उदयपुर में कन्हैयालाल तेली की निर्मम हत्या करने के आरोपित मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद का अजमेर कनेक्शन मिलने के बाद पुलिस अलर्ट पर है। अजमेर पुलिस ने सभी संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी है।
इधर, गुरुवार देर रात आरोपित रियाज और गौस मोहम्मद को अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में लाया गया है। कड़ी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच आरोपितों को उदयपुर से अजमेर पहुंचाया गया। इस बीच मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों द्वारा उकसाने वाले बयान के वीडियो वायरल होने पर स्थानीय पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने दरगाह ख्वाजा साहब के निजाम गेट के बाहर खड़े होकर भीड़ को उकसाने वाले आपत्तिजनक नारे लगाए थे। अजमेर में आतंकी संगठनों से जुड़े लोगों के रिश्तेदारियां अथवा तालुकात सामने आने पर अजमेर में पुलिस और खुफिया तंत्र बहुत ही सतर्कता बरतने लगा है। पुलिस ने पिछले दो तीन दिनों में अजमेर में विभिन्न स्थानों पर दबिश भी दी है। पुलिस कुछ नामजद लोगों की तलाश भी कर रही है।
अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल के अधीक्षक पारस जांगिड़ के अनुसार न्यायिक अभिरक्षा में भेजे जाने के बाद गुरुवार आधी रात बाद करीब ढाई बजे कन्हैयालाल के हत्यारोपितों रियाज और गौस मोहम्मद को अजमेर लाया गया। यहां उन्हें जेल के अन्दर तीन स्तरीय सुरक्षा घेरे में अलग-अलग गहन बैरकों में रखा गया है। आरोपितों का मेडिकल भी जेल के अंदर ही कराए जाने को लेकर कवायद की गई है।
आदर्श नगर थाना प्रभारी सुगन सिंह के अनुसार कन्हैयालाल तेली के हत्यारोपित रियाज अत्तारी की अजमेर में रिश्तेदारी की जानकारी मिलने पर रिश्तेदारों से बात की गई। थाना प्रभारी ने बताया कि रिश्तेदारों ने रियाज का विगत तीन सालों से उनसे सम्पर्क नहीं होने की जानकारी दी। रिश्तेदारी में रियाज की बहन और भांजे अजमेर के आदर्श नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले बताए जा रहे हैं। यह बात स्वयं रियाज ने भी जांच एजेंसियों के समक्ष कबूल किया है कि वे कन्हैयालाल की हत्या के बाद अजमेर में फरारी काटने का इरादा रखते थे। अजमेर में आरोपित किस-किस के सम्पर्क में थे, यही बात पुलिस और खुफिया एजेंसियों के लिए अब जांच का अहम विषय बना हुआ है। पुलिस ने सभी तरफ अपने खुफिया तंत्र को सक्रिय कर दिया है। बताते हैं रियाज की बहन से नाता तोड़ने को लेकर स्वयं रियाज ने ही वीडियो संदेश भेजा था। यह घटना तब की बताई जाती है, जब रियाज उमरा पर सउदी अरब से लौटा था।
अजमेर दरगाह पुलिस थाने के वृत्ताधिकारी सुमित सारस्वत के अनुसार बीजेपी से निलम्बित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान के विरोध में अजमेर में मुस्लिम समुदाय ने 17 जून को मौन जुलूस निकाले जाने का ऐलान किया था। इस जुलूस को दरगाह के मुख्य दरवाजे से शुरू होना था। जुलूस के शुरू होने के दौरान भीड़ को भड़काने वाले नारे लगाने और भाषण देने वाले वीडियो वायरल होने के बाद खादिम मोहल्ला पन्नीग्रान चौक निवासी फखर जमाली, गुजरात राजकोट मोरबी निवासी रियाज हसन और अजमेर दरगाह बाजार फूलगली निवासी ताजिम सिद्दीकी, जयपुर शास्त्री नगर हाल अजमेर दरगाह बाजार संजरी होटल निवासी मोइन खान पठान को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस गोहर चिश्ती नामक एक अन्य आरोपित की तलाश कर रही है। आरोप है कि गौहर चिश्ती वह शख्स है, जिसने जुलूस से एक दिन पूर्व यानी 16 जून को ही जुलूस में विवादित नारे लगाने और भीड़ को उकसाने का इरादा दर्शाते हुए अपने साथियों के साथ साजिश रच रखी थी।
उल्लेखनीय है कि उस दौरान गौहर द्वारा लगाए गए नारे पर अन्य लोगों ने आवाज मिला दी। पुलिस ने इस बात का संज्ञान भी लिया किन्तु तब उन्हें पकड़ा नहीं गया। इधर जब कन्हैयालाल की हत्या हुई तो पुलिस के कान खड़े हुए और गुरुवार रातोंरात पुलिस ने आरोपितों की तलाश कर उन्हें पकड़ा।
टिप्पणियाँ