पाकिस्तान में एक हवाई दुर्घटना विवादों के घेरे में हैं। पाकिस्तान की सेना जिस हेलीकॉप्टर को दुर्घटना का शिकार बता रही है उसे बलूच विद्रोही अपनी कार्रवाई का नतीजा बता रहे हैं। इस हेलीकॉप्टर में सवार छह लोग मारे जा चुके हैं जिनमें एक है जनरल सरफराज। बलूचिस्तान से आ रही खबरों के अनुसार, पाकिस्तान की गुप्तचर संस्था आईएसआई का नजदीकी रहा सरफराज अल कायदा और बलूच आतंकवादियों की साझा कार्रवाई में मारा गया है।
पाकिस्तानी सेना का यह हेलिकॉप्टर एक अगस्त की शाम लापता हो गया था। दो अगस्त को सेना के मीडिया विभाग ने बताया कि बलूचिस्तान में उनका एक हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ है जिसमें सेना के छह अफसर मारे गए हैं। हेलिकॉप्टर क्रैश में मारे गए सेना के उन्हीं छह अधिकारियों में क्वेटा स्थित 12वीं कोर का कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सरफराज अली भी शामिल था जो भारत के विरुद्ध खूब जहर उगल चुका था। हालांकि सेना ने इस दुर्घटना को खराब मौसम की वजह से हुआ बताया है, लेकिन बलूचिस्तान से आने वाले समाचार साफ है कि पाकिस्तानी सेना का झूठ उजागर करते हैं।
द बलूचिस्तान पोस्ट के लिखे ट्वीट में बताया गया है कि बलूच हथियारबंद गुट बीआरएएस ने बलूचिस्तान में विंडार और नूरानी के बीच पाकिस्तानी सेना का एक हेलिकॉप्टर मार गिराया है। इसकी जिम्मेदारी बीआरएएस ने ली है। इस गुट के प्रवक्ता बलूच खान ने एक बयान जारी करके यह जानकारी साझा की है।
इस दुर्घटनाग्रस्त हुए या बलूचों के निशाने पर आए इस हेलीकॉप्टर में कमांडर जनरल सरफराज भी था। इसी ने साल 2020 में एक कार्यक्रम में भारत के विरुद्ध खूब जहर उगला था। उसने कहा था कि, ‘आज मैं इंडिया पर नजर रखते हुए बात नहीं करना चाहता था, लेकिन इंडिया की चर्चा करना जरूरी है। आज अखलाक को बीफ खाने पर मार दिया जाता है, एक ईसाई को चर्च में जाने पर पथराव करके मार दिया जाता है, आज अगर एक मुस्लिम किसी गैर-मुस्लिम से शादी करना चाहे तो उसे गैर-कानूनी बताया जाता है, आज अगर सिख एक किसान के नाते अपना हक मांगे तो उसके परिवार को उससे अलग कर दिया जाता है। आज हिंदुत्व के नाम पर जो हो रहा है वो सब आपके सामने है’।
सरफराज ने आगे कहा था, ‘कायदे आजम ने कहा था कि हम हिंदू बहुसंख्यकों के साथ नहीं रह सकते, ऐसा हुआ तो हमारा वजूद खत्म हो जाएगा। उस वक्त कई लोगों को उनकी यह सोच सही नहीं लगी, जिनमें सिख भी शामिल थे।
बहरहाल चर्चा यह भी है कि सरफराज के हेलिकॉप्टर क्रैश में मारे जाने से एक दिन पहले ही अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में अल-कायदा का सरगरना अल जवाहिरी अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया था।
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