मार्च 2022 में, एक शानदार चुनावी जीत से योगी आदित्यनाथ ने अपना दूसरा कार्यकाल शुरू किया। योगी की जीत ने लुटियंस लॉबी में कई लोगों को निराश किया, जिन्होंने अखिलेश के पीछे बैटिंग करने का कोई मौका नहीं छोड़ा था। योगी की 2022 की जीत एक सनातनी संत के निस्वार्थ परिश्रम और प्रभावी कार्य का प्रमाण थी। उन्होंने भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल में 100 दिन पूरे कर लिए हैं। पिछले कई हफ्तों से राष्ट्रीय पटल पर देश के सांस्कृतिक इतिहास की बहसों का बोलबाला है, पर योगी सरकार उत्तर प्रदेश के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए आवश्यक बिल्डिंग ब्लॉक्स बनाने के लिए प्रतिबद्ध दिखी। योगी सरकार ने पहले 100 दिनों के लिए हर 6 महीने के लिए और पूरे 5 साल के कार्यकाल के लिए यूपी के हर विभाग के लिए मापने योग्य लक्ष्य निर्धारित किए हैं और उनकी टीम इसे कई डैशबोर्डों के माध्यम से सावधानीपूर्वक ट्रैक करती है।
योगी सरकार पहले कार्यकाल के लिए अपनी मजबूत कानून व्यवस्था की विरासत पर कायम रही है। यूपी पुलिस ने पहले 100 दिनों में ही 431 अपराधियों को पॉक्सो के तहत और 744 को महिलाओं के खिलाफ गंभीर अपराधों में दंडित किया है। कुल 1,175 आरोपियों को दंडित किया गया, जो लक्ष्य से 100 प्रतिशत से भी अधिक है। यूपी सरकार की अवैध संपत्तियों को जब्त करने की मुहिम जारी है। पहले 100 दिनों में 844 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है। लगभग 68,784 अवैध संपत्तियां जब्त की गईं और लगभग 79,196 अवैध पार्किंग स्थलों को मुक्त कराया गया। पुलिस बल को और मजबूत करने के लिए पहले 100 दिनों में 10,000 और पुलिस कर्मियों की भर्ती की गई है। जब देश लाउडस्पीकर के मुद्दे पर बहस ही कर रहा था, योगी सरकार ने 74,700 से अधिक लाउडस्पीकरों को हटा दिया और 60,000 का ध्वनि स्तर सर्वसम्मति से कम कर दिया।
ज्ञानवापी शिवलिंग और पैगंबर मोहम्मद के अनादर का मामला भड़कने के बाद यूपी पुलिस ने एक दिन में ही कानपुर में हिंसा भड़काने के प्रयास को नियंत्रित किया और दंगाइयों के साथ कठोर कानूनी कार्रवाई करके कड़ा संदेश दिया। योगी सरकार ने हर जिले के पुलिस प्रमुख को निर्देश दिया है कि तकनीक और संसाधनों का इस्तेमाल करके जरूरतमंद लोगों तक पहुंचने के लिए पुलिस के प्रतिक्रिया समय को कम किया जाए। अब पुलिस के प्रतिक्रिया समय को कम करने के लिए जिलों के बीच सकारात्मक प्रतिस्पर्धा है और नोएडा 5.29 मिनट के औसत प्रतिक्रिया समय के साथ इस महीने सूची में सबसे ऊपर है।
योगी की पुलिस ने सड़कों पर जो कानून का विश्वास पैदा किया, वह सीधे तौर पर राज्य में आने वाले कारोबार और निवेश में झलकता है। योगी की कोर टीम ने व्यक्तिगत रूप से 2018 के भव्य निवेश शिखर सम्मेलन में किए गए हर निवेश के वादे का फॉलो-अप किया है और ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के माध्यम से उन्हें ज़मीन पर उतारा है। जून, 2022 में योगी सरकार ने अपना तीसरा ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह पीएम मोदी और भारत के प्रतिष्ठित उद्यमियों की उपस्थिति में किया, जिसमें उत्तर प्रदेश में 80,224 करोड़ रुपये की 1,406 परियोजनाओं को धरातल पर उतारा गया। ये परियोजनाएं न केवल एनसीआर क्षेत्र में केंद्रित हैं, बल्कि यूपी के कई जिलों में फैली हुई हैं और डेटा सेंटर परियोजनाओं से लेकर एमएसएमई परियोजनाओं तक, कृषि परियोजनाओं से लेकर फार्मा परियोजनाओं तक हैं।
योगी राज में यूपी देश के लिए एक प्रमुख रक्षा गलियारा बनने के लिए तैयार है। IIT कानपुर रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी पार्क ने यूपी एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) के साथ यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (UPDIC) के तहत R&D गतिविधियों में तेजी लाने और रक्षा कंपनियों को उत्तर प्रदेश में आकर्षित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। योगी सरकार निवेश के लिए पैसा जुटाने के लिए कंपनियों का हाथ थाम रही है। UPEIDA ने डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में इकाइयां स्थापित करने के इच्छुक निवेशकों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए तीन प्रमुख राष्ट्रीयकृत बैंकों और भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। नतीजतन, अदानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस कानपुर में दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा एकीकृत गोला बारूद निर्माण परिसर स्थापित करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
योगी सरकार ने पिछले 5 वर्षों में उत्तर प्रदेश की हवाई और सड़क संपर्क को एक नए स्तर पर ले आई है। पिछले 100 दिनों में योगी सरकार ने इसमें और इजाफा किया। योगी सरकार ने आजमगढ़, अलीगढ़, चित्रकूट, सोनभद्र और श्रावस्ती में पांच हवाई अड्डों के संचालन और रखरखाव के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का 296 किलोमीटर लगभग पूरा हो चुका है और पीएम मोदी और सीएम योगी इसे जल्द ही उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए खोलेंगे। यह बुंदेलखंड के जिलों को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से जोड़ेगा, जिससे राज्य के उस हिस्से के लोगों के लिए राष्ट्रीय राजधानी और राज्य की राजधानी तक पहुंचना आसान हो जाएगा।
अपने दूसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों में शासन-प्रशासन के कार्यों को गति देने के साथ-साथ, योगी ने भाजपा की संगठनात्मक टीम के साथ समन्वय में, समाजवादी पार्टी के मज़बूत गढ़ रामपुर और आजमगढ़ को भी जीत लिया है। इसने विपक्षी खेमे में एक ठोस संकेत दिया है कि मोदी की भाजपा और योगी के उत्तर प्रदेश में कोई भी नेता अपने पारंपरिक रूप से पोषित वोट बैंक को अपनी जेब में रखने का दंभ नहीं भर सकता है। योगी सरकार द्वारा राज्य में मोदी की योजनाओं को अच्छी तरह से लागू करने से राज्य में एक मजबूत लाभार्थी कैडर बन गया है, जो किसी भी पारंपरिक जाति, क्षेत्र व धर्म पर आधारित वोट बैंक के साथ मुकाबला करने के लिए तैयार है। साफ है कि दूसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों में ही योगी ने यूपी मॉडल का परचम लहरा दिया है।
शांतनु गुप्ता, योगी आदित्यनाथ की जीवनी लेखक हैं, जिनकी प्रसिद्ध किताब ‘द मॉन्क हू बिकम चीफ मिनिस्टर’ है
टिप्पणियाँ