झारखंड के गिरिडीह में कन्वर्जन कराने वालो दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी गांव के भोले-भाले हिंदुओं को बीमारी ठीक होने समेत कई प्रलोभन देकर कन्वर्जन कराते थे। जानकारी होने पर बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने पुलिस में शिकायत की थी। फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
जानकारी के अनुसार रविवार को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता देवरी के जमखोखरो गांव पहुंचे, जहां तारा देवी और राजेंद्र नामक आरोपी अपने एजेंट के जरिए ग्रामीणों की भीड़ जुटाकर बीमारी ठीक होने का दावा कर रहे थे और लोगों को ईसाई पंथ अपनाने के लिए बोल रहे थे। जब विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता के उन्हें रोका तो आरोपी उनसे उलझ पड़े। इसकी जानकारी होने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस के साथ एसडीएम धीरेंद्र सिंह और एसडीपीओ मुकेश महतो ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार जमखोखरों गांव निवासी आरोपी तारा देवी अपने पति के साथ दिल्ली में रहती थी। उसने पति के विरोध के बावजूद कन्वर्जन करके ईसाई पंथ अपना लिया था। कुछ सालों बाद पति की मौत संदिग्ध हालात में हो गई। इसी दौरान तारा का परिचय बेंगाबाद के आरोपी शिक्षक राजेंद्र के साथ हुआ। उसके बाद दोनों ने मिलकर जमखोखरो गांव में ग्रामीणों को बीमारी ठीक करने के नाम पर कन्वर्जन कराने लगे। इसकी जानकारी होने पर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पुलिस को दी। उसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
टिप्पणियाँ