प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि युवाओं की ऊर्जा और सक्षम वातावरण के सही मिश्रण से भारत की खेल संस्कृति मजबूत होती जा रही है। उन्हें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत में खेलों के लिए वर्तमान से बेहतर समय कभी नहीं रहा।
उन्होंने कहा कि भारत का ओलंपिक, पैरालंपिक और डेफलिंपिक में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है।हमने उन खेलों में भी गौरव हासिल किया जहां हम पहले नहीं जीते थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को चेन्नई के जवाहर लाल नेहरू (जेएलएन) इंडोर स्टेडियम में 44वें शतरंज ओलंपियाड का उद्घाटन किया। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी पहली बार भारत में और 30 साल बाद एशिया में की जा रही है।
उद्घाटन के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि खेलों की सुंदरता उनमें अंतर्निहित एकजुट करने की शक्ति है। खेल लोगों और समाज को करीब लाते हैं। खेल टीम वर्क की भावना का पोषण करते हैं।
उन्होंने कहा कि 44वां शतरंज ओलंपियाड कई प्रथम और रिकॉर्ड का टूर्नामेंट रहा है। यह पहली बार है जब शतरंज ओलंपियाड भारत में शतरंज की उत्पत्ति के स्थान पर आयोजित किया जा रहा है। तीन दशक में पहली बार एशिया आ रहा है। इसमें भाग लेने वाले देशों की संख्या सबसे अधिक है। इसमें भाग लेने वाली टीमों की अब तक की सबसे अधिक संख्या है। इसमें महिला वर्ग में सबसे अधिक प्रविष्टियां हैं।
तमिलनाडु का शतरंज से गहरा ऐतिहासिक संबंध बताते हुए मोदी ने कहा कि यही कारण है कि यह भारत के लिए शतरंज का पावरहाउस है। इसने भारत के कई शतरंज ग्रैंडमास्टर तैयार किए हैं। यह बेहतरीन दिमाग, जीवंत संस्कृति और दुनिया की सबसे पुरानी भाषा, तमिल का घर है।
इससे पहले भारत के महान शतरंज खिलाड़ी और पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने शतरंज ओलंपियाड की मशाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को सौंपी। इसके बाद मशाल को स्टेडियम में युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंद और अन्य को सौंपा गया।
केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा कि शतरंज की उत्पत्ति भारत में हुई थी। ठीक एक महीने पहले, हमने दिल्ली में पहली बार मशाल रिले का जश्न मनाया। आज से शतरंज का टूर्नामेंट शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में खेल दिन-ब-दिन मजबूत होते जा रहे हैं।
इस मौके पर तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि, सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन, तमिलनाडु के खेल मंत्री मयनाथन आदि उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री ने इस साल 19 जून को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय स्टेडियम में पहली बार शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले का भी शुभारंभ किया था। यह मशाल 40 दिनों की अवधि में लगभग 20 हजार किलोमीटर की दूरी तय करते हुए देश के 75 ऐतिहासिक स्थानों से होकर गुजरी और फिडे मुख्यालय, स्विट्जरलैंड में जाने से पहले महाबलीपुरम में इसका समापन हो रहा है।
44वां शतरंज ओलंपियाड 28 जुलाई से 10 अगस्त तक चेन्नई के मामल्लापुरम (महाबलीपुरम) में आयोजित किया जा रहा है। 1927 से आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी पहली बार भारत में और 30 साल बाद एशिया में की जा रही है। 187 देशों की भागीदारी में, यह किसी भी शतरंज ओलंपियाड में सबसे बड़ी भागीदारी होगी। भारत इस प्रतियोगिता में अपने अब तक के सबसे बड़े दल को शामिल कर रहा है, जिसमें 6 टीमों के 30 खिलाड़ी शामिल हैं।
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