पंजाब में सत्ता के नशे में चूर आम आदमी पार्टी नित नए कारनामे कर रही है। पार्टी ने सोशल मीडिया पेज पर पोस्ट डाली। जिसमें राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन इकबाल सिंह लालपुरा को भ्रष्टाचारी बता दिया। हालांकि पोस्ट डालते ही उन्हें गलती का पता चला। कुछ मिनट बाद इस पोस्ट को हटा दिया गया। तब तक इसके स्क्रीनशॉट लिए जा चुके थे। इसका पता चलते ही लालपुरा ने ‘आप’ को मानहानि का नोटिस भेज दिया। उन्होंने अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान से सार्वजनिक माफी मांगने को कहा है।
आम आदमी पार्टी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्टर जारी किया। इसमें भगवंत मान की बड़ी फोटो लगाई है। इसे मान सरकार में सारे भ्रष्टाचारी पकड़े जाएंगे के हेडिंग से बनाया गया। इसमें जंगलात विभाग में भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़े पूर्व कांग्रेसी मंत्री साधु सिंह धर्मसोत, इसी केस में नामजद संगत सिंह गिलजियां और अवैध खनन में गिरफ्तार हुए पूर्व कांग्रेसी विधाायक जोगिंदरपाल भोआ की तस्वीर है। इसी में चौथे नंबर पर लालपुरा की तस्वीर लगा दी गई। उन्हें पूर्व कांग्रेसी जंगलात मंत्री बताते हुए पेड़ों की अवैध कटाई का आरोप बताया गया।
गलत इरादे से फोटो लगाई गई : लालपुरा
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन इकबाल सिंह लालपुरा की लीगल टीम ने नोटिस भेजा है। जिसमें कहा कि जानबूझ कर गलत मकसद से अफवाह फैलाई गई। उनके बारे में झूठी सूचना सोशल मीडिया पर प्रसारित की गई। इस पोस्ट में लालपुरा को सबसे भ्रष्ट बताते हुए उनकी फोटो पर गिरफ्तारी की मुहर लगाई गई थी। अब यह पोस्ट हटा ली गई लेकिन यह कई घंटे तक उनके पेज पर रही। जिसे कई लोगों ने देखा। अब इसके स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे हैं।
नोटिस में कहा गया कि इकबाल सिंह लालपुरा आपीएस अफसर रह चुके हैं। इस दौरान वह अमृतसर और तरनतारन में एसएसपी रहे। अमृतसर के सीआईडी के एआईजी रहे। 1972 से लेकर अब तक की पब्लिक लाइफ में उन पर कोई दाग नहीं है। उन्हें 75 से ज्यादा प्रशंसा और अवार्ड मिल चुके हैं। वह आतंकवाद के दौर में भी एक्टिव अफसर रहे। उन्हें राष्ट्रपति पुलिस पदक भी मिल चुका है।
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