जानिये कहां से लिया गया है ‘आईएनएस विक्रांत’ का आदर्श वाक्य और क्या है इसका अर्थ
Monday, June 5, 2023
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
    • Podcast Series
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
    • Podcast Series
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • G20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • Subscribe
होम भारत

जानिये कहां से लिया गया है ‘आईएनएस विक्रांत’ का आदर्श वाक्य और क्या है इसका अर्थ

नौसेना के मुताबिक विक्रांत का करीब 76 फीसदी हिस्सा देश में मौजूद संसाधनों से ही निर्मित हुआ है और यह भारत में बना सबसे बड़ा युद्धपोत है।

WEB DESK by WEB DESK
Sep 3, 2022, 09:38 am IST
in भारत, रक्षा
भारत का गौरव आईएनएस विक्रांत

भारत का गौरव आईएनएस विक्रांत

Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail
https://panchjanya.com/wp-content/uploads/speaker/post-249055.mp3?cb=1662178288.mp3

भारत का पहला स्वदेशी और अत्याधुनिक स्वचालित यंत्रों से युक्त युद्धपोत ‘आईएनएस विक्रांत’ भारतीय नौसेना के जंगी बेड़े में शामिल हो गया है। इसके साथ ही अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और इंग्लैंड के बाद भारत विश्व का छठा ऐसा देश बन गया है, जो 40 हजार टन का भारी-भरकम और विशालकाय एयरक्राफ्ट कैरियर बनाने की क्षमता रखता है। भारत ने दो विमानवाहक पोत ‘एचएमएस हरक्यूलीस’ (आईएनएस विक्रांत-1) तथा ‘एचएमएस हर्मीस’ (आईएनएस विराट) ब्रिटेन से खरीदे थे जबकि रूस से सोवियत काल का युद्धपोत ‘एडमिरल गोर्शकोव’ (आईएनएस विक्रमादित्य) खरीदा था, जो अभी भारतीय नौसेना के जंगी बेड़े का हिस्सा है।

नौसेना के मुताबिक विक्रांत का करीब 76 फीसदी हिस्सा देश में मौजूद संसाधनों से ही निर्मित हुआ है और यह भारत में बना सबसे बड़ा युद्धपोत है।

आईएनएस विक्रांत का आदर्श वाक्य को सुनकर हम सभी को गर्व होगा। इसका आदर्श वाक्य है ‘जयेम सम युधि स्पृधा’ ऋग्वेद से लिया गया है, जिसका अर्थ है, यदि कोई मुझसे लड़ने आया तो मैं उसे परास्त करके रहूंगा।

इसलिए विक्रांत नाम रखा

विक्रांत का अर्थ है विजयी एवं वीर। भारत में बने पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत का नाम ‘आईएनएस विक्रांत’ ही इसीलिए रखा गया है क्योंकि इससे पहले ब्रिटेन से खरीदे गए भारत के पहले विमानवाहक पोत ‘एचएमएस हरक्यूलीस’ का नाम ‘आईएनएस विक्रांत’ ही रखा गया था, जिसने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर विजय में अहम भूमिका के अलावा 1997 में सेवा से बाहर किए जाने से पहले विभिन्न अवसरों पर पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय नौसेना को मजबूत रखने में अहम भूमिका निभाई थी। उसी के प्रति प्यार और गौरव की भावना प्रदर्शित करने के लिए स्वदेशी विमानवाहक पोत का नाम ‘आईएनएस विक्रांत’ रखा गया है।

ये है विशेषता

आईएनएस विक्रांत की अधिकतम गति 28 नॉट्स (51 किलोमीटर प्रतिघंटा) तक है, जो समुद्र में उसकी असली ताकत है जबकि इसकी सामान्य गति 18 नॉट्स यानी करीब 33 किलोमीटर प्रतिघंटा है। एक बार में यह युद्धपोत 7500 नॉटिकल मील यानी 13 हजार किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी तय कर सकता है अर्थात् एक बार में भारत से निकलकर यह ब्राजील तक पहुंच सकता है और इस पर तैनात फाइटर जेट्स भी एक से दो हजार मील की दूरी तय कर सकते हैं। यह युद्धपोत एक बार में 30 एयरक्राफ्ट को ले जा सकता है, जिनमें मिग-29के फाइटर जेट्स के अलावा कामोव-31 अर्ली वॉर्निंग हेलीकॉप्टर, एमएच-60आर सीहॉक मल्टीरोल हेलीकॉप्टर तथा एचएएल द्वारा निर्मित एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर भी शामिल हैं। नौसेना के लिए भारत में ही निर्मित लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट ‘एलसीए तेजस’ भी इस विमानवाहक युद्धपोत से आसानी से उड़ान भर सकते हैं। आईएनएस विक्रांत की विमानों को ले जाने की क्षमता और इसमें लगे अत्याधुनिक और खतरनाक हथियार इसे दुनिया के कुछ खतरनाक पोतों में शामिल करते हैं। यही कारण है कि आईएनएस विक्रांत को भारतीय सेना की शान और नए भारत का अभिमान माना जा रहा है।

Topics: भारतीय नौसेनाइंडियन नेवीआदर्श वाक्ययुद्धपोत आईएनएस विक्रांत
Share10TweetSendShareSend
Previous News

मछुआरों की आड़  विकास पर  प्रहार

Next News

इमरान पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार

संबंधित समाचार

'सरकारी तोते' और कुर्सी की ठसक

सीबीआई ने सैन्य जानकारी साझा करने के मामले में पत्रकार और पूर्व नेवी कमांडर को किया गिफ्तार, 15 स्थानों पर छापेमारी

‘ऑपरेशन कावेरी’ : सबसे आगे रहते हिंदुस्थानी

‘ऑपरेशन कावेरी’ : सबसे आगे रहते हिंदुस्थानी

ऑपरेशन कावेरी: करीब 2000 भारतीयों को सूडान से निकाला गया

ऑपरेशन कावेरी: करीब 2000 भारतीयों को सूडान से निकाला गया

पनडुब्बी वागीर का पुनर्जन्म, नौसेना के युद्धक बेड़े में 23 जनवरी को होगी शामिल

पनडुब्बी वागीर का पुनर्जन्म, नौसेना के युद्धक बेड़े में 23 जनवरी को होगी शामिल

चीन हो जाओ सतर्क ! हिंद महासागर में भारत ने बढ़ाई अपनी ताकत, INS मोरमुगाओ भारतीय नौसेना में हुआ शामिल

चीन हो जाओ सतर्क ! हिंद महासागर में भारत ने बढ़ाई अपनी ताकत, INS मोरमुगाओ भारतीय नौसेना में हुआ शामिल

Indian Navy Day : जब हमारी नौसेना ने तबाह कर दिया था कराची पोर्ट

Indian Navy Day : जब हमारी नौसेना ने तबाह कर दिया था कराची पोर्ट

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

सिंगापुर ओपन सुपर 750 टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती की अगुआई करेंगे सिंधु, प्रणय

सिंगापुर ओपन सुपर 750 टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती की अगुआई करेंगे सिंधु, प्रणय

हिंदू बच्चों से कहता था शाहनवाज खान उर्फ बद्दो- ‘इस्लाम कुबूल कर लिया तो कभी नहीं हारोगे गेम’

हिंदू बच्चों से कहता था शाहनवाज खान उर्फ बद्दो- ‘इस्लाम कुबूल कर लिया तो कभी नहीं हारोगे गेम’

एयरलाइन कंपनियां चुनिंदा मार्गों पर हवाई किराए की स्वयं करें निगरानी: सिंधिया

एयरलाइन कंपनियां चुनिंदा मार्गों पर हवाई किराए की स्वयं करें निगरानी: सिंधिया

भारतीय रेलवे ने ओडिशा में रेल दुर्घटना के मृतकों की शिनाख्त की अपील की

भारतीय रेलवे ने ओडिशा में रेल दुर्घटना के मृतकों की शिनाख्त की अपील की

महाराष्ट्र: जुलूस के दौरान लहराया औरंगजेब का पोस्टर, चार गिरफ्तार

महाराष्ट्र: जुलूस के दौरान लहराया औरंगजेब का पोस्टर, चार गिरफ्तार

जन्मदिन पर सोशल मीडिया पर छाए योगी आदित्यनाथ, हिन्दू हृदय सम्राट करने लगा ट्रेंड

जन्मदिन पर सोशल मीडिया पर छाए योगी आदित्यनाथ, हिन्दू हृदय सम्राट करने लगा ट्रेंड

मुख्तार अंसारी को सजा सुनाए जाने के बाद हर-हर महादेव के घोष से गूंजा वाराणसी कचहरी परिसर

मुख्तार अंसारी को सजा सुनाए जाने के बाद हर-हर महादेव के घोष से गूंजा वाराणसी कचहरी परिसर

5 महीनों में 38 लाख से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने माता वैष्णो देवी के दर्शन करके बनाया नया रिकॉर्ड

5 महीनों में 38 लाख से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने माता वैष्णो देवी के दर्शन करके बनाया नया रिकॉर्ड

प्रिंसिपल और 2 टीचर हिन्दू से बनीं मुस्लिम, संचालक के पास हजारों एकड़ जमीन, बाल आयोग को मिले कई अहम सबूत

प्रिंसिपल और 2 टीचर हिन्दू से बनीं मुस्लिम, संचालक के पास हजारों एकड़ जमीन, बाल आयोग को मिले कई अहम सबूत

भारत-अमेरिका ने रक्षा औद्योगिक सहयोग के लिए रोडमैप किया तैयार

भारत-अमेरिका ने रक्षा औद्योगिक सहयोग के लिए रोडमैप किया तैयार

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • राज्य
  • Vocal4Local
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • जीवनशैली
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • संविधान
  • पर्यावरण
  • ऑटो
  • लव जिहाद
  • श्रद्धांजलि
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies