प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिवसेना नेता अर्जुन खोतकर की जालना जिले में स्थित सहकारी चीनी मिल की 200 एकड़ जमीन, फैक्टरी की इमारत और मशीनरी को जब्त कर लिया है । शिवसेना नेता के खिलाफ यह बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। आरोप है कि फैक्टरी की जमीन के लेन-देन में गड़बड़ी पाई गई थी, जिसकी वजह से यह कार्रवाई की गई है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष किरीट सोमैया ने अर्जुन खोतकर की सहकारी चीनी मिल की खरीदी के व्यवहार में आर्थिक गड़बड़ी होने की शिकायत ईडी के समक्ष की थी। इसी वजह से कुछ महीने पहले ईडी ने कृषि उपज मंडी समिति के साथ फैक्टरी और दर्शना स्थित अर्जुन खोतकर के आवास पर दो दिनों तक छापेमारी की थी। इस मामले की मनी लांड्रिंग एंगल के तहत जांच करते हुए आज ईडी ने अर्जुन खोतकर की सहकारी चीनी मिल और उसकी जमीन आदि जब्त की है।
अर्जुन खोतकर ने बताया कि हमें इस कार्रवाई के बारे में कुछ नहीं पता, कार्रवाई करने का अधिकार ईडी के पास है। हम इस संबंध में अदालत में अपील करेंगे । खोतकर ने आरोप लगाया कि ईडी की यह कार्रवाई उन्हें डराने के लिए की जा रही है। इस समय राज्य में जारी राजनीतिक उथल पुथल के बीच ईडी भाजपा कार्यकर्ता की तरह काम कर रहा है। ईडी का प्रयास उन्हें डराने तथा किसी भी तरह बागी एकनाथ खडसे को समर्थन देने के लिए है। इसके बावजूद वे ईडी की इस तरह की कार्रवाई से भयभीत नहीं होंगे। इस तरह की कार्रवाई शिवसेना के और भी नेताओं के विरुद्ध की जा रही है।
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