देश के 10 करोड़ ग्रामीण परिवारों के घरों में नल लगा कर जल शक्ति मंत्रालय ने एक नया मील का पत्थर हासिल कर लिया है। जल जीवन मिशन के तहत 10 करोड़ घरों में नल के माध्यम से स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके साथ ही देश के तीन राज्यों एवं 3 केन्द्र शासित प्रदेशों में हर घर जल योजना के तहत 100 प्रतिशत घरों में पेयजल पहुंचाया जा रहा है। इनमें गोवा, तेलंगाना और हरियाणा के साथ केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी, दादरा नगर हवेली और दमन एवं दीव शामिल है।
जल शक्ति मंत्रालय के मुताबिक हर घर नल-जल के तहत पंजाब में 99.9 प्रतिशत, गुजरात में 97.03 प्रतिशत, बिहार में 95.51 प्रतिशत और हिमाचल प्रदेश में 94.88 प्रतिशत ग्रामीण घरों में नल लगा दिए गए हैं। 7 अगस्त को गोवा व दादरा और नगर हवेली एवं दमन और दीव देश में पहला ‘हर घर जल’ प्रमाणित राज्य और केंद्र शासित प्रदेश बन गए हैं
उल्लेखनीय है कि 15 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से जल जीवन मिशन की शुरुआत की थी। दो साल पहले तक गांवों में केवल 3.23 करोड़ घरों में पाइप से पानी का कनेक्शन था। जो अब बढ़कर 10 करोड़ घरेलू नल कनेक्शन हो गया है।
क्या है जल जीवन मिशन
मिशन का उद्देश्य प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना है। कोरोना महामारी की चुनौतियों के बावजूद इस काम को जारी रखा गया है। केंद्र और राज्य सरकारों के अथक प्रयासों के परिणामस्वरूप देश में 8.67 लाख स्कूलों और 8.96 लाख आंगनवाड़ी केंद्रों में नल के पानी की आपूर्ति सुनिश्चित हुई है। देश के 117 आकांक्षी जिलों में, मिशन के शुभारंभ के समय, केवल 24.32 लाख घरों में नल का पानी था जो अब बढ़कर 1.54 करोड़ हो गया है।
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