झारखंड में स्कूली छात्रों की पोशाक का रंग होगा हरा
Thursday, June 30, 2022
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • Subscribe
होम भारत झारखण्‍ड

झारखंड में स्कूली छात्रों की पोशाक का रंग होगा हरा

झारखंड सरकार ने कहा है कि छठीं से बारहवीं तक के छात्रों की पोशाक का रंग होगा हरा। इससे कुछ पहले विद्यालय के भवनों को हरे रंग में रंगने का आदेश दिया था। भाजपा ने इसे मुस्लिम तुष्टीकरण बताते हुए किया है विरोध।

रितेश कश्यप by रितेश कश्यप
Jun 21, 2022, 10:57 am IST
in झारखण्‍ड
अभी इस पोशाक में दिखते हैं झारखंड के स्कूली छात्र। अब इस पोशाक को हरे रंग में रंगने की योजना है

अभी इस पोशाक में दिखते हैं झारखंड के स्कूली छात्र। अब इस पोशाक को हरे रंग में रंगने की योजना है

Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail

झारखंड सरकार ने कहा है कि छठी से बारहवीं तक के छात्रों की पोशाक का रंग होगा हरा। इससे कुछ पहले विद्यालय के भवनों को हरे रंग में रंगने का आदेश दिया था। भाजपा ने इसे मुस्लिम तुष्टीकरण बताते हुए किया है विरोध।

 

ऐसा लग रहा है कि झारखंड सरकार के पास मुस्लिम तुष्टीकरण के अलावा और कोई काम ही नहीं बचा है। इसी क्रम में अब झारखंड सरकार ने नया कारनामा कर दिखाया है। राज्य सरकार ने कहा है कि अब सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों की पोषाक हरे रंग में होगी। इससे पहले राज्य सरकार ने राज्य के सभी विद्यालयों को हरे रंग से रंगने का आदेश दिया था। उससे पहले राज्य के प्रत्येक जिले में स्थानीय भाषा के नाम पर हिंदी हटाकर उर्दू को अनिवार्य कर दिया था। लोगों का कहना है कि इस तरह के निर्णयों के बाद कट्टरवादी तत्वों का मनोबल बढ़ना स्वाभाविक है।

क्या है मामला ?

उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निर्देश पर पोशाक को हरे रंग में बदलने के लिए झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा प्रस्ताव तैयार कर शिक्षा मंत्री को भेजा गया था। उस प्रस्ताव पर शिक्षा मंत्री ने अपनी मुहर भी लगा दी है। पता चला है कि 1 जुलाई यानी नए शैक्षणिक सत्र से बच्चों को हरे रंग की नई पोशाक दी जाएगी। नई पोशाक कक्षा छठीं से बारहवीं तक के छात्रों को दी जाएगी। कहा जा रहा है कि इन छात्रों की पैंट हरी होगी और कमीज हरी या सफेद होगी।
आपको बता दें कि राज्य के सरकारी स्कूल के बच्चों की पोशाक का रंग तीसरी बार बदलने जा रहा है। सबसे पहले बच्चों की पोशाक का रंग नीला था। उसके बाद 2015-16 में बदलकर पैंट का रंग मैहरून और शर्ट का रंग क्रीम कलर का रखा गया था।
राज्य में अब तक कक्षा 1 से 8 तक के सभी विद्यार्थियों एवं नौवीं से 12वीं तक की छात्राओं को पोशाक दी जाती थी। इस वर्ष से कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के छात्रों को भी पोशाक दी जाएगी।

विद्यालय भवन भी हो रहे हैं हरे

कुछ समय पहले राज्य सरकार ने 35000 सरकारी विद्यालयों को हरे रंग में रंगने का फरमान जारी किया था। इसके तहत नए सत्र से विद्यालयों के भवनों को हरा और उनके दरवाजों और खिड़कियों को सफेद किया जाएगा।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास के अनुसार सरकार को तुष्टीकरण की राजनीति करनी है इसलिए सरकारी विद्यालयों और उनके बच्चों की पोशाक का रंग हरा करने पर ध्यान दे रही है। अप्रत्यक्ष रूप से सरकार सभी विद्यालयों को मदरसा बना देना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के बच्चों को अपनी गंदी राजनीति में घसीट लेना चाहती है। झारखंड में हजारों शिक्षकों की बहाली अभी तक लटकी हुई है, लेकिन सरकार का ध्यान स्कूल और पोशाकों के रंग पर है। इससे स्पष्ट होता है कि सरकार को विकास से नहीं तुष्टीकरण से मतलब है।

राज्य में शिक्षकों का अभाव

यह तो रही रंगों की राजनीति की बात। अब बात करेंगे झारखंड के विद्यालयों के शिक्षकों और वहां की शिक्षा की स्थिति की। झारखंड में शिक्षकों की स्थिति यह है कि लगभग सभी प्राथमिक विद्यालयों में लगभग एक या दो शिक्षक ही हैं। ऐसी ही स्थिति मध्यम और उच्च विद्यालयों की भी है। सरकारी आंकड़े के हिसाब से प्राथमिक विद्यालय में अभी 60,000 पद खाली हैं। इसी वर्ष जून में 26,000 शिक्षकों की नियुक्ति निकलने वाली थी, लेकिन अब तक सरकार की ओर से इसकी सुगबुगाहट तक नहीं है। ऐसी ही हालत मध्य और उच्च विद्यालयों के शिक्षकों की भी है। यहां भी लगभग 10 से 15 हजार पद रिक्त हैं। इतनी रिक्तियां होने के बाद कोई भी अंदाजा लगा सकता है कि झारखंड की शिक्षा व्यवस्था कैसे चल रही होगी।

रितेश कश्यप
Correspondent at Panchjanya | Website

दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।

 

  • रितेश कश्यप
    https://panchjanya.com/author/ritesh-kashyap/
    शिविर के दौरान लगी शाखा और ऊपर भारत माता का पूजन करते बाल स्वयंसेवक
    Jun 28, 2022, 02:50 pm IST
    बाल स्वयंसेवकों के लिए दो दिवसीय शिविर
  • रितेश कश्यप
    https://panchjanya.com/author/ritesh-kashyap/
    धरना देते पीड़ित परिवार
    Jun 27, 2022, 06:35 pm IST
    “विधायक मुसलमान, उपायुक्त मुसलमान, फिर हिन्दुओं की कोई क्यों सुने?”
  • रितेश कश्यप
    https://panchjanya.com/author/ritesh-kashyap/
    झारखंड उच्च न्यायालय
    Jun 24, 2022, 01:54 pm IST
    झारखंड सरकार को फिर पड़ी अदालत की लताड़
Topics: latest news jharkhandjharkhand schoolgreen dress of jharkhand studentJharkhand News
ShareTweetSendShareSend
Previous News

बिहार में ‘तालिबानी’ राज, एक सोशल पोस्ट पर अधिकारी की गिरफ्तारी

Next News

बेहद अनूठे हैं देवशक्तियों के वाद्ययंत्र

संबंधित समाचार

धरना देते पीड़ित परिवार

“विधायक मुसलमान, उपायुक्त मुसलमान, फिर हिन्दुओं की कोई क्यों सुने?”

दंतेवाड़ा में फागुन मेला से दो नक्सली गिरफ्तार

झारखंड में माओवादियों को विदेशी हथियार मुहैया कराता है बब्बर खालसा गैंग

प्रतीकात्मक चित्र

लव जिहादी अकील अहमद को 14 वर्ष की सजा

असदुद्दीन ओवैसी पहुंचे झारखंड, स्वागत में लगे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे

असदुद्दीन ओवैसी पहुंचे झारखंड, स्वागत में लगे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे

रांची हिंसा पर केंद्रीय गृह मंत्रालय सख्त, राज्यपाल से मांगी रिपोर्ट

रांची हिंसा पर केंद्रीय गृह मंत्रालय सख्त, राज्यपाल से मांगी रिपोर्ट

रांची को कराची बनाने की साजिश में जुटे कट्टरपंथी

रांची को कराची बनाने की साजिश में जुटे कट्टरपंथी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

कन्हैया की मदद के लिए आगे आया हिन्दू समाज, कपिल मिश्रा की अपील पर 24 में एकत्र हुए एक करोड़ रुपये

कन्हैया की मदद के लिए आगे आया हिन्दू समाज, कपिल मिश्रा की अपील पर 24 में एकत्र हुए एक करोड़ रुपये

कन्हैयालाल के परिवार की मदद के लिए कपिल मिश्रा ने जुटाए एक करोड़, 25 लाख रुपये

कन्हैयालाल के परिवार की मदद के लिए कपिल मिश्रा ने जुटाए एक करोड़, 25 लाख रुपये

बांदीपोरा: सुरक्षा बलों ने हाइब्रिड आतंकी को दबोचा, उत्तर कश्मीर में लश्कर के काडर को मजबूत करने का कर रहा था काम

बांदीपोरा: सुरक्षा बलों ने हाइब्रिड आतंकी को दबोचा, उत्तर कश्मीर में लश्कर के काडर को मजबूत करने का कर रहा था काम

मुक्तिगाथा : अमर बलिदानियों के शौर्य और भारत के स्वाधीनता संघर्ष की कहानी सुनाएंगे गीत

मुक्तिगाथा : अमर बलिदानियों के शौर्य और भारत के स्वाधीनता संघर्ष की कहानी सुनाएंगे गीत

कुलगाम: सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को मार गिराया, आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा-ऑपरेशन था बहुत महत्वपूर्ण

कुलगाम: सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को मार गिराया, आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा-ऑपरेशन था बहुत महत्वपूर्ण

पेरिस आतंकी हमला : गुनहगार सलाह अब्देसलाम को फ्रांस के इतिहास की सबसे कड़ी सजा

पेरिस आतंकी हमला : गुनहगार सलाह अब्देसलाम को फ्रांस के इतिहास की सबसे कड़ी सजा

उदयपुर हत्या मामले में जामा मस्जिद के शाही इमाम का बयान, कहा- गैर इस्लामिक और अमानवीय

उदयपुर हत्या मामले में जामा मस्जिद के शाही इमाम का बयान, कहा- गैर इस्लामिक और अमानवीय

यूपी में कोरोना की धीमी पड़ी रफ़्तार

10 से 10 तक : फिर डराने लगा कोरोना, 24 घंटे में 18 हजार से अधिक केस, 39 की मौत

बिहार में 24 घंटे में सामान्य से 254 प्रतिशत ज्यादा बारिश, दो दिन में वज्रपात से 32 की मौत

बिहार में 24 घंटे में सामान्य से 254 प्रतिशत ज्यादा बारिश, दो दिन में वज्रपात से 32 की मौत

स्वार्थ की आग में झोंका देश

स्वार्थ की आग में झोंका देश

  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping
  • Terms

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • श्रद्धांजलि
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies