कब्रिस्तान में आतंकी याकूब की कब्र बनी मजार, हमदर्दों ने मार्बल और एलईडी लाइट से सजाया

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SHIVAM DIXIT

भाजपा ने 1993 मुंबई बम ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन को लेकर पूर्व की उद्धव सरकार को घेरा है। मुंबई के मरीन लाइन्स रेलवे स्टेशन के सामने करीब 7 एकड़ में बने बड़े कब्रिस्तान में 5 साल पहले फांसी दिए जाने के बाद आतंकी याकूब मेमन की लाश को दफनाया गया था।

अब आतंकी की कब्र की एक फोटो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रही है। जिसमे दिख रहा है कि कैसे उस कब्र को मजार में बदल दिया गया है। याकूब की कब्र को पत्थर और लाइट से सजाया गया है। हालांकि यह तस्वीरें पुरानी हैं लेकिन सवाल यह भी है कि इसे लगाने की इजाजत किसने दी ?

भाजपा ने साधा निशाना

इस मामले को लेकर बीजेपी नेता राम कदम ने आरोप लगाया है कि उद्धव ठाकरे के सीएम रहते याकूब मेमन की कब्र, मज़ार में तब्दील हो गई। इसके लिए उद्धव ठाकरे, शरद पवार और राहुल गांधी को मुम्बई की जनता से माफी मांगनी चाहिए।

भाजपा नेता राम कदम ने सवाल पूछा है कि आखिर एक गुनाहगार की कब्र को सजाया क्यों गया है। भाजपा नेता राम कदम ने अपने ट्विटर हैंडल पर फोटो शेयर कर लिखा कि फोटो में 1993 के मुंबई ब्लास्ट के गुनहगार याकूब मेमन के कब्र को देखाया गया है। एक फोटो में याकूब मेमन के कब्र की पहले की तस्वीरें दिखाई गई और दूसरे फोटो में ताजा तस्वीरें शेयर की गई है।

इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए भाजपा नेता राम कमन ने कहा कि जो शख्स सैकड़ों लोगों की मौत का जिम्मेदार था, उसे इतना सम्मान क्यों दिया गया है। कब्र के सजाने को लेकर भाजपा नेता कदम ने महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधते हुए कहा है कि ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि इसमें उद्धव जी की कृपा है।

कब्र को तोड़ देना चाहिए

वहीं वीएचपी प्रवक्ता श्रीराज नायर का कहना है कि याकूब मेमन की पूरी कब्र को तोड़ देना चाहिए। आतंकी की कब्र पर लाइटें लगाना आतंकवाद को समर्थन देने जैसा है। इस खबर की सूचना मिलने पर मुंबई पुलिस की टीम ने मौके का जायजा लिया और वहां कब्र के पास लगी लाइटिंग को हटा दिया है। साथ ही मुंबई पुलिस इस मामले की जांच भी कर रही है।

कौन है याकूब मेमन

आतंकी याकूब 1993 के मुंबई बम धमाकों का दोषी है। मुंबई के बड़ा कब्रिस्तान में आतंकी याकूब मेमन की कब्र है लेकिन इसे पिछले दिनों सजाया गया है और मार्बल लगाया गया है इसके अलावा इसके आस पास लाइट भी लगाई गई थी। लेकिन अब भी यही सवाल बरकरार है कि 1993 में 257 निर्दोष लोगों की हत्या के दोषी याकूब की मजार को कौन सजा संवार रहा है ये वही आतंकी था जिसने मुंबई धमाकों में अहम भूमिका निभाई थी। 2015 में फांसी से एक दिन पहले देर रात कुछ लोगों ने फांसी के खिलाफ याचिका दी थी जिसके बाद देर रात सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की और फांसी की सजा को सही ठहराया था। और जब आतंकी याकूब का शव दफनाया जा रहा था तब भी काफी लोग पहुंचे थे। यानि आतंकी के कुछ हमदर्द अब भी देश में मौजूद हैं।

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