पाकिस्तान में 'ईशनिंदा' के नाम पर अल्पसंख्यकों का दमन, कनाडा के थिंक टैंक की रिपोर्ट
May 15, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

पाकिस्तान में ‘ईशनिंदा’ के नाम पर अल्पसंख्यकों का दमन, कनाडा के थिंक टैंक की रिपोर्ट

ईशनिंदा के आरोप में बड़ी तादाद में निरपराध लोगों को जेलों में डाला जा रहा है। इस कानून के तहत अनेक लोगों को सजाए मौत सुनाई गई है

by WEB DESK
Jul 28, 2022, 12:00 pm IST
in विश्व
पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून के विरुद्ध प्रदर्शन करतीं अल्पसंख्यक समुदाय की युवतियां  (फाइल चित्र)

पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून के विरुद्ध प्रदर्शन करतीं अल्पसंख्यक समुदाय की युवतियां (फाइल चित्र)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर ‘ईशनिंदा’ का इस्लामी कोड़ा बरसाने की घटनाओं में आश्चर्यजनक बढ़ोतरी देखने में आई है। वहां इस कानून की आड़ में अल्पसंख्यक समुदायों पर जुल्म किए जा रहे हैं। यह रिपोर्ट दी है कनाडा के एक थिंक टैंक ने।

उल्लेखनीय है कि पड़ोसी इस्लामी देश में अल्पसंख्यकों पर ईशनिंदा कानून के अंतर्गत की जा रही हैवानियत को लेकर दुनियाभर में पाकिस्तान को धिक्कारा जाता है। कई मानवाधिकार संगठन संयुक्त राष्ट्र तक में इसके विरुद्ध आवाज उठा चुके हैं। लेकिन वहां की कट्टर मजहबी सोच वाली सरकार और उस पर हावी उन्मादी तत्वों के कान पर जूं तक नहीं रेंगती।

कनाडा के थिंक टैंक की इस ताजा रिपोर्ट ने एक बार फिर इस्लामवादी देश की कलई खोलकर रख दी है। रिपोर्ट ईशनिंदा कानून पर उंगली उठाते हुए उसे अल्पसंख्यकों की प्रताड़ना का औजार बताती है।

पड़ोसी देश में ईशनिंदा कानून के तहत मुख्य निशाना वहां बचे—खुचे हिंदुओं और ईसाई लोग हैं। अहमदिया जैसे अन्य अल्पसंख्यक समुदायों पर भी अत्याचार बढ़ता ही जा रहा है। ये रिपोर्ट ददेने वाले कनाडा के थिंक टैंक का नाम है इंटरनेशनल फोरम फार राइट्स एंड सिक्योरिटी। इसने अपनी ताजा रिपोर्ट में अन्य कई खुलासे भी किए हैं। लिखा है कि पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोप में बड़ी तादाद में निरअपराध लोगों को जेलों में डाला जा रहा है। इस कानून के तहत अनेक लोगों को सजाए मौत सुनाई गई है।

अभी पिछले दिनों ही लाहौर उच्च्हा न्यायालय ने एक ईसाई मैकेनिक को ईशनिंदा कानून के तहत मौत की सजा दी है। एक नहीं, पाकिस्तान में आएदिन ऐसे मामले दर्ज होते हैं और उनमें पीड़ित पक्ष की सफाई सुनी ही नहीं जाती या सुनी जाती है तो उसे संज्ञान में नहीं लिया जाता। ऐसे मामलों में इधर काफी बढ़ोतरी देखी गई है।

इतना ही नहीं एक क्रिश्चियन संस्था ‘नेशनल कमीशन फॉर जस्टिस एंड पीस’ ने 1987 से 2018 तक के पाकिस्तान में दर्ज ईशनिंदा मामलों को इकट्ठा किया है। ये डाटा बताता है कि 1987 से 2018 तक, पाकिस्तान में 776 सुन्नी मुसलमानों, 505 अहमदिया मुसलमानों, 229 ईसाइयों तथा 30 हिदुओं को ईशनिंदा कानून के तहत आरोपित किया जा चुका है।

पड़ोसी इस्लामी देश में ईशनिंदा कानून के तहत दोषी पाए जाने वाले के लिए सजाए मौत देने का चलन ज्यादा देखने में आया है। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी सरकार के सलाहकारों की समिति की रिपोर्ट भी बताती है कि संसार के किसी भी अन्य देश की तुलना में पाकिस्तान मे ईशनिंदा कानून का सबसे ज्यादा दुरुपयोग होता है।

ये ईशनिंदा कानून अंग्रेजों ने 1860 में बनाया था। इसका मकसद तो था मजहबी झगड़ों को रोकना, लेकिन भारत से टूटकर अलग होने के बाद पाकिस्तान में ये कानून बनाए रखा गया और बनाए ही नहीं रखा गया, इसके तहत लगभग रोजाना ही मामले दर्ज किए जाते रहे। इनमें से अधिकांश तो बस आपसी रंजिश के चलते दर्ज कराए झूठे मामले निकलते हैं।

सर्वोच्च अंतरराष्ट्रीय संगठन संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि ईशनिंदा कानून में आरोप लगने पर न सिर्फ आरोपी, बल्कि उसके साथ ही परिवारों के लिए भी खतरा पैदा हो होता है। ईशनिंदा का आरोप लगने के बाद आरोपित लोगों को जान से मारने की कथित धमकियां दी जाती हैं।

Topics: misusethinktankdeathpenaltyminoritiesPakistanreportcanadablasphemylaw
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

कशिश चौधरी

कशिश चौधरी बनी Baluchistan की पहली हिंदू सहायक आयुक्त, Pakistan में हो रहे चर्चे

Representational Image

जिन्ना के देश के आका Turkiye की जबरदस्त फजीहत; उत्पादों का बहिष्कार, उड़ानों पर पाबंदी, टिकट और होटल बुकिंग रद्द

बांग्लादेश में पाकिस्तान के उच्चायुक्त सैयद अहमद मारूफ अचानक 'छुट्टी' पर चले गए

Dhaka से अचानक ‘गायब’ होकर Islamabad में दिखे जिन्ना के देश के हाई कमिश्नर, हनीट्रेप में फंसने का संदेह

भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल

पीओके खाली करे पाकिस्तान : विदेश मंत्रालय

ऑपरेशन सिंदूर: मीडिया में टीआरपी की होड़, गंभीर सुरक्षा स्थिति को वीडियो गेम के रूप में खेला जा रहा था

Navneet Rana threaten by Pakistan

‘न सिंदूर रहेगा, न ही सिंदूर लगाने वाली’, BJP नेता नवनीत राणा को पाकिस्तान से मिली हत्या की धमकी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तानी Air Force की कमांडो, लश्कर की आतंकी : NIA ने किया PAK ARMY और आतंकी गठजोड़ का खुलासा

Neeraj Chopra Olympics

कपिल देव और धोनी के बाद नीरज को मिली सेना में बड़ी उपलब्धि, भाले के साथ संभालेंगे बड़ी जिम्मेदारी

टुकड़ों में पति की हत्या : सिर नदी में, धड़ कुएं में, पैर 38KM दूर… 19 साल छोटे प्रेमी संग पत्नी ने रची खौफनाक साजिश

लखनऊ : सपा विधायक सहित चार को 3 महीने की जेल, 1300 का जुर्माना भी लगा

बूंद-बूंद को मोहताज पाकिस्तान गिड़गिड़ाया, कहा- सिंधु जल संधि पर विचार करे भारत, हमारी फसलें हो रहीं बर्बाद

भारत के स्वदेशी हथियार

ऑपरेशन सिंदूर में गरजा स्वदेशी पराक्रम, दुनिया ने देखा आत्मनिर्भर भारत का दम!

दिल्ली आबकारी घोटाला : AAP नेता अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह कोर्ट में पेश हुए

तुर्किये को एक और झटका : JNU ने तुर्की यूनिवर्सिटी के साथ MOU किया निलंबित

मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ लेते जस्टिस बीआर गवई

देश के 52वें चीफ जस्टिस बने भूषण रामकृष्ण गवई, राष्ट्रपति ने दिलाई शपथ

‘जहां कभी था लाल आतंक, वहां लहरा रहा तिरंगा’ : 21 दिनों में 31 कुख्यात नक्सली ढेर, अमित शाह ने दी जवानों को बधाई

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies