जुमे की नमाज को लेकर उत्तर प्रदेश में प्रशासन अलर्ट है। पश्चिमी यूपी के मेरठ, बरेली, मुरादाबाद, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर आदि क्षेत्रों में प्रशासन को सख्ती बरतने के निर्देश दिए गए हैं। सभी जिलों में पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है।
पिछले दो हफ्तों से जुमे की नमाज के बाद हो रही पत्थरबाजी की घटनाओं के बाद यूपी सरकार ने सभी जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को सख्ती बरतने के आदेश दिए हैं। संवेदनशील इलाकों में रैपिड एक्शन फोर्स और पीएसी के साथ पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने फ्लैग मार्च किया है।
मेरठ के आईजी प्रतिंदर सिंह ने बताया कि कानून हाथ में लेने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। हमने सभी मस्जिदों के इमाम, शहर के मौलवियों से आग्रह किया है कि वो हालात को सामान्य बनाने में मदद करें। पुलिस ने हर शहर में पिछले घटनाक्रम की वीडियो फुटेज निकाल लिए हैं, जिनके जरिए आरोपियों की पहचान की जा रही है। सहारनपुर, मुजफ्फरनगर में विभिन्न संस्थाओं के उलेमाओं ने ये अपील भी जारी की है कि लोग नमाज पढ़ने घर के पास मस्जिद तक आए और नमाज पढ़कर घर जाएं ।
सहारनपुर के एसएसपी आकाश तोमर ने कहा है कि पिछली बार के उपद्रव में 225 लोगों को पहचान लिया गया है, जिनमें से 84 पकड़े गए हैं और 100 से ज्यादा के यहां दबिश दी जा चुकी है। इनके घरों के बारे में जांच की जा रही है कि इनके मकान गैर कानूनी तरीके से तो नहीं बने हैं? इन पर एसडीए अपनी कार्रवाई करेगा। उन्होंने बताया कि इमरान और मसूद ने लोगों को भड़काया। साथ ही मुजम्मिल और वाकिर युवकों ने यू-ट्यूब चैनल के जरिए लोगों को उत्तेजित किया इसके भी साक्ष्य मिल गए हैं।
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