उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के दूसरे कार्यकाल के शुरुआती 100 दिन सेवा, सुरक्षा और सुशासन के प्रति समर्पित रहे। राज्य सरकार नई उड़ान के साथ विकास पथ पर अग्रसर
मार्च 2022 में विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत के बाद योगी आदित्यनाथ ने अपना दूसरे कार्यकाल शुरू किया। उनकी इस जीत ने खासकर लुटियंस लॉबी को निराश किया, जिसने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए बैटिंग करने का कोई मौका नहीं छोड़ा था। योगी आदित्यनाथ की जीत एक सनातनी संत के निस्वार्थ परिश्रम और प्रभावी कार्य का प्रमाण थी।
देश के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ ने दूसरे कार्यकाल में 100 दिन पूरे कर लिए हैं। इसमें उनकी सरकार पहले कार्यकाल की तरह अपनी मजबूत कानून व्यवस्था की विरासत पर कायम है और प्रदेश के आर्थिक और सामाजिक विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता दिख रही है। योगी सरकार ने समयसीमा में हर विभाग के लिए लक्ष्य तय किए हैं। उन्होंने एक टीम गठित की है, जो डैशबोर्ड के माध्यम से विकास कार्यों की निगरानी करती है।
दुरुस्त कानून-व्यवस्था
उत्तर प्रदेश पुलिस ने पहले 100 दिनों में ही 431 अपराधियों को पोक्सो और 744 को महिलाओं के खिलाफ गंभीर अपराधों में दंडित किया है। यह आंकड़ा लक्ष्य से 100 प्रतिशत से भी अधिक है। इसके अलावा, सरकार द्वारा अवैध संपत्तियों को जब्त करने का अभियान भी जारी है। पहले 100 दिनों में 844 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है। लगभग 68,784 अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलाया गया और लगभग 79,196 पार्किंग स्थलों पर से अवैध कब्जे हटाए गए। यही नहीं, पुलिस बल को और मजबूत करने के लिए पहले 100 दिनों में 10,000 और पुलिसकर्मियों की भर्ती की गई है।
जब देश में लाउडस्पीकर के मुद्दे पर बहस ही चल रही थी, तब योगी सरकार ने 74,700 से अधिक लाउडस्पीकरों को न केवल बिना प्रतिरोध के हटाया, बल्कि 60,000 लाउडस्पीकरों के ध्वनि स्तर को सर्वसम्मति से कम कर समाज को सकारात्मक संदेश दिया। प्रदेश सरकार दंगाइयों से भी सख्ती से निपट रही है। ज्ञानवापी शिवलिंग और मोहम्मद के अनादर को लेकर जब कानपुर में दंगा भड़काने का प्रयास किया गया तो पुलिस ने एक दिन में ही उसे नियंत्रित कर दंगाइयों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई कर यह संदेश दिया कि सूबे में इस तरह की विभाजनकारी और उपद्रवी गतिविधियों के लिए कोई स्थान नहीं है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर जिले के पुलिस प्रमुख को निर्देश दिया है कि तकनीक और संसाधनों का इस्तेमाल कर पुलिस जरूरतमंद लोगों तक तत्काल पहुंचे। इसमें देरी नहीं होनी चाहिए। अब आलम यह है कि पुलिस के प्रतिक्रिया समय को कम करने के लिए जिलों के बीच सकारात्मक प्रतिस्पर्धा है और नोएडा 5.29 मिनट के औसत प्रतिक्रिया समय के साथ इस महीने सूची में सबसे ऊपर है।
अपने दूसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों में शासन-प्रशासन के कार्यों को गति देने के साथ-साथ मुख्यमंत्री ने भाजपा की संगठनात्मक टीम के साथ समन्वय बना समाजवादी पार्टी के मजबूत गढ़ रामपुर और आजमगढ़ को भी जीत लिया है। इस जीत ने विपक्षी खेमे में एक ठोस संकेत दिया है कि मोदी की भाजपा और योगी के उत्तर प्रदेश में कोई भी नेता अपने पारंपरिक रूप से पोषित वोट बैंक को अपनी जेब में रखने का दंभ नहीं भर सकता। मुख्यमंत्री कहते हैं कि रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के साथ विधान परिषद चुनाव में भाजपा को मिली जीत राज्य सरकार की नीतियों के प्रति जनता के विश्वास का प्रमाण है
धरातल पर परियोजनाएं
उत्तर प्रदेश पुलिस ने लोगों में कानून के प्रति जो विश्वास पैदा किया है, वह सड़कों पर ही नहीं, सीधे तौर पर राज्य में आने वाले कारोबार और निवेश में झलकता है। योगी की कोर टीम ने व्यक्तिगत रूप से 2018 के भव्य निवेश शिखर सम्मेलन में किए गए हर निवेश के वादे का फॉलो-अप किया है और शिलान्यास कर परियोजनाओं को जमीन पर उतारा है। जून में राज्य सरकार ने तीसरे ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह का आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश के प्रतिष्ठित उद्यमियों की उपस्थिति में किया, जिसमें प्रदेश में 80,224 करोड़ रुपये की 1,406 परियोजनाओं को धरातल पर उतारा गया। ये परियोजनाएं न केवल एनसीआर क्षेत्र में केंद्रित हैं, बल्कि प्रदेश के कई जिलों में फैली हुई हैं। इनमें डेटा सेंटर परियोजनाओं से लेकर एमएसएमई परियोजनाएं और कृषि परियोजनाओं से लेकर फार्मा परियोजनाएं तक शामिल हैं।
निवेश के रास्ते खुले
उत्तर प्रदेश आज देश का प्रमुख रक्षा गलियारा बनने के लिए तैयार है। आईआईटी कानपुर रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी पार्क ने यूपी एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीईआईडीए) के साथ यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (यूपीडीआईसी) के तहत अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों में तेजी लाने और रक्षा कंपनियों को प्रदेश में आकर्षित करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश आ रहा है। यूपीईआईडीए रक्षा औद्योगिक गलियारे में इकाइयां स्थापित करने के इच्छुक निवेशकों को वित्तीय सहायता भी उपलब्ध करा रहा है। इसके लिए तीन प्रमुख राष्ट्रीयकृत बैंकों और भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (एसआईडीबीआई) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। नतीजतन, अदानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस कानपुर में दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा एकीकृत गोला बारूद निर्माण परिसर स्थापित करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
हवाई और सड़क नेटवर्क
पिछले कार्यकाल में योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदेश में हवाई और सड़क नेटवर्क के विकास पर जबरदस्त काम किया और इसे एक नए स्तर पर ले आई। 100 दिनों में इसमें और अधिक इजाफा किया गया। राज्य सरकार ने आजमगढ़, अलीगढ़, चित्रकूट, सोनभद्र और श्रावस्ती में पांच हवाई अड्डों के संचालन और रखरखाव के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का 296 किलोमीटर का काम लगभग पूरा हो चुका है। इसे जल्द ही आमजन के लिए खोला जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका उद्घाटन करेंगे। यह बुंदेलखंड के जिलों को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से जोड़ेगा, जिससे राष्ट्रीय राजधानी और राज्य की राजधानी तक पहुंचना आसान हो जाएगा।
अपने दूसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों में शासन-प्रशासन के कार्यों को गति देने के साथ-साथ मुख्यमंत्री ने भाजपा की संगठनात्मक टीम के साथ समन्वय बना समाजवादी पार्टी के मजबूत गढ़ रामपुर और आजमगढ़ को भी जीत लिया है। इस जीत ने विपक्षी खेमे में एक ठोस संकेत दिया है कि मोदी की भाजपा और योगी के उत्तर प्रदेश में कोई भी नेता अपने पारंपरिक रूप से पोषित वोट बैंक को अपनी जेब में रखने का दंभ नहीं भर सकता। मुख्यमंत्री कहते हैं कि रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के साथ विधान परिषद चुनाव में भाजपा को मिली जीत राज्य सरकार की नीतियों के प्रति जनता के विश्वास का प्रमाण है।
यानी राज्य की डबल इंजन सरकार न केवल केंद्रीय योजनाओं को अच्छी तरह लागू कर रही है, बल्कि जातिवाद, क्षेत्रवाद की राजनीति करने वालों का सूपड़ा साफ कर रही है और मजहबी वोटबैंक का भी मजबूती से मुकाबला कर रही है। उच्च सदन 87 साल बाद अगर कांग्रेस से मुक्त हुआ है तो इसका श्रेय भी योगी आदित्यनाथ को ही जाता है।
(लेखक ने ‘द मॉन्क हू बिकम चीफ मिनिस्टर’ नामक पुस्तक लिखी है)
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