हैदराबाद में शनिवार को भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू हुई, जिसमें पार्टी के 148 प्रतिनिधि और प्रमुख नेता मौजूद हैं। बैठक कन्वेंशन सेंटर में आयोजित की गई है जो हैदराबाद के आईटी केंद्र कहे जाने वाले हाईटेक सिटी से लगा हुआ है। हैदराबाद में 18 साल बाद भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी बैठक में भाग लेने के लिए आज दोपहर तक हैदराबाद पहुंचेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार बैठक में भाजपा का शीर्ष नेतृत्व 2024 के लोकसभा चुनाव की अपनी रणनीति तैयार करेगा। पांच राज्यों की विधानसभा चुनाव परिणाम पर भी समीक्षा की जाएगी। तेलंगाना के प्रभारी तरुण चुग ने कहा है की पार्टी की नजर देश के दक्षिणी राज्यों पर भी केंद्रित रहेगी।
राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के मद्देनजर पूरे शहर को पार्टी के झंडे, पोस्टर और बैनरों से सजाया गया है। ज्यादातर बैनरों में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बी. संजय कुमार की तस्वीरें हैं। कई पोस्टरों में केंद्र की भाजपा सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया गया है। शहर के हर चौराहे पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के कटआउट लगाए गए हैं। पार्टी ने एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया है, जिसमें राज्य की संस्कृति, हस्तशिल्प, तानाशाही निजाम के खिलाफ तेलंगाना का मुक्ति संघर्ष और तेलंगाना को राज्य का दर्जा दिलाने में भाजपा की भूमिका को प्रदर्शित किया गया है। प्रदर्शनी में निजामों द्वारा किए गए अत्याचार की दास्तान को भी बताया गया है।
आज सुबह बैठक स्थल पर बड़ी संख्या में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आए कलाकारों को पारंपरिक नृत्य और वाद्य यंत्र भी बजाते हुए देखा गया। इनमें कुछ लोग तेलंगाना के प्राचीन नृत्य पेरीनी शिवतांडवम की प्रस्तुति दे रहे थे तो कुछ अन्य पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुनों पर नृत्य कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि पांच वर्ष के अंतराल के बाद भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की यह पहली बैठक होने जा रही है, जो राष्ट्रीय राजधानी से बाहर हो रही है। वर्ष 2014 में केंद्र की सत्ता में आने के बाद भाजपा की यह तीसरी बैठक होगी, जो किसी दक्षिण भारतीय राज्य में आयोजित की जा रही है।
प्रदेश अध्यक्ष बंदी संजय ने कहा कि भाजपा 18 वर्ष के अंतराल के बाद हैदराबाद में अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित कर रही है। इससे पहले 2004 में हैदराबाद में भाजपा को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी। उस समय अविभाजित आंध्र प्रदेश था और तेलंगाना, आंध्र प्रदेश का हिस्सा रहा। तेलंगाना के भारतीय जनता पार्टी के प्रभारी तरुण चुग ने कहा कि तेलंगाना समेत दक्षिण भारत के राज्यों में अपनी पकड़ मजबूत करने के भाजपा के प्रयास के अंतर्गत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 3 जुलाई को हैदराबाद में एक विशाल रैली करेंगे।
भाजपा तेलंगाना में अपना जनाधार बढ़ाने की पूरा कोशिश कर रही है। बैठक की तैयारियों के मद्देनजर भाजपा के नेताओं ने तेलंगाना के सभी 119 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद किया है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि भाजपा केंद्र के अलावा 17 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में अपने दम पर या सहयोगी दलों के साथ शासन कर रही है, अभी भी कुछ राज्य ऐसे हैं जहां उसकी स्थिति कमजोर है। भाजपा की रणनीति के केंद्र में वे राज्य होंगे, जहां कांग्रेस या विपक्षी दलों का शासन है।
वर्तमान में राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है। दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी, ओडिशा में बीजू जनता दल, केरल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस, आंध्र-प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस, तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति और तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कषगम की सरकार है। भाजपा सूत्रों के अनुसार कार्यकारिणी में एक राजनीतिक प्रस्ताव और एक आर्थिक प्रस्ताव पारित किया जा सकता है। मोदी, नड्डा और सारे केंद्रीय मंत्रियों के साथ-साथ भाजपा के महामंत्री भावी रणनीतियों के साथ संगठनात्मक तैयारियों पर मंथन करेंगे।
इस बीच दूसरी पार्टियों के कई पूर्व सांसद, पूर्व विधायक और कुछ कांग्रेसी नेताओं के भाजपा में शामिल होने की बात कही जा रही है। पूर्व सांसद विश्वेश्वर रेड्डी ने एलान किया है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा के समक्ष वे पार्टी में शामिल हो जाएंगे।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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