कोविड की वजह से दो साल से रुकी कांवड़ यात्रा इस बार शुरू होने जा रही है। 10 से 26 जुलाई के बीच हरिद्वार में चार करोड़ कांवड़ियों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है। यात्रा को व्यवस्थित और सुरक्षित पूरा कराने के लिए यूपी सरकार और उत्तराखंड सरकार ने दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। यूपी सरकार ने कांवड़ मार्ग को गड्ढा मुक्त करने के आदेश जिला प्रशासन को दे दिए हैं और इन पर लोक निर्माण विभाग ने काम भी शुरू कर दिया है। 10 जुलाई से पहले सड़कों के गड्डे भर जाएं, इस बात का ख्याल डीएम खुद रखेंगे।
जानकारी के मुताबिक यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा को भव्यता, सुरक्षा और व्यवस्थित पूरा कराने के लिए निर्देशित किया है। सहारनपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, शामली, बागपत, गाजियाबाद, नोएडा, बुलंदशहर, धामपुर, मुरादाबाद, संभल आदि जिलों से गुजरने वाली कांवड़ यात्रा बेहद संवेदनशील मानी जाती है। कांवड़ियों को बाएं तरफ चलने का अनुरोध पुलिस कर्मी करेंगे।
14 जुलाई को श्रावण मास शुरू हो रहा है। 26 जुलाई को शिवरात्रि के दिन शिवालयों में जलाभिषेक किया जाना है। कांवड़ लेने कांवड़िए 10 जुलाई से हरिद्वार पहुंचने शुरू हो जाएंगे। हरिद्वार में कांवड़ मेले की तैयारी अभी से शुरू हो गई है। पुलिस के 10 हजार सिपाही, 133 सेक्टरों में सब इंस्पेक्टरों की ड्यूटी लगा दी गई है। हरिद्वार में लाठी, डंडे, हॉकी स्टिक, बेसबाल बैट, भाले, तलवार आदि हथियारों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। हरिद्वार सीमा पर इसकी चेकिंग सुनिश्चित की गई है। कांवड़ियों को अपना परिचय पत्र साथ रखना होगा और उनका पंजीकरण भी बॉर्डर पर किया जाएगा, ताकि उनका रिकॉर्ड रखा जा सके।
यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली पुलिस को यात्रामार्ग पर सीसीटीवी कैमरे, सर्विलांस सिस्टम दुरुस्त करने को कहा गया है। साथ ही हर राज्य का एक नोडल अधिकारी हरिद्वार के मेला कंट्रोल रूम में रहेगा, ताकि सभी राज्यों में आपसी तालमेल बना रहे। पुलिस अधिकारियों ने कांवड़ियों से आग्रह किया है कि वो चलने से पहले अपने थाना क्षेत्र में सूचना देकर एक अनुमति पत्र प्राप्त कर लें, इससे सुरक्षा में आसानी रहेगी। उत्तराखंड पुलिस ने रेलवे सुरक्षा बल, आईबी और साइबर सेल के अधिकारियों को भी कांवड़ मेले के दौरान रेड अलर्ट मोड में रहने को कहा है। हरिद्वार और आसपास के सभी रेलवे स्टेशनों में आने वाली कांवड़ भीड़ को देखते हुए, वहां पुलिस सहायता केंद्र बनाने को कहा है। यूपी और उत्तराखंड पुलिस ने यात्रा मार्ग पर लगने वाले शिविरों को सड़क से 15 फिट दूर रखने की हिदायत दी है और इसके लिए पुलिस चौकी, थाने से अनुमति लेने को कहा है।
प्लास्टिक, पॉलिथीन, नशा प्रतिबंधित
कांवड़ यात्रा मार्ग पर प्लास्टिक गिलास, पॉलिथीन को प्रतिबंधित किया गया है। पुलिस-प्रशासन को इस बात के लिए निर्देशित किया गया है कि वो ये सुनिश्चित करवाएं कि प्लास्टिक गिलास का उपयोग नहीं किया जाए। कांवड़ियों को नशे से दूर रखने के लिए भी गाइडलाइंस जारी की गई है।
मेरठ में तैयारी
मेरठ में बाबा औघड़ नाथ मंदिर में लगने वाले, शिवरात्रि कांवड़ मेले में इस बार करीब चार लाख कांवड़िए आने की तैयारी कर रहे हैं, जिसके लिए मेरठ प्रशासन तैयारी में जुट गया है।
तिरंगा और भगवा ध्वज लेकर चलेंगे कांवड़िए
आजादी के अमृत महोत्सव को देखते हुए कांवड़ियों में भी जबर्दस्त उत्साह है। कांवड़िए इस बार अपनी-अपनी टोली में भगवा ध्वज के साथ-साथ अपने तिरंगे राष्ट्रीय ध्वज को भी लेकर चलेंगे। हरिद्वार में लगे कांवड़ सामग्री के स्टालों में राष्ट्रीय ध्वज की भारी बिक्री के अनुमान को देखते हुए दुकानदारों ने इसका प्रबंध किया है। भगवान शिव के जयकारों के साथ-साथ इस बार भारत माता की जय के उद्घोष भी कांवड़ मार्ग पर सुने जाएंगे।
डीजे पर प्रतिबंध नहीं
योगी सरकार ने इस बार भी कांवड़ियों के डीजे पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है। शिव भजनों और राष्ट्रीय गीतों से कांवड़ियों में जोश पैदा होता है।
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