भरतपुर में पर्वत बचाने के लिए आत्मदाह करने वाले संत विजय दास की मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है और इस बीच एक और माफिया ने एक संत के साथ बुरा बर्ताव किया है। संत की जान लेने की कोशिश की गई है। संत को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना मंगलवार रात की है। भरतपुर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
भरतपुर जिले के वैर क्षेत्र में स्थित धरसोनी गांव में रहने वाले संत राजेन्द्र के साथ मारपीट की गई हैं। बाबा बालक नाथ की बगीची में रहने वाले संत राजेन्द्र और उनके साथ रहने वाले कुछ अन्य लोग काफी समय से गांव में अवैध शराब बेचने के खिलाफ प्रदर्शन और आंदोलन कर रहे हैं। कुछ दिन पहले भी उन्होंने अवैध शराब की बिक्री का विरोध किया था। इसके बाद फिर से 23 जुलाई को भी उन्होंने अवैध शराब माफिया के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और उसे जल्द ही कारोबार बंद करने की चेतावनी दे दी। इस बात पर माफिया और संत के बीच विवाद हो गया। उन्होंने चेतावनी दी थी कि जल्द ही गांव में शराब की बिक्री बंद नहीं हुई तो वे भी बाबा विजय दास की तरह आत्मदाह कर लेगे। इस बात पर शराब माफिया ने संत को बुरी तरह से पीटा और उनका एक हाथ एवं एक पैर तोड़ दिया।
इस घटना के बाद संत राजेन्द्र कुमार के साथियों ने उन्हें आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया। पहले दो दिन तक तो पुलिस ने सिर्फ पूछताछ भर तक की। बाद में पर्चा बयान के आधार पर ब्रजकिशोर उर्फ दामोडा पहलवान नाम के शराब माफिया के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है। संत का आरोप है कि पर्चा बयान लेने के बाद भी उनकी बात सही तरह से नहीं सुनी गई। संत का कहना है कि अगर जल्द ही आरोपित गिरफ्तार नहीं किए जाते हैं तो वे भी आत्मदाह करेंगे।
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