मालदीव की राजधानी माले में राष्ट्रीय फुटबॉल स्टेडियम के परिसर में मंगलवार सुबह इस्लामिक कट्टरपंथियों ने योग दिवस पर आयोजित सत्र को बाधित किया। योग और ध्यान सत्र को भारतीय सांस्कृतिक केंद्र और मालदीव के युवा, खेल और सामुदायिक अधिकारिता मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया गया था। सुबह 06:30 बजे योग सत्र में हुए हंगामे के बाद योग कर रहे लोगों को स्थान छोड़ना पड़ा।
प्रदर्शनकारियों ने योग कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से स्टेडियम खाली करने को कहा और मारपीट भी की। भीड़ लाठी और झंडों से लैस थी और उसने योग कर रहे लोगों पर झंडों से हमला किया। पुलिस ने गुस्साई भीड़ को रोकना चाहा तो स्थिति और अधिक तनावग्रस्त हो गई। मैदान में पुलिस को आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े।
राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सालेह ने हमले की निंदा की है और इसकी जांच की घोषणा की है। आज सुबह गालोल्हू स्टेडियम में हुई घटना की पुलिस द्वारा जांच शुरू कर दी गई है। इसे गंभीर चिंता का विषय माना जा रहा है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को तेजी से कानून के दायरे में लाया जाएगा। पुलिस के अनुसार मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को मान्यता दी है और घोषणा की है कि इसे हर साल 21 जून को मनाया जाएगा। मालदीव उन 177 देशों में शामिल था, जिन्होंने इस दिन को मनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव को सह-प्रायोजित करने के पक्ष में मतदान किया था।
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