यक्त किया। वह स्वावलंबी भारत अभियान समिति के कार्यकम को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे।
स्वावलंबी भारत अभियान समिति के तहत देहरादून में उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलन कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम में प्रदेश भर से पहुंचे 55 लघु उद्यमियों को सम्मानित किया गया। दून विश्वविद्यालय की कुलपति और मुख्य अतिथि डॉ सुरेखा डंगवाल ने कहा कि स्वदेशी अपनाने से देश का निर्माण होगा और आत्मनिर्भर भारत ही विश्व गुरु बनेगा।
मुख्य वक्ता कश्मीरी लाल ने कहा कि हमारा देश आर्थिक रूप से तभी सशक्त बनेगा जब हमारे उद्योगपति स्वदेशी भाव से अपने उत्पादों को बाजार में लाएंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक युद्धवीर जी ने उद्योगपतियों को भारत को, उत्तराखंड राज्य को अपनी सेवाओं से आर्थिक रूप से सुदृढ़ करने का आह्वान करते हुए कहा कि आपके प्रयासों से ही स्वदेश का भाव जागेगा। कार्यक्रम में संस्थान के चेयरमैन गुरुदेव सिंह वार्नेय, आरएसएस के प्रांत सह प्रचार प्रमुख संजय जी, अभियान के प्रान्त समन्वयक दरवान सिंह, विशाल जिंदल सहित सभी संगठनों के प्रमुख लोग उपस्थित रहे।
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