12वीं के छात्रों को जिहाद की तालीम, तुर्की की स्कूली किताब में बताया ‘इबादत के लिए जरूरी’
Friday, June 9, 2023
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
    • Podcast Series
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
    • Podcast Series
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • G20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • Subscribe
होम विश्व

12वीं के छात्रों को जिहाद की तालीम, तुर्की की स्कूली किताब में बताया ‘इबादत के लिए जरूरी’

तुर्की में 12वीं के पाठ्यक्रम में एक किताब शामिल करवाई गई है। नाम है ‘‘फंडामेंटल्स ऑफ रिलीजियस नॉलेज: इस्लाम 2’’ है। इसी के एक अध्याय में जिहाद की नफरती तालीम है

WEB DESK by WEB DESK
Aug 30, 2022, 02:45 pm IST
in विश्व
12वीं की वह पुस्‍तक दिखाते हुुए तुर्की के नेता इस्‍मत यिल्‍माज (फाइल चित्र)

12वीं की वह पुस्‍तक दिखाते हुुए तुर्की के नेता इस्‍मत यिल्‍माज (फाइल चित्र)

Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail

इस्लामी देश तुर्की की स्कूली पाठ्यपुस्तक में अब जिहाद पर भी एक अध्याय जोड़कर साफ दर्शाया गया है कि कट्टरपंथी ‘तालीम जिहाद’ जारी है। इस स्कूली किताब में एक पूरे अध्याय में जिहाद को एक ‘फर्ज’ की तरह पेश किया गया है और उसके लिए उकसाया गया है। किताब के अध्याय में लिखा है-‘इस्लाम में इबादत का सबसे जरूरी माध्यम है जिहाद। जिहाद में युद्ध के साथ ही दूसरे तरीके भी शामिल हैं’।

तुर्की में 12वीं क्लास के विद्यार्थियों को दो से ज्यादा साल से यह ‘जिहादी तालीम’ देने का सिलसिला चल रहा है। किशोंरों को सबक देते हुए बताया जा रहा है कि ‘चाहे जिस भी तरीके से जिहाद किया जाए, उसे अगर अल्लाह के नाम पर किया जाता है तो इससे जन्नत के रास्ते खुलते हैं’।  तुर्की जैसे देश में स्कूलों में बोए जा रहे नफरत के बीज और नफरती तालीम की बात कुछ समाचारों के माध्यम से सामने आई है।

इन समाचारों में बताया गया है कि तुर्की के शिक्षा मंत्रालय ने 12वीं क्लास के पाठ्यक्रम में एक किताब शामिल करवाई गई है। 2019 से पढ़ाई जा रही यह किताब दो खंडों में है। इस किताब का नाम है ‘‘फंडामेंटल्स ऑफ रिलीजियस नॉलेज: इस्लाम 2’’ । इसी के एक अध्याय में जिहाद की नफरती तालीम देता एक अध्याय है।

इस अध्याय में क्या छापा गया है, इस पर गौर करने पर जो सामने आया वह हैरान करने वाला है कि आज 22वीं सदी में जी रही दुनिया में इस तरह की पाषाणयुगीन सोच रोपी जा रही है। अध्याय में छपा है-‘‘युद्ध ही नहीं, उसके साथ कई और तरीके भी हैं जिनसे अल्लाह के नाम पर किए कामों को जिहाद कहा जाता है। जिहाद को दिल, जबान, हाथ या हथियार, किसी भी तरीके से किया जा सकता है’’।
इसी अध्याय में आगे लिखा है-‘‘शहादत को सबसे खास मानते हुए हमारे पुरखे जिहाद के लिए निकले थे। उनका यही कहना था कि-अगर मैं मरा तो शहीद कहलाऊंगा और बच गया तो गाजी। इस तरह हमारे पुरखे कभी भी शहीद होने से पीछे नहीं हटे।’’

यह जहर वहां कुछ छात्रों के दिमागों में नहीं बस चुका है, बल्कि लाखों बच्चे ये तालीम ले चुके हैं। तुर्की के स्कूलों में यह जिहादी तालीम 2019 में 12वीं पढ़कर निकले 8,91,000 छात्रों ने ली, फिर 2020 में 12वीं करने वाले 8,94,100 छात्रों ने यही तालीम ली।

किताब कहती है कि ‘जिहाद को बढ़ावा देने की बात कुरान में भी है, इसका जिक्र पैगंबर मोहम्मद ने हदीस में भी किया है। जो जिहाद करता है, मुजाहिद कहलाता है’। इसमें कई जगह कुरान का जिक्र किया गया है जिससे तालीम लेने वाले बच्चे इसी मजहब से जुड़ी जरूरी चीज समझकर ही अपने अंदर बैठने दें। अध्याय में आगे है कि कैसे ‘कयामत के दिन तक जिहाद करना हर मुसलमान के लिए जरूरी है’। लिखा है…‘‘जिहाद इबादत का ऐसा तरीका है कि जिसे मुसलमान शहीद होने की सोचते हुए अपनी जान, दौलत या उस दिमाग के जरिए कर सकते हैं जो अल्लाह ने उनको दिया है’’।

भारत के मदरसों की बात करें तो उनमें भी तो यही सब तालीम दी जा रही है। मदरसों को कई मुस्लिम विद्वानों ने ‘आतंक के ऐसे ठिकाने बताया है जहां आतंकवादियों की फसल तैयार की जा रही है’। उनका इशारा उसी नफरती तालीम की ओर है जो छोटे मुस्लिम बच्चों में ‘काफिर को मारने’ की सोच भरती है, जो उस देश से नफरत करने को उकसाती है जिसमें वे पैदा हुए, पले-बढ़े हैं।

केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने अनेक मंचों से बार-बार कहा है कि मदरसों में ईशनिंदा करने वालों का सिर कलम करने की बात सिखाई जाती है। मासूम बच्चों को ही यह ट्रेनिंग दी जाती है कि कोई विरोध में मुंह खोले तो उसका सिर कलम कर दो। आरिफ मोहम्मद खान ने यह भी कहा है कि यह कानून कुरान से नहीं आया है। यह कानून कुछ लोगों ने शहंशाहों के जमाने में बनाया था। लेकिन आज भी यही कानून बच्चों को सिखाया जाता है।

श्री खान हमेशा मजहबी कट्टरता के मुखर विरोधी रहे हैं। इसलिए वे यह कहते हैं कि मौलाना और मदरसे मुसलमानों के एक वर्ग को कट्टर बना रहे हैं। वे बच्चों को गैर-मुसलमानों के विरुद्ध उकसाते हैं। इसी से नफरत पैदा होती है। दूसरे पंथों के प्रति नफरत। सोचिए, ये सब पढ़कर बच्चे बड़े होने पर क्या-क्या नहीं कर गुजरते। इसके उदाहरण आए दिन देखने में आते हैं। ‘सर तन से जुदा’ की सोच का बीज नफरत की उसी तालीम से पड़ता है।

आरिफ मोहम्मद खान इसलिए मजहबी कट्टरपंथियों और उनके पैरोकार कम्युनिस्टों के निशाने पर रहते हैं। और ऐसे ही निशाने पर रहते हैं शिया नेता वसीम रिजवी, जो अब ‘सनातन धर्म अपना चुके हैं’। रिजवी ने यह कहकर कट्टरपंथी मुस्लिमों को बेचैन कर दिया था कि ‘कुरान की 26 आयतें हटा दी जानी चाहिए जो नफरत की वजह हैं, क्योंकि ये कट्टरपंथ को बढ़ावा देती हैं’। उनका यहां तक कहना था कि मदरसों में आईएसआईएस के आतंकी तैयार किए जा रहे हैं। उनका बयान था कि ‘अगर इन मदरसों को जल्दी ही बंद नहीं किया गया तो मुस्लिमों की आने वाली नस्लें 15 से 20 साल बाद आईएसआईएस की सिपाही बन जाएंगी’।

 

Topics: jihaderdoganturkeybookfanatisism#muslim#islameducationturkiye
Share80TweetSendShareSend
Previous News

मस्जिद को बनाया ठिकाना, मौलवी बनकर रह रहे थे कूचबिहार में अल कायदा के आतंकी, STF ने शुरू की तलाश

Next News

पलामू जिले से 50 हिंदू परिवारों को भगाया गया

संबंधित समाचार

हरियाणा : स्कूल एक किलोमीटर दूर तो विद्यार्थियों को वाहन मुहैया करवाएगी सरकार

हरियाणा : स्कूल एक किलोमीटर दूर तो विद्यार्थियों को वाहन मुहैया करवाएगी सरकार

अफगानिस्तान में फिर जहर दिया 77 स्कूली छात्राओं को, तालिबानी नहीं चाहते लड़कियां पढ़ें!

अफगानिस्तान में फिर जहर दिया 77 स्कूली छात्राओं को, तालिबानी नहीं चाहते लड़कियां पढ़ें!

विदेशों में भी कैम्पस खोलने की तैयारी कर रहा है लखनऊ विश्वविद्यालय

विदेशों में भी कैम्पस खोलने की तैयारी कर रहा है लखनऊ विश्वविद्यालय

बालासोर रेल दुर्घटना पर दुनिया के शीर्ष नेताओं ने व्यक्त की गहन संवेदना

बालासोर रेल दुर्घटना पर दुनिया के शीर्ष नेताओं ने व्यक्त की गहन संवेदना

चीन तोड़ रहा 800 साल पुरानी मस्जिद, मुस्लिम देशों की जबान पर लगा ताला

चीन तोड़ रहा 800 साल पुरानी मस्जिद, मुस्लिम देशों की जबान पर लगा ताला

बढ़े कदम, बड़े कदम

बढ़े कदम, बड़े कदम

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

वरिष्ठ अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर करके फंसे आईएएस, केस दर्ज

वरिष्ठ अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर करके फंसे आईएएस, केस दर्ज

भारत करेगा मिस वर्ल्ड 2023 की मेजबानी

भारत करेगा मिस वर्ल्ड 2023 की मेजबानी

लव जिहाद :  शाहरुख ने नाम बदलकर हिंदू लड़की को फंसाया, सीसीटीवी से रख रहा था नजर

लव जिहाद की चपेट में देवभूमि, रोज सामने आ रहे मामले, रामनगर में नाबालिग को बहला-फुसलाकर ले जा रहा था राशिद

लव जिहाद का शिकार हुई बेसबॉल की राष्‍ट्रीय खिलाड़ी, सुसाइड करने के लिए हुई मजबूर, ब्लैकमेल कर रहा था अब्दुल

लव जिहाद का शिकार हुई बेसबॉल की राष्‍ट्रीय खिलाड़ी, सुसाइड करने के लिए हुई मजबूर, ब्लैकमेल कर रहा था अब्दुल

ओमान की खाड़ी में शुरू हुआ भारत-फ्रांस और यूएई के बीच पहला समुद्री अभ्यास

ओमान की खाड़ी में शुरू हुआ भारत-फ्रांस और यूएई के बीच पहला समुद्री अभ्यास

श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर जम्मू हमारी विरासत की समृद्धि का उत्सव मनाएगा : प्रधानमंत्री

श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर जम्मू हमारी विरासत की समृद्धि का उत्सव मनाएगा : प्रधानमंत्री

दमोह : गंगा जमुना स्‍कूल पर कार्रवाई के विरोध में जुमे की नमाज के बाद जुलूस निकलने की आशंका

दमोह : गंगा जमुना स्‍कूल पर कार्रवाई के विरोध में जुमे की नमाज के बाद जुलूस निकलने की आशंका

मोहब्बत की दुकान पर बोलीं स्मृति ईरानी, ये कैसी मोहब्बत है, जो देश से नहीं अपनी राजनीतिक सियासत से है ?

मोहब्बत की दुकान पर बोलीं स्मृति ईरानी, ये कैसी मोहब्बत है, जो देश से नहीं अपनी राजनीतिक सियासत से है ?

वीर बहादुर बन्दा बैरागी, जिनकी वीरता से कांप उठे थे मुस्लिम आक्रांता

वीर बहादुर बन्दा बैरागी, जिनकी वीरता से कांप उठे थे मुस्लिम आक्रांता

फ्रांस: पार्क में बच्चों पर चाकू से हमला, आठ घायल, हमलावर गिरफ्तार

फ्रांस: पार्क में बच्चों पर चाकू से हमला, आठ घायल, हमलावर गिरफ्तार

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • राज्य
  • Vocal4Local
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • जीवनशैली
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • संविधान
  • पर्यावरण
  • ऑटो
  • लव जिहाद
  • श्रद्धांजलि
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies