पश्चिम बंगाल के बीरभूम के नानूर में तृणमूल कांग्रेस छोड़ने पर एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी है. परिजनों का आरोप है कि मृतक बशीर शेख पर चोरी का आरोप लगाकर टीएमसी के गुंडों ने उसे मार डाला. परिवार का कहना है कि बशीर पहले तृणमूल कांग्रेस से जुड़ा था लेकिन कुछ साल पहले सक्रिय राजनीति से उसने नाता तोड़ लिया. उसके बाद से उसका किसी भी राजनीतिक दल से सम्बन्ध नहीं रहा. आरोप है कि पहले उसे फर्जी मामलों में फंसाया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई. मामले की शिकायत पुलिस में की गई है.
फर्जी मामलों में फंसाने का आरोप
खबरों के अनुसार बशीर शेख नानूर के संतारा गांव का रहने वाला है. परिवार का आरोप है कि बशीर पहले राज्य की सत्ताधारी पार्टी से जुड़ा था, लेकिन कुछ साल पहले सक्रिय राजनीति से हट गया. उसके बाद किसी भी राजनीतिक दल से उसका जुड़ाव नहीं रहा. लेकिन उस पर बार-बार तृणमूल में शामिल होने का दबाव डाला गया. बशीर को कई बार झूठे मामले में फंसाया गया था, लेकिन उसने तृणमूल कांग्रेस में वापसी नहीं की. परिवार का दावा है कि गांव के दो तृणमूल नेताओं-राजा शेख और खेलान शेख ने बशीर को घर से बुलाया था. मृतक के परिवार ने आरोप लगाया कि उसे पड़ोसी के घर में चोरी करने के आरोप में पकड़ा गया और एक स्थानीय क्लब में बंद कर दिया गया. वहां उसे पीटा गया. बाद में, कुछ स्थानीय तृणमूल नेताओं और लोगों ने उसे बुरी तरह से रॉड और लाठी से पीट-पीटकर मार डाला.
पुलिस ने शुरू की जांच
मृतक के दादा नसीम शेख का कहना है कि बशीर की सुनियोजित तरीके से हत्या की गई है. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मंगलकोट अनुमंडल अस्पताल भेज दिया है. साथ ही उनके परिवार की ओर से थाने में लिखित शिकायत भी की गई है. पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है.हालांकि तृणमूल नेतृत्व ने बशीर के परिजनों की ओर से लगाये जा रहे आरोपों से इंकार किया.
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