मास्को ने अमेरिकी रुख के प्रति अपनी नाराजगी जताते हुए 28 जून यानी कल अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के परिवार के विरुद्ध एक बड़ा कदम उठाया है और राष्ट्रपति बाइडेन की पत्नी, उनकी बेटी सहित करीब 25 अमेरिकी नागरिकों पर प्रतिबंध थोप दिया है।
इस बाबत रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि रूसी राजनीतिक और सार्वजनिक विभूतियों के विरुद्ध लगातार बढ़ते अमेरिकी प्रतिबंधों और अमेरिका के रवैए के विरुद्ध यह फैसला किया गया है। हालांकि विशेषज्ञों की यह भी राय है कि जिस तरह से बाइडेन ने यूक्रेन रूस युद्ध के मद्देनजर यूक्रेन को और पैसा तथा आधुनिक हथियार देने की घोषणा की है, रूस उससे भी आक्रोश में है।
रूस के विदेश मंत्रालय ने कल एक विज्ञप्ति जारी करके कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की पत्नी जिल बाइडेन और बेटी एशली सहित कुल 25 अमेरिकी नागरिकों को रूस से प्रतिबंधित किया गया है। मंत्रालय ने इसकी एक सूची भी जारी की है। इस सूची को रूसी विदेश विभाग में ‘स्टॉप लिस्ट’ कहा गया है।
इस ‘स्टॉप लिस्ट’ में अमेरिका के अनेक सीनेटर भी शामिल हैं। इनमें प्रमुख हैं मेन की सीनेटर सुजेन कॉलिन्स, केंटकी के मिच मैक्कनल, आयोवा के चार्ल्स ग्रासली, न्यूयॉर्क के कर्स्टन जिलिब्रैंड आदि। सूची में विश्वविद्यालयों के अनेक प्रोफेसर और शोधकर्ताओं सहित अमेरिकी सरकार के कई पूर्व अधिकारी भी शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि रूस ने करीब 4 माह पहले फरवरी 2022 में यूक्रेन पर हमला बोला था। जैसा कि सब जानते हैं, इस युद्ध के दौरान अमेरिका सहित अनेक पश्चिमी देशों ने मॉस्को पर बहुत कड़े प्रतिबंध जड़े हैं। रूस का यह कदम कमोबेश इसी के विरुद्ध अपना गुस्सा प्रदर्शित करने का एक तरीका माना जा रहा है।
अपने गुस्से को दर्शाने के लिए भी राष्ट्रपति पुतिन ने ऐसा मौका चुना जब जर्मनी में जी 7 देशों का शिखर सम्मेलन संपन्न हो रहा था। इसमें यूक्रेन रूस युद्ध को लेकर लिए गए फैसलों से स्पष्ट है कि आने वाले दिनों में पश्चिम रूस के प्रति और कड़े कदम उठा सकता है। दुनिया की सात विकसित अर्थव्यवस्थाओं ने बैठक में यूक्रेन के प्रति आने वाले लंबे समय तक के लिए अपनी प्रतिबद्धताएं जताईं। बैठक के शुरू होने वाले दिन भी रूस ने यूक्रेन पर मिसाइल से जबरदस्त हमला बोला था।
टिप्पणियाँ