मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि के लीलामंच पर पुष्पांजलि कार्यक्रम में हजारों भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। कार्यक्रम की शुरुआत अयोध्या के राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष बाबा नृत्य गोपालदास महाराज के हाथों हुई। इस दौरान गुरु शरणानंद महाराज के साथ उन्होंने भगवान कृष्ण की आरती की। समारोह के दौरान केबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण भी मौजूद रहे। वह भी ठाकुर जी केशवदेव भगवान की आरती में शामिल हुईं और बाद में भजन गायन शुरू हुआ। स्थल पर आकर खुद को धन्य मान रहे गुरुशरणानंद महाराज ने कहा कि सौभाग्य से भगवान के जन्मोत्सव में शामिल होने का मौका मिलता है। देवता भी आज खुश हो रहे होंगे। उन्होंने ठाकुरजी का गुणगान किया।
जन-जन के आराध्य योगिराज श्रीकृष्ण के 5249वें जन्मोत्सव की खुशी ब्रज में छाई है। आज रात 12 बजे लाला का जन्म होगा। नटवर नागर के जन्मोत्सव का साक्षी बनने के लिए देश-दुनिया से लाखों श्रद्धालु मथुरा पहुंचे हैं। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ भी कान्हा की जन्मस्थली में पहुंचे हुए हैं। शाम को कान्हा के संग जन्मदिन सिलेब्रेशन जन्मभूमि के भागवत भवन में करेंगे। शुक्रवार सुबह साढ़े पांच बजे से ठाकुर जी की मंगला आरती के दर्शन शहनाई और नगाड़ों के बीच हुआ। गर्भगृह के मूल स्वरूप में छेड़छाड़ किए बिना उसे प्राचीन कारागार का स्वरूप दिया गया है। सुबह आठ बजे भगवान का पंचामृत से अभिषेक किया गया। पूर्वान्ह ठाकुरजी को पुष्पांजलि दी गई। ठाकुरजी की आरती गई।
कार्ष्णि गुरु शरणानदं महाराज, कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण, विधायक श्रीकांत शर्मा, विधायक पूरन प्रकाश, विधायक मेघश्याम, जन्मस्थान के सचिव कपिल शर्मा, सदस्य गोपेश्वरनाथ, मुकेश खंडेलवाल, लोकेश गर्ग ने ठाकुरजी की आरती की। भगवान को पुष्प अर्पित किए। पुष्पाजंलि कार्यक्रम में शामिल होकर भक्त अपने को धन्य समझ रहे थे। भक्तों को लग रहा था कि उन्हें प्रभु का आशीर्वाद मिल गया है। ठाकुरजी का गुणगान किया गया।
गुरु शरणानंद महाराज ने कहा कि सौभाग्य से भगवान के जन्मोत्सव में शामिल होने का मौका मिलता है। देवता भी आज खुश हो रहे होंगे। उन्होंने ठाकुरजी का गुणगान किया। जन्म का महाभिषेक का कार्यक्रम रात 11 बजे से शुरू होगा। सारंग शोभा पुष्प बंगले में विराजमान होकर आराध्य दर्शन देंगे और श्रीहरिकांता पोशाक धारण करेंगे। ब्रज में जन्मोत्सव की धूम मची थी। श्रीकृष्ण जन्मस्थान आस्था का केंद्र बन गया। सुबह से ही श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर श्रद्धालुओं की लाइन लग गई। भगवान की भक्ति में भक्त सुध-बुध खोए थे। मंच पर कलाकारों ने भगवान के भजन गाए। भजनों पर श्रद्धालु सुध-बुध खोकर झूम उठे। भगवान की भक्ति में रम गए और नाचते-गाते रहे। जन्मस्थान का नजारा अकल्पनीय हो गया। आस्था की धारा बह निकली।
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