कुछ समय पहले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया है और अब मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू को भी ईडी के द्वारा 1 अगस्त को हाजिर रहने के लिए समन भेजा है।
ईडी को सूचना मिली है कि अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू के ही इशारे पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा संथाल परगना के क्षेत्र में अवैध खनन करवाते थे। इस पूरे प्रकरण में लोगों का कहना है कि अगर यही स्थिति रही तो प्रवर्तन निदेशालय का हाथ बहुत जल्द ही मुख्यमंत्री तक भी पहुंच सकता है क्योंकि अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पिछले कई वर्षों से जुड़े हुए हैं।
इस दौरान यह भी पता चला कि मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार पिंटू को साहिबगंज में पत्थर खनन पट्टा दिया गया है। प्रवर्तन निदेशालय को संथाल परगना में अवैध खनन मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के कई सबूत मिले हैं, कई मामलों में खनन पदाधिकारियों से भी पूछताछ की गई है। इसी क्रम में साहिबगंज के बरहरवा में टेंडर में गड़बड़ी मामले में ईडी ने प्राथमिकी दर्ज की थी। इसी के बाद संथाल परगना में कई जगहों पर पंकज मिश्रा सहित 14 लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। इस दौरान लगभग 16 करोड़ रुपए की बरामदगी भी हुई थी। इसी क्रम में मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।
इस पूरे प्रकरण में प्रवर्तन निदेशालय को यह भी सूचना मिली है कि पिंटू के इशारे पर ही पंकज मिश्रा संथाल परगना में अवैध खनन करवाते थे। प्रवर्तन निदेशालय को यह जानकारी पंकज मिश्रा से ही पूछताछ के दौरान मिली। इस दौरान प्रवर्तन निदेशालय को पता चला कि संथाल परगना में होने वाले सभी अवैध खनन और परिवहन पर पिंटू का नियंत्रण था और उसी के इशारे पर सारा काम हो रहा था।
पिछले दिनों प्रवर्तन निदेशालय ने अपने अधिकृत बयान में कहा कि संथाल परगना के क्षेत्र में अवैध खनन, परिवहन आदि के माध्यम से तकरीबन 100 करोड़ की हेराफेरी की गई है। इस हेराफेरी का पैसा खनन माफिया, इस से जुड़े अधिकारियों के अलावा राजनेताओं और नौकरशाहों तक पहुंचता है।
हालांकि अवैध खनन और टेंडर में गड़बड़ी करने के मामले में गिरफ्तार पंकज मिश्रा की रिमांड समाप्त होने पर प्रवर्तन निदेशालय की ओर से विशेष अदालत में पेश किया गया। यहां अदालत से रिमांड अवधि बढ़ाए जाने की मांग की गई थी। इसके बाद अदालत ने पंकज मिश्रा से और पूछताछ करने के लिए 6 दिनों की रिमांड अवधि बढ़ा दी है।
इधर प्रवर्तन निदेशालय पूरे झारखंड में भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करने के लिए ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहा है। इसी क्रम में ईडी ने साहिबगंज में अपनी कार्रवाई के दूसरे दिन 26 जुलाई को एक मालवाहक जहाज और तीन क्रशर मशीन को भी जब्त किया है। इसमें साहिबगंज के मंडरो अंचल स्थित मारी कुटी मौजा में मां अंबा स्टोन वर्कर्स के दो क्रशर प्लांट पर तत्काल रोक लगा दी गई है।
अब देखना यह है कि 1 अगस्त को जब अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू ईडी के समक्ष पेश होंगे तब वे किस तरह के राज खोलेंगे। यदि पिंटू सच में राज खोल देंगे तो विश्वास मानिये मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। हालांकि राज्य सरकार की ओर से ईडी की इस कार्रवाई को दुर्भावना से प्रेरित बताया है, लेकिन अवैध तरीके से बरामद हुए रुपए को लेकर किसी की ओर से कुछ भी कहा नहीं जा रहा है।
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