प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले परीक्षार्थियों को अब अपने सपनों को पूरा करने के लिए बड़े शहरों की ओर पलायन नहीं करना होगा। उनके सपनों को साकार करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना शुरू की है। जिसके अंतर्गत प्रतियोगी छात्र-छात्राओं को उनके जिला मुख्यालय पर ही मुफ्त कोचिंग की सुविधा समाज कल्याण विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है।
उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने बताया कि समाज कल्याण विभाग की योजनाएं जैसे वृद्धावस्था पेंशन, छात्रवृत्ति आदि योजनाओं में प्रयोगकर्ता के काम को आसान करने के लिए आईटी सेल का गठन किया गया है। जो प्रयोगकर्ताओं से लगातार फीडबैक लेकर वेबसाइट को सुधारेगी। भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरन्स की नीति अपनाई गई है। भ्रष्टाचार की सम्भावनाओं को समाप्त करने के लिए डीबीटी, आईटी और आधार लिंकिंग जैसी व्यवस्थाओं को प्रयोग किया गया है। भविष्य में इनका प्रयोग और बढ़ाया जाएगा।
असीम अरुण ने बताया की माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के क्रम में 100 दिन में 57 जनपदों में अभ्युदय कोचिंग का सफलतापूर्वक संचालन शुरू हो गया है। विभाग का इस बात पर फोकस है कि ऑनलाइन व्यवस्था के माध्यम से परीक्षार्थियों को उनके घर पर ही उच्च कोटि का टीचिंग मैटेरियल उपलब्ध कराया जा सके, ताकि समाज के हर वर्ग से छात्र-छात्राएं अपने सपनों को पूरा कर सकें।
समाज कल्याण निदेशालय में एक कांटेक्ट सेंटर स्थापित किया जा रहा है। योजनाओं के लाभार्थी एवं आवेदकों को कोई समस्या आती है तो यहां सीधे फोन, ई-मेल या अन्य माध्यमों से सम्पर्क कर सकते हैं। कांटेक्ट सेंटर से सहायता लेने वालों की समस्याओं का निराकरण या सही सलाह दी जाएगी।
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