तालिबान के सुप्रीम नेता अखुंदजदा के दो, तीन, चार निकाह न रचाने के फरमान को ठेंगा दिखाते हुए तालिबान के अधिकारी अपने से कहीं छोटी उम्र की लड़कियों से न सिर्फ निकाह रचा रहे हैं बल्कि एवज में उनके परिवार को लाखों रुपए भी दे रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि अभी मई माह में भी इस आशय का आदेश फिर से जारी किया गया था। लेकिन अब भी कई प्रांतों के तालिबानी अधिकारियों के इस तरह दूसरा, तीसरा निकाह करने के समाचार मिले हैं।
पिछले साल अगस्त में अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान लड़ाकों ने सबसे पहले शरिया के नाम पर महिलाओं पर ही शिंकजा कसना शुरू किया था। देश में बेशक महिलाएं और कम उम्र की युवतियां सबसे दयनीय स्थिति में हैं। सूत्रों के हवाले से अफगानिस्तान के रुखसाना मीडिया की रिपोर्ट है कि पिछले साल तालिबानी कब्जे के बाद से दक्षिणी अफगानिस्तान में के बड़े वाले तालिबानी अधिकारियों ने अपने से आधी उम्र से भी कम उम्र की लड़कियों को अपनी दूसरी बेगम बनाया है। इनमें से एक नाम तो है कंधार प्रांत के तालिबानी गवर्नर 50 वर्षीय हाजी मोहम्मद यूसुफ वफा का, जिसने 18—19 साल की लड़की से निकाह रचाया है।
इस अधिकारी के एक नजदीकी व्यक्ति ने ही इस निकाह की जानकारी रुखसाना मीडिया को दी है। बताया गया कि हाजी वफा ने लड़की के पिता को उनकी बेटी से निकाह करने के एवज में 36 लाख पाकिस्तानी रुपए दिए थे। पता चता है कि उसकी दूसरी बेगम कंधार के मैवंद जिले के तैमूर इलाके की रहने वाली रजिया है। यह निकाह लगभग पांच महीने पहले गुप्त रूप से हुआ था। इसमें गिने—चुने मेहमानों को बुलाया गया था।
सत्ता कब्जाने के बाद निकाह रचाने वाला दूसरा तालिबानी अधिकारी है हाफिज राशिद हेलमंदी। यह सूचना और संस्कृति विभाग का निदेशक है। जानकारी के अनुसार, हाफिज राशिद की उम्र करीब 50 साल है, जबकि उसकी नई बेगम की उम्र करीब 20 साल है। वह मूलतः हेलमंड के संगिन जिले का रहने वाला है। इस निकाह के एवज में हाफिज ने अपनी नई बेगम के परिवार को 28 लाख पाकिस्तानी रुपए दिए थे। यह निकाह तो पिछले साल अगस्त में तालिबान के सत्ता कब्जाने के कुछ ही महीने बाद रचाया गया था। बताया गया है कि ऐसी ही खबरों के सामने आने पर, तालिबान के सुप्रीम नेता हैबतुल्लाह अखुंदजदा ने इस साल जनवरी में एक फरमान जारी करके सरकारी अधिकारियों से दूसरे, तीसरे और चौथे निकाह से बाज आने को कहा था।
लेकिन साफ है कि अखुंदजादा के इस आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही थीं। यही वजह थी कि अभी मई महीने में एक नया फरमान जारी किया गया। इसके तहत अखुंदजदा ने मंत्रालय को उन लोगों की जानकारी देने का आदेश सुनाया जो उनके फरमान का ‘उल्लंघन’ कर रहे हैं।
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