पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा से एक बार फिर अल्पसंख्यकों के विरुद्ध बढ़ते इस्लामी उन्माद की एक घटना प्रकाश में आई है। यहां कल स्कूल में पढ़ाने वाली एक सिख लड़की को मुस्लिमों ने अगवा करके कन्वर्ट करने के बाद उसका एक मुस्लिम से निकाह कराने की हैरान करने वाली घटना से स्थानीय सिख समुदाय में जबरदस्त आक्रोश है। उनके घाव पर नमक छिड़कते हुए पुलिस ने पीड़ित परिवार की शिकायत तक दर्ज नहीं की। आहत समुदाय अब सड़क पर प्रदर्शन कर रहा है।
स्थानीय स्कूल में पढ़ाने वाली सिख लड़की दीना कौर को दो दिन पहले यानी 20 अगस्त को अगवा कर लिया गया था। 21 अगस्त को परिवार को पता चला कि एक मुस्लिम से उनकी बेटी का निकाह करा दिया गया है। आहत परिवार ने तुरंत जाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की अर्जी दी, लेकिन पुलिस ने एफआईआर तक लिखने से मना कर दिया। कोई सुनवाई न देखकर अब परिवार सहित स्थानीय सिख समुदाय सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहा है। पुलिस द्वारा इस घटना को गंभीरता से न लेने के विरुद्ध सिख समुदाय आक्रोशित है। उनका कहना है कि जब तक उनकी बेटी वापस नहीं लौटेगी वे प्रदर्शन करते रहेंगे। (देखें वीडियो)
https://twitter.com/AskAnshul/status/1561359971958538240?s=20&t=V8xzz2fY7AYCtwKoORxfzQ
इधर भारत में भाजपा के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने ट्वीट के माध्यम से कड़े षब्दों में इस घटना की निंदा की। सिरसा का कहना है कि कोई परिवार अपनी बेटी के कन्वर्जन और इस तरह मानसिक प्रताड़ना को कैसे सह सकता है। यह मूलभूत मानवाधिकारों के विरुद्ध है। हम पाकिस्तान के सिख भाइयों के साथ खड़े हैं। मैं भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर जी से इस मामले में दखल देने का अपील करता हूं। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ऐसी घटनाओं पर ध्यान नहीं दे रहे। सिखों की सुरक्षा की मांग को लेकर हम जो ट्वीट करते हैं वे भी अनदेखे कर दिए जाते हैं।
उल्लेखनीय है कि गत मई माह में पेशावर में दो सिखों की हत्या कर दी गई थी। इतना ही नहीं, वंचित वर्ग के हिन्दुओं और ईसाइयों को भी कट्टर मजहबी उन्मादी मौका मिलते ही परेशान करते हैं, उनकी बेटियों का जीना मुष्किल किए हुए हैं, जबरन निकाह करके परिवार वालों को मुंह बंद रखने को धमकाते हैं। ऐसे मामलों में स्थानीय पुलिस कट्टरपंथियों के साथ होती है और पीड़ितों की शिकायत तक दर्ज नहीं की जाती। सिंध में तो ऐसे मामले आएदिन देखने में आ रहे हैं।
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