देश की एक और बिटिया जिहाद की भेंट चढ़ गई। झारखंड के दुमका में जिहादी शाहरुख ने अंकिता के ऊपर पेट्रोल छिड़ककर उसे जिंदा जला दिया। उसके साथ एक और दरिंदा छोटू भी था। शाहरुख तो पकड़ा गया, लेकिन छोटू अभी फरार है।
अंकिता देश की सेवा करना चाहती थी। उसने जीवन में कई दर्द सहे, लेकिन वह उन सबसे उबर चुकी थी। वह पुलिस अधिकारी बनना चाहती थी, लेकिन जिहादी शाहरुख ने उसे जिंदा जला दिया। वह कई दिनों से अंकिता को परेशान कर रहा था। मीडिया का एक धड़ा उसे सिरफिरा आशिक बताकर उसके जघन्य पाप को कम करना चाह रही है, लेकिन उसने जो किया वह जिहादी ही कर सकता है। किसी को जिंदा जला देना, वह भी जब वह सो रहा हो। अंकिता के दर्द को उसके आखिरी शब्दों में महसूस कीजिए।
अंकिता के आखिरी शब्द थे – “जैसे हम मर रहे हैं वैसे ही शाहरुख़ को भी तड़प कर मरना चाहिए।”
अंकिता के पिता संजीव सिंह ने कहा कि मोहम्मद शाहरुख मेरी बेटी अंकिता को जबरन मुस्लिम बनाना चाहता था और उसे निकाह करने के लिए मजबूर कर रहा था। झारखंड सरकार पर तुष्टिकरण का भी आरोप लगा है। डीसीपी नूर मुस्तफा को जांच से हटा दिया गया।
शाहरुख को हो फांसी की सजा
अंकिता को न्याय दिलाने के लिए देश भर में आवाज उठने लगी है। लोग सड़क पर, सोशल मीडिया पर हर जगह अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। आक्रोशित लोग शाहरुख को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं। भाजपा नेता कपिल मिश्रा भी क्राउड फंडिंग के जरिए अंकिता के परिवार की मदद कर रहे हैं। कपिल मिश्रा ने आज ट्वीट किया कि –
हां, धर्म देखकर जाता हूं, जिहाद से पीड़ित हिंदू परिवारों के दरवाजे पर, जहां ना ह्यूमन राइट वाले जाते, ना मीडिया की गाड़ियां ना नेताओं के काफिले , केवल उन दरवाजों पर जाता हूं।
शाहरुख को जब गिरफ्तार किया गया तो उसके चेहरे पर हंसी थी। उसकी बॉडी लैंग्वेज कहीं से भी इशारा नहीं कर रही थी कि उसे कोई पछतावा है।
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