पंजाब में गुण्डागर्दी पर विधानसभा में हुई चर्चा के दौरान सत्ताधारी आम आदमी पार्टी विपक्षी कांग्रेस के साथ हमाम में एक साथ नंगी नजर आई। आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस सरकार में यूपी के गैंगस्टर मुख्तार अंसारी को संरक्षण देने के आरोप लगाए तो कांग्रेस ने दिल्ली सरकार पर कुख्यात गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई को प्रोत्साहन देने के आरोप मढ़े। विधानसभा में इस मुद्दे पर खूब हंगामा हुआ और सत्तापक्ष व विपक्ष जैसे-जैसे एक दूसरे के कपड़े उतारते गए लोगों के सामने नंगे होते गए।
पंजाब विधानसभा में मंगलवार को कुख्यात गैंगस्टर मुख्तार अंसारी को लेकर जमकर बवाल हुआ। राज्य के जेल मंत्री हरजोत बैंस ने दावा किया कि अंसारी को फर्जी प्राथमिकी दर्ज कर 2 साल 3 महीने पंजाब की जेल में रखा गया। जिसका चालान तक पेश नहीं किया गया। जेल में वह पत्नी के साथ रहता था। अंसारी को जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट दिया गया। मैंने इस मामले में केस दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं। जेल मंत्री के इस खुलासे से जमकर हंगामा शुरू हो गया। विपक्षी दल कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि जेल मंत्री ने यह बात विधानसभा में कही है। अगर यह बात साबित न हुई तो मंत्री को इस्तीफा देना पड़ेगा।
जेल मंत्री हरजोत बैंस ने विधानसभा में बताया कि गैंगस्टर मुख्तार अंसारी को 2 साल और 3 महीने तक पंजाब की रोपड़ जेल में रखा गया। अंसारी के खिलाफ फर्जी एफआईआर दर्ज की गई थी। उसने जानबूझ कर उस केस में जमानत नहीं ली। जिस बैरक में 25 कैदी आने चाहिए थे वहां उसकी पत्नी रहती थी। यूपी सरकार ने 26 बार प्रोडक्शन वारंट निकाले, लेकिन उसे पंजाब से उत्तर प्रदेश नहीं भेजा गया। यूपी सरकार सुप्रीम कोर्ट गई। इसके विरोध में पंजाब सरकार ने 11 लाख रुपए फीस वाले सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील को हायर किया। अब इसका 55 लाख का बिल आया है। यह बिल हम क्यों दें ? इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त एक्शन लिया जाएगा।
जेल मंत्री हरजोत बैंस के दावे के बाद पूर्व कांग्रेस सरकार के जेल मंत्री सुखजिंदर रंधावा ने कहा कि अंसारी की पत्नी जेल में रहती थी, मंत्री इसे साबित करके दिखाएं। इस पर मंत्री हरजोत बैंस ने कहा कि जांच के आदेश दिए जा चुके हैं। जल्द सच पंजाब के सामने आएगा।
हंगामा होने के बाद नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि अगर गैंगस्टर पर बहस करनी है तो फिर शुरुआत लॉरेंस से होनी चाहिए। लॉरेंस जिस तिहाड़ जेल में बंद है, वह दिल्ली सरकार के अधीन है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की ही सरकार है।
ज्ञात रहे कि पिछली कांग्रेस सरकार में जेल मंत्री रहे सुखजिंदर रंधावा लगातार मुख्तार अंसारी को लेकर विवादों में घिरे रहे। वह उत्तर प्रदेश के दौरे पर भी गए थे। जिसके बाद यूपी सरकार के तत्कालीन मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भी आरोप लगाए थे कि रंधावा अंसारी के परिजन से मिले हैं। हालांकि, रंधावा ने इसे नकारा था। अंसारी उस वक्त रोपड़ जेल में बंद था।
पंजाब में दर्ज था यह केस
मुख्तार अंसारी पर पंजाब में मोहाली के बिल्डर से 10 करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप था। उसे पंजाब पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर मोहाली लेकर आई थी। 24 जनवरी 2019 को कोर्ट में पेश कर उसे रोपड़ जेल में भेज दिया गया। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पिछले साल अप्रैल में उसे पंजाब से उत्तर प्रदेश पुलिस ले गई। राजनीतिक चर्चा थी कि कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मुस्लिम वोट बैंक का लाभ लेने के लिए मुख्तार अंसारी को पंजाब की जेल में शरण दे रखी थी।
टिप्पणियाँ