भ्रष्टाचार को लेकर आम आदमी पार्टी के नए-नए कारनामे सामने आरहे हैं। एक विधायक के पीए द्वारा थानेदार से एक लाख रुपये मांगने के बाद आज एक ऐसे बर्खास्त मन्त्री मन्त्रियों की बैठक में शामिल दिखे जिन पर सरकारी काम में एक प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप लगा है। मुख्यमन्त्री ने इस मन्त्री को गिरफ्तार करवा कर ईमानदारी के नए कीर्तीमान स्थापित करने का देशव्यापी प्रचार किया था।
पंजाब में बर्खास्त स्वास्थ्य मिनिस्टर डॉ. विजय सिंगला के पंजाब विधानसभा सचिवालय में मीटिंग में शामिल होने पर सियासी घमासान मच गया है। सिंगला पंजाब विधानसभा सेक्रेट्रिएट में सरकारी आश्वासन कमेटी की मीटिंग में शामिल हुए। उन्होंने खुद इसकी फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की।
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद मानसा से विधायक डॉ. विजय सिंगला को हेल्थ मिनिस्टर बनाया गया। वह पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला को हराकर जीते थे। हालांकि करीब सवा 2 महीने बाद सीएम भगवंत मान ने उन्हें बर्खास्त कर दिया। सीएम ने कहा कि सिंगला विभाग के हर काम में 1 प्रतिशत कमीशन मांग रहे थे। बर्खास्तगी के बाद सिंगला पर केस दर्ज कर गिरफ्तार करा दिया गया। उन्होंने करीब 43 दिन जेल में काटे।
जमानत पर जेल से बाहर आए सिंगला लगातार चैलेंज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई एक रुपया लेने का सबूत पेश कर दे। वह भ्रष्टाचार के आरोपों को नकार रहे हैं। हालांकि सीएम भगवंत मान ने दावा किया था कि सिंगला से उन्होंने पूछताछ की तो उन्होंने गलती कबूल की थी। जमानत पर बाहर होने के बाद सिंगला लगातार एक्टिव होकर काम कर रहे हैं।
टिप्पणियाँ