1975 को लगाए गए आपातकाल के 47 साल पूरा होने पर शनिवार को बिहार के बेगूसराय में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कार्यालय में काला बिल्ला लगाकर कार्यक्रम आयोजित किया और आज के दिन को देश पर थोपा गया काला दिवस बताया। इस अवसर पर पूर्व विधायक श्रीकृष्ण सिंह ने कहा कि देश में आपातकाल की घोषणा न केवल संविधान को खत्म करने की साजिश थी, बल्कि देश के एकता अखंडता व संप्रभुता पर आघात था। 21 माह तक कांग्रेस बर्बरतापूर्ण व्यवहार से संपूर्ण राष्ट्र को अपने तानाशाही रवैया से कुचलने का काम करता रहा। इस दौरान कांग्रेस ने जिस प्रकार देश की आम नागरिकों की स्वतंत्रता पर विराम लगाए रखा तथा एक लाख 40 हजार से अधिक लोगों को बेवजह जेल की सलाखों के पीछे रखा, उसे आने वाली पीढ़ी कभी भूल नहीं सकती।
सांसद प्रतिनिधि भाजपा नेता अमरेन्द्र कुमार अमर ने कहा कि आज जब कांग्रेस सत्ता से दूर है तो वह खुद को आम जनमानस की हितैषी बताने का प्रयत्न कर रही है। जबकि सच्चाई यह है कि आजादी के बाद से कांग्रेस ने देश की सत्ता पर रहते हुए केवल और केवल संविधान की हत्या की है। आज खुद को संविधान का हितैषी बता कर, सत्ता में काबिज होने का सपना देख रही है।
जिला महामंत्री कृष्ण मोहन पप्पू ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भारत सरकार पूरी तत्परता से राष्ट्र के सर्वांगीण विकास को समर्पित है। गांव, गरीब, किसान, मजदूर, वंचित, शोषित, लोगों की फिक्र करने के साथ-साथ उनके आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान के लिए हर संभव प्रयत्नशील है। जिला उपाध्यक्ष कुंदन भारती ने कहा कि सत्ता के केंद्र में भाजपा विकास एवं बहुआयामी परियोजनाएं राष्ट्र के उत्थान में अपनी महती भूमिका का निर्वाह कर रही है, तो कांग्रेस एवं उसके सहयोगी दल उस विकास में व्यवधान उत्पन्न करने के लिए विभिन्न प्रकार के षड्यंत्र रच रहे।
जिला उपाध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा कि कांग्रेस का चरित्र केवल दंगों का चरित्र है, सत्ता से दूर होते ही कांग्रेस ने देश को दंगों की आग में धकेलने का हर संभव प्रयत्न किया है। लेकिन, वर्तमान सरकार के प्रति लोगों की आस्था इतनी मजबूत है कि हर बार कांग्रेस एवं उनके सहयोगी दल मुंह की खाते हैं। मौके पर जिला उपाध्यक्ष बलराम सिंह, जिला मंत्री सह कार्यक्रम प्रभारी राकेश पांडेय सहित कार्यकर्ता मौजूद रहे।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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