पाकिस्‍तान को सता रहा जिहाद का डर, टीटीपी से बात से पहले 13 मौलाना आतंकी हक्कानी को मनाने पहुंच रहे काबुल
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

पाकिस्‍तान को सता रहा जिहाद का डर, टीटीपी से बात से पहले 13 मौलाना आतंकी हक्कानी को मनाने पहुंच रहे काबुल

टीटीपी आतंकी पाकिस्तान का एक हिस्सा शरीयत के हिसाब से चलाना चाहते हैं, जबकि सरकार को डर है कि यह देश के टुकड़े करने की शुरुआत हो सकती है

by Alok Goswami
Jun 20, 2022, 06:00 pm IST
in विश्व
सिराजुद्दीन हक्‍कानी

सिराजुद्दीन हक्‍कानी

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

पाकिस्‍तान में पहले इमरान की हुकूमत के पसीने छूट रहे थे तो अब शाहबाज की सरकार कंपकंपा रही है। कारण है टीटीपी आतंकियों की एक अलग इस्लामी देश बनाने की खुली धमकी। टीटीपी यानी तहरीके तालिबान पाकिस्तान। वह आतंकी गुट जो जितना कट्टर है उतना ही खूंखार भी है। उसी ने काफी समय पहले तालिबान की तर्ज पर पाकिस्तान से काटकर एक अलग इस्‍लामिक अमीरात बनाने की अपनी मंशाएं जाहिर कर रखी हैं।

पहले इमरान सरकार और अब शाहबाज सरकार लगातार टीटीपी से संघर्षविराम करके विस्फोट को दबाए रखने में सफल रहती आ रही हैं। यह और बार है कि इसके बावजूद जब दाव पड़ता है टीटीपी के हत्यारे कांड करने में देरी नहीं लगाते। शायद सतत चले आ रहे इसी ‘सिरदर्द’ का इलाज करने के लिए अब शाहबाज सरकार को नई तरकीब सूझी है। वह चाहती है कि अफगानिस्तान में जमे आतंकी सरगना सिराजुद्दीन हक्कानी को बीच में लाकर टीटीपी से कोई सुलह—सफाई जैसी कर ली जाए।

पाकिस्तान की हुकूमत की इसी इच्छा की पूर्ति के लिए शायद 13 मौलवियों का एक दल ​काबुल पहुंच रहा है। ये मौलवी हक्कानी को बीच में लाकर टीटीटी के आतंकियों को मनाने की कोशिश करेंगे। दरअसल ये मौलवी फिलहाल ता‍लिबान सरकार में गृहमंत्री की कुर्सी पर जमे लड़ाका सरगना सिराजुद्दीन हक्‍कानी के नजदीकी माने जाते हैं।

टीटीपी आतंकियों की मांग रही है कि पाकिस्तान के अंदर ही शरिया कानून से चलने वाला एक स्वायत्त क्षेत्र बनाया जाए। वहां की सरकार इसे देश के दोफाड़ करने की कोशिश जैसा मान रही है। शाहबाज शरीफ की इस आशंका को दूर करने के लिए ये मौलाना आतंकी टीटीपी से मिलने से पहले हक्‍कानी से चर्चा करेंगे।

टीटीपी या तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्‍तान आतंकियों की उक्त मांग पाकिस्‍तान के खैबर पख्‍तूनख्‍वा सूबे के कबायली इलाके को लेकर है। यहां वे शरिया कानून से चलने वाले इलाके की मांग कर रहे हैं। नहीं तो उनके अनुसार, वे पाकिस्‍तान के विरुद्ध जिहाद छेड़ने में देर नहीं लगाएंगे। इस धमकी से शाहबाज सरकार का घबराना स्वाभाविक ही था। पाकिस्‍तानी सैनिकों के सैकड़ों बच्‍चों की जान ले चुके टीटीपी आतंकियों को मनाने के लिए ही मौलवियों की यह कवायद रखी गई है।

पाकिस्‍तान सरकार का मकसद है, टीटीपी वाले शरिया कानून वाले इलाके अथवा जिहाद की बात छोड़ दें, लेकिन आतंकी भी तो कट्टर मजहबी उन्मादी हैंं, वे अपनी बात से पलटने को तैयार नहीं हैं। पाकिस्तान के अंग्रेजी दैनिक द एक्‍सप्रेस ट्रिब्‍यून की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्‍तान से काबुल जाने वाले 13 मौलानाओं की अगुआई मुफ्ती ताकी उस्‍मानी कर रहे हैं। इस मौलवी टोली में खैबर पख्‍तूनख्‍वा के उलेमा भी शामिल किए जाने की बात है। बताते हैं इन उलेमाओं की हक्‍कानी नेटवर्क के साथ नजदीकी है।

बताया गया है कि ये पाकिस्‍तानी उलेमा टीटीपी सरगनाओं के साथ काबुल में सीधी बातचीत करेंगे। वे टीटीपी के साथ संघर्षविराम को और असरदार बनाने की कोशिश करेंगे। ये मौलवी टीटीपी से उस जिद को छोड़ने को भी कहेंगे कि शरीयत कानून वाले स्‍वायत्‍त इलाके की मांग छोड़ दें, जिसे पाकिस्‍तानी संसद ने एक प्रस्‍ताव पारित करके खैबर पख्‍तूनख्‍वा सूबे का हिस्‍सा बनाया हुआ है। यही इलाका है जहां टीटीपी आतंकी ‘इस्‍लामिक सरकार’ बनाने को बेचैन हैं।

टीटीपी ने पाकिस्‍तान सरकार के विरुद्ध जिहाद छेड़ा हुआ है। मौलाना ये कोशिश भी करेंगे ​कि टीटीपी इस जिहाद से बाज आए। पाकिस्‍तान की सूचना मंत्री ने कहा है कि टीटीपी के साथ इस ताजा बातचीत में सरकार तथा पाकिस्‍तान की सेना, दोनों ही शामिल हैं। लेकिन पाकिस्तान में अंदरखाने इस कथित सौदे को लेकर खासा गुस्सा भी दिखाई दे रहा है।

 

Topics: kabulttphaqquanimaulanaPakistantalibanshahbaaz
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

पाकिस्तान का झूठ बेनकाब: भारतीय प्लेन गिराने के दावे की सच्चाई पाक के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने खुद ही बता दी

भारत के एनएसए अजीत डोवल

Operation Sindoor: NSA Doval ने जिन्ना के देश के एनएसए से कहा-भारत तनाव नहीं चाहता, लेकिन हिमाकत की तो कड़ा जवाब मिलेगा

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने की ऑपरेशन सिंदूर की प्रशंसा, बताया- ‘पहलगाम के पीड़ितों के लिए न्याय का प्रारंभ’

Operation Sindoor Video : सबूत मांगने वालों को भारतीय सेना का करारा जवाब, GPS डेटा के साथ जारी किए वीडियो

महरंग बलोच की गिरफ्तारी को लेकर अनेक अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने चिंता जताई है

महरंग बलोच को छोड़ कई बलूच कार्यकर्ताओं को रिहा करके क्या अपने लिए हमदर्दी पैदा कर सकती है पाकिस्तान सरकार?

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

खेत हरे, खलिहान भरे

पाकिस्तान ने उरी में नागरिक कारों को बनाया निशाना

कायर पाकिस्तान ने नागरिकों को फिर बनाया निशाना, भारतीय सेना ने 50 ड्रोन मार गिराए

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा केवल झूठ, खालिस्तानी समर्थन, युद्ध भड़काने वाला गाना रिलीज

देशभर के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट : सभी यात्रियों की होगी अतिरिक्त जांच, विज़िटर बैन और ट्रैवल एडवाइजरी जारी

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies