केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने अग्नि पथ योजना को बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा एक बहूमंत्रालयी परिकल्पना है, जो देश की आंतरिक एवं बाह्य सुरक्षा के पारस्परिक संबंधी अवधारणा पर टिकी है एवं जो इसके आधार वाक्य पर टिकी है कि किसी देश की हवाई सुरक्षा की स्थिति मूलतः रूप से इसकी आंतरिक ताकत से जुड़ी होती है तथा देश की आंतरिक ताकत मूल रूप से इसकी जनसांख्यिकी सामाजिक दृष्टिकोण रणनीति सांस्कृतिक एवं इसके देशवासियों की विचारधारा से जुड़ी होती है।
सपने भी हकीकत बनते हैं
केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री भट्ट ने बताया कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने युवाओं को अल्पावधि के लिए सेना में भर्ती होने एवं अग्निवीर के तौर पर देश की सेवा करने का अवसर देने के लिए अग्निपथ योजना की शुरुआत की है, और उन्हें विश्वास है कि संपूर्ण राष्ट्र एवं विशेष तौर पर देश के युवा भारतीय सशस्त्र सेनाओं को सर्वोच्च सम्मान की दृष्टि से देखते हैं, तथा अपने जीवन काल में किसी ने किसी मोड़ पर प्रत्येक बच्चा सेना की वर्दी धारण करने की तमन्ना रखता है, या यह कहें इस प्रस्ताव से सशस्त्र सेनाओं के युवा प्रोफाइल में इजाफा होगा। और साथ ही साथ उसके प्रौद्योगिकी बेस या आधार में भी सुधार होगा।
श्री भट्ट ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत संबंधित सैन्य अधिनियम के तहत देश के हर कोने से युवाओं को 4 वर्ष की अवधि के लिए बतौर अग्निवीर भर्ती किया जाएगा। इसमें प्रयास रहेगा कि परंपरागत प्रौद्योगिकी प्रथाओं और व्यवस्थाओं का इस्तेमाल कर देश के कोने-कोने से सर्वाधिक योग्य अग्नि वीरों का चयन किया जाए।
श्री भट्ट ने कहा कि योजना के पहले वर्ष 46000 उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा जिनमें 40,000 थल सेना 3000 नौसेना और 3000 उम्मीदवार हवाई सेना के लिए चयनित किए जाएंगे। और चरणबद्ध रूप से इस संख्या में वृद्धि करते हुए चौथे वर्ष तक इसे बढ़ाकर 58800 कर लिया जाएगा, 4 वर्ष की अवधि समाप्त होने पर यह अग्निवीर एक अनुशासित गतिशील अभिप्रेरित और कुशल कार्य बल के रूप में समाज के विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देने के लिए वापस लौटेंगे तथा सशस्त्र बल इन अग्नि वीरों को 4 वर्ष की अवधि की समाप्ति पर प्रति धारित करने या रोकने के लिए बाद भी नहीं होंगे। प्रत्येक अग्निवीर द्वारा अर्जित कौशल को प्रमाण पत्र के स्वरूप उसके परिचय में शामिल किया जाएगा जो आने वाले वर्षों में उसे लाभान्वित करेगा।
25% पूर्व अग्नि वीरों को शत शत सेनाओं में पुणे भर्ती करना
केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री भट्ट ने कहा कि 4 वर्ष की अवधि समाप्त होने पर संगठनात्मक आवश्यकताओं और सशस्त्र बलों द्वारा प्रख्यापित नीतियों के आधार पर इन अग्नि वीरों को सशस्त्र सेनाओं में आवेदन का अवसर प्रदान किया जाएगा। इन अग्नि वीरों का चयन पूरी तरह से केवल सरकार के क्षेत्र अधिकार होगा भारतीय सशस्त्र सेनाओं के नियमित काडर में चयनित इन उम्मीदवारों परअयोधि कार्मिकों की सेवा शर्तें लागू होंगी।
समाज एवं सशस्त्र सेनाओं के लिए फायदे
केंद्रीय मंत्री श्री भट्ट ने बताया कि अग्निपथ योजना समाज के ऐसे प्रतिभाशाली युवाओं को आकर्षित करके एक अवसर प्रदान करेगी जो वर्दी धारण करने के इच्छुक हैं, एवं समसामयिक प्रौद्योगिकी ट्रेडर्स से वाकिफ है। तथा समाज को कुशल अनुशासित एवं प्रेरित जन शक्ति प्रदान करते हैं, सशस्त्र सेनाओं के लिए यह योजना हमारी सशस्त्र सेनाओं के युवा प्रोफाइल में इजाफा करेगी एवं जोश व जज्बे की नई लहर का संचार करने के साथ-साथ प्रौद्योगिकी कौशल वाली सशस्त्र सेनाएं बनने की दिशा में परिवर्तनकारी पहल भी होगी जो निसंदेह समय की मांग है।
अन्य देशों के मॉडल
श्री भट्ट ने बताया कि महान दार्शनिक चिंतक चाणक्य ने कहा था दूसरों की गलतियों से सीखो, जिंदगी इतनी लंबी नहीं थी उन सभी गलतियों को स्वयं से किया जाए, हमने संयुक्त राज्य अमेरिका एवं रूस जैसे बड़े देशों द्वारा अपनाई जा रही भर्ती प्रक्रिया का अध्ययन किया है। हमने इजराइल जैसे देशों के संबंध में भी अध्ययन किया है, जिनको अपने पड़ोसी देशों से निरंतर संघर्ष चलता रहता है। हमारी सिक्योरिटी डायनॉमिक्स में संगत देशों के होने के नाते चीन के मॉडल का भी अध्ययन किया है,, तथा हमने फ्रांस, यूके, जर्मनी जैसे देशों के संबंध का भी अध्ययन किया है। अपने सदस्य मॉडल विकसित करने के लिए हमने इन सभी देशों से सर्वश्रेष्ठ भर्ती प्रक्रिया को चुना है।
अग्निपथ योजना का वित्तीय प्रभाव
केंद्रीय मंत्री श्री भट्ट ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत भर्ती किए गए उम्मीदवारों को 4.62 लाख पहले साल और चौथे साल में 6.92 लाख रुपए हैं। इसके अलावा रिस्क और हार्डशिप वर्दी यात्रा भत्ते भी प्रदान किए जाएंगे। 4 वर्ष की सेवा अवधि पूरे होने पर सभी अग्नि वीरों को एकमुश्त सेवा निधि पैकेज प्रदान किया जाएगा। जिसमें उनका अंशदान और उस पर अर्जित ब्याज तथा सरकार की ओर से भी अंशदान एवं ब्याज की समान राशि शामिल होगी सेवा निधि पैकेज आय कर मुक्त होगा। अग्नि वीरों के लिए एक लिबरल मृत्यु एवं अश्क्कता पैकेज की व्यवस्था भी की गई है।
अग्नीपथ योजना में रोजगार निर्माण की क्षमता
केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री अजय भट्ट ने बताया कि अग्निपथ योजना में रोजगार निर्माण की क्षमता है। क्योंकि इस योजना को लागू होने के पांचवें वर्ष के साथ ही अग्नि वीरों की भर्ती में वृद्धि होगी ,अग्नि वीरों में से 75% अग्निवीर अपनी संबंधित सेवा अवधि की समाप्ति पर कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय द्वारा जारी अग्निवीर कौशल प्रमाण पत्र जिसमें उनके कौशल एवं योग्यता का उल्लेख होगा सहित समाज में वापस शामिल होंगे। यहां अर्जित कौशल एवं अनुभव के आधार पर वह भारतीय समाज के विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा कर सकेंगे जैसे कि इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार उपकरणों का रखरखाव मरम्मत का क्षेत्र स्टोर प्रबंधन, लेखा, इंजीनियरिंग, कौशल ड्राइविंग, शारीरिक, फिटनेस नेतृत्व इत्यादि रहेंगे।
श्री भट्ट ने कहा कि यह योजना विस्तृत रूप से भारतीय समाज और विशेष रूप से भारतीय सशस्त्र सेनाओं के लिए एक ऐतिहासिक घटना साबित होगी। इस योजना से आत्मनिर्भर भारत के राष्ट्रीय दृष्टिकोण को भी संभल मिलेगा हमारी सेना की गौरवपूर्ण विरासत और आज के नौजवानों के मिलाप से हमारी भारतीय सेना एक सशक्त और अपराजेय बल बन जाएगी। हमारे पास आर्थिक व जनसंख्या बल है अब हम केवल हमारी सुरक्षा हमारे मूल्यों एवं हमारी गरिमा और हमारी प्रतिष्ठा की रक्षा और हमारे राष्ट्र हितों को सर्वोपरि रखने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति एवं दृढ़ संकल्प सामूहिक प्रदर्शन की आवश्यकता है। यह एक बड़ा रूपांतर कारी बदलाव होगा। इसकी सफलता की जिम्मेदारी स्वीकार्यता और इसके कार्यान्वयन पर निर्भर करती है।
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