मेरठ के पास महाभारत कालीन नगरी हस्तिनापुर में पांडव टीले के पास पुरातत्व विभाग के रिजर्व एरिया में पुराने हस्तिनापुर के रहने वाले एक व्यक्ति द्वारा अवैध मजार निर्माण कराने का हिंदू संगठन ने भारी विरोध किया। मजार के अवैध निर्माण की शिकायत कई दिनों से शासन-प्रशासन के अधिकारियों को दी जा रही थी, लेकिन प्रशासन सोया रहा।
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आज अवैध रूप से बनाई जा रही मजार के स्थल पर हंगामा किया, खबर डीएम तक पहुंची जिसके बाद अफसरों की नींद टूटी मौके पर आए एसडीएम ने हिंदू नेताओं को कारवाई का भरोसा दिया और मजार बनाने वाले के खिलाफ कारवाई के लिए तहसीलदार को कहा।
कस्बे का प्राचीन पांडव टीला पुरातत्व विभाग के अधीन है। यहां किसी भी प्रकार के निर्माण के लिए विभाग से अनुमति लेनी पड़ती है। परंतु कई दिनों से हस्तिनापुर निवासी एक व्यक्ति द्वारा मजार का अवैध निर्माण जाता रहा।
यह निर्माण एक मजार है और यहां एक हरी चादर बिछाकर खाद फूंक होने लगी और दूर-दराज से लोग झाड़ू, गुड़, चादर और मुर्गे की बलि देने के लिए पहुंचने लगे।
इस बात की जानकारी मिलने पर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता यहां पहुंचे और उन्होंने मामले की जानकारी अपने संगठन उच्च पदाधिकारियों को दी जिनके द्वारा शासन प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया गया। डीएम दीपक मीना को मामले की जानकारी लगते ही शासन-प्रशासन के अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
प्रशासनिक अधिकारियों का दल जैसे ही वहां पहुंचा विश्व हिंदू बजरंग दल के दर्जनों कार्यकर्ता भी वहां पहुंच गए। इस दौरान यहां पहले ही दिल्ली व अन्य जगहों से इबादत के लिए लोग आए थे। लोगों द्वारा वहां मुर्गे की बलि देने का प्रयास किया जा रहा था, जिसका बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने विरोध किया।
मौके पर मौजूद दर्जनों कार्यकर्ताओं ने कहा कि हिंदू धर्म से जुड़ा संरक्षित क्षेत्र है और यहां पर कोई बलि नहीं दी जाएगी और यह मजार का निर्माण अवैध है। यह लोगों को गुमराह करने के लिए किया गया है। लिहाजा इस मजार को तोड़ा जाए। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पुरातत्व विभाग के अधिकारियों के साथ थाना पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से मजार के निर्माण का आरोप लगाया। उनका कहना है कि पिछले कई दिनों से यहां पर निर्माण हो गया है और इन्हें भनक नहीं है। उन्होंने अवैध निर्माण हटाने की मांग की है।
वहीं मामले को लेकर एसडीएम मवाना अखिलेश यादव, और सीओ यूपी सिंह ने कहा है कि मजार का अवैध निर्माण करने वाले व्यक्ति के खिलाफ पुरातत्व विभाग के अधिकारियों को एफआईआर करने के निर्देश दिए गए हैं और स्थिति का निरीक्षण भी किया गया है जल्द ही अतिक्रमण हटवाया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक आरोपी व्यक्ति द्वारा खुद ही अवैध मजार को हटा लिए जाने की बात कही गई है।
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