कोरोना महामारी के दूसरे साल में भारतीयों ने स्विस बैंक में पैसे जमा करने के पिछले 7 साल के रिकार्ड को तोड़ दिया! यानी साल 2021 में स्विस बैंक के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय नागरिकों के बचत और चालू खातों में जमा रकम 4,800 करोड़ रुपये तक जा पहुंची थी।
पिछले दिनों स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक ने अपने खातों में जमा रकम के वार्षिक आंकड़े साझा किए हैं। इसके अनुसार, साल 2021 में भारतीय कंपनियों और भारत के लोगों द्वारा जमा की गई रकम 50 प्रतिशत ज्यादा आंकी गई है और यह बढ़कर 30,500 करोड़ रुपये हो गई है। यह जमा पैसा गत 14 वर्षों में सबसे ज्यादा बताया गया है। उससे पिछले साल यानी 2020 में यह रकम 20,700 करोड़ रुपये थी। जमा होने वाले पैसे यह लगातार दूसरे साल बढ़त देखी गई है। इसमें प्रतिभूतियों सहित वैसे अन्य प्रकारों और जमा पूंजी को भी सम्मिलित किया गया है।
आंकड़ों के अनुसार, भारतीयों के बचत और चालू खातों में जमा रकम गत सात साल के उच्चतम स्तर यानी 4,800 करोड़ रुपये आंकी गई है। हैरानी की बात यह है कि इसके पहले दो वर्ष इसमें गिरावट ही दर्ज की गई थी।
स्विट्जरलैंड के नेशनल बैंक का कहना है कि 2021 के अंत तक भारतीय खातेदारों की देनदारी 30,839 करोड़ रुपये (383.1 करोड़ स्विस मुद्रा) थी। इसमें से 4,800 करोड़ रुपये खाते में जमा कर दिए गए हैं। 2020 में यह आंकड़ा 4,000 करोड़ रुपये था। इसके साथ ही, 9,760 करोड़ रुपये दूसरे बैंकों द्वारा जमा किए गए थे और यह राशि 3,064 करोड़ रुपये थी। इसमें से 2.40 करोड़ रुपये एक ट्रस्ट द्वारा जमा किए गए थे।
स्विट्जरलैंड के नेशनल बैंक का कहना है कि सबसे ज्यादा रकम बॉन्ड्स, प्रतिभूति और अन्य तरीकों से जमा की गई है, जो लगभग 16,000 करोड़ रुपये बैठती है। साल 2006 में भारतीयों की सबसे ज्यादा जमा रकम दर्ज की गई थी और यह रकम थी लगभग 52, 000 करोड़ रुपये। इसके बाद इसमें लगातार गिरावट ही दर्ज की जाती रही थी।
लेकिन यह भी तथ्य है कि पहले के सालों यानी 2011, 2013, 2017, 2020 और 2021 में इसमें बढ़त ही देखी गई। बैंक ने बताया है कि 2019 और 2020 में सभी तरह के जमा में गिरावट देखी गई थी। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि 2021 में सभी में बढ़ोतरी देखने में आई है।
टिप्पणियाँ