भद्रवाह और किश्तवाड़ में तनाव के बाद सोमवार को लगातार पांचवें दिन कर्फ्यू जारी रहा। इसी बीच रामबन जिले में हालात सामान्य होते ही वहां ब्रॉडबैंड और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं हैं।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एहतियात के तौर पर डोडा और किश्तवाड़ जिले के कई अन्य इलाकों में निषेधाज्ञा के तहत सख्त प्रतिबंध जारी रहे लेकिन बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों को वैध पहचान और प्रवेशपत्र दिखाने पर आने-जाने की अनुमति दी गई। एहतियात के तौर पर डोडा और किश्तवाड़ दोनों जिलों में अभी भी ब्रॉडबैंड व इंटरनेट सेवाएं बंद रखी गई हैं।
उन्होंने बताया कि किश्तवाड़ में भी शांति बनी हुई है। कर्फ्यू के दौरान किसी भी तरह की कोई घटना नहीं हुई लेकिन एहतियात के तौर पर इलाके में प्रतिबंध लगाए गए हैं। शरारती तत्वों पर लगातार नजर रखी जा रही है।
इसी बीच रामबन जिले में पिछले दो दिनों में पाबंदियों के दौरान शांतिपूर्ण माहौल रहा। रामबन में रविवार को ही पाबंदियां हटा दी गई थी और सोमवार को स्थिति की समीक्षा के बाद ब्रॉडबैंड और इंटरनेट सेवाएं दोबारा बहाल कर दी गई।
अधिकारी ने बताया कि भद्रवाह में अभी भी लोगों को सड़कों पर उतरने से मना किया जा रहा है। सुरक्षाकर्मी विभिन्न इलाकों में लोगों से लगातार कर्फ्यू के दौरान घरों से बाहर न निकलने की अपील कर रहे हैं। हालांकि बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों को वैध पहचान और प्रवेशपत्र दिखाने पर परीक्षा केंद्रों पर जाने की इजाजत दी गई।
भद्रवाह के अलावा किश्तवाड़ शहर के साथ लगते डोडा जिले के डोडा, गंदोह और ठाठरी कस्बों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू की गई है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
डोडा, किश्तवाड तथा रामबन में बढ़ते तनाव को देखते हुए 09 जून को कर्फ्यू लागू करने के साथ यहां इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया था। रामबन में सोमवार को इंटरनेट सेवाएं बहाल कर कर दी गई हैं। जबकि डोडा, किश्तवाड तथा भद्रवाह में अभी बंद हैं।
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