कैपिटल हिल हिंसा के पीछे थे ट्रंप, अमेरिकी जांच समिति की रिपोर्ट
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

कैपिटल हिल हिंसा के पीछे थे ट्रंप, अमेरिकी जांच समिति की रिपोर्ट

जांच समिति का कहना है कि संसद भवन पर वह हिंसक हमला शायद तख्तापलट की कोशिश में किया गया था, क्योंकि ट्रम्प 2020 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में हार गए थे

by WEB DESK
Jun 11, 2022, 04:30 pm IST
in विश्व
कैपिटल हिल पर हुए उपद्रव का दृश्य (फाइल चित्र)

कैपिटल हिल पर हुए उपद्रव का दृश्य (फाइल चित्र)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

अमेरिकी संसद की जांच समिति ने यह रिपोर्ट पेश करके अमेरिका के राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी है कि गत वर्ष 6 जनवरी को अमेरिकी संसद भवन कैपिटाल हिल पर हुए हिंसक हमले के पीछे तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प जिम्मेदार थे। यह समिति अमेरिकी राजनीति के इतिहास में हुई उसी ऐतिहासिक हिंसक घटना की जांच के लिए गठित की गई थी।

इसी समिति ने तमाम जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है। उसने सीधे सीधे तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रम्प को उक्त घटना का जिम्मेदार कहा है। जांच समिति का कहना है कि संसद भवन पर वह हिंसक हमला शायद तख्तापलट की कोशिश में किया गया था, क्योंकि ट्रम्प 2020 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में हार गए थे और चाहते थे कि चुनाव के नतीजे किसी तरह बदल दिए जाएं।

इस मामले की जांच करने वाली इस समिति ने इस दौरान की गई सुनवाई का खुलासा करते हुए बताया है कि ट्रंप चुनाव में घपला होने की बातें उड़ा रहे थे और बार—बार झूठ बोल रहे थे। वह हमला जो बाइडेन की जीत में बाधा डालने की खुलेआम कोशिश का नतीजा था। बेशक, वह हमला अमेरिका के लोकतंत्र पर आंच लाने की कोशिश के तौर पर देखा गया था। जांच समिति ने सुनवाई के दौरान कई वीडियो रिकॉर्ड किए और रिपोर्ट के साथ वे जारी भी किए हैं।

समिति की सुनावाई में डेमोक्रेटिक सांसद और समिति के अध्यक्ष बेनी थॉमसन का कहना था, ‘6 जनवरी तख्तापलट की उस कोशिश का आखिरी दिन था। वह बेशर्म कोशिश दंगाइयों ने 6 जनवरी को तख्तापलट करने के लिए की ​थी।’ उनका साफ कहना है कि वह दंगा कोई अचानक हुआ हादसा नहीं था।

थॉमसन का यह भी कहना है कि इस सुनवाई से अमेरिकियों की कैपिटल हिल पर हुए हमले को लेकर राय नहीं बदलने वाली, लेकिन समिति की जांच का मकसद है इसे सार्वजनिक रिकॉर्ड में दर्ज करना। अमेरिका में मध्यावधि चुनाव से पहले और ट्रंप की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए फिर से चुनाव लड़ने की इच्छा जताने के बीच समिति की अंतिम रिपोर्ट का मकसद है 1814 से अब तक कैपिटल हिल पर हुए बेहद हिंसक हमलों का पूरा ब्योरा तैयार करना और साथ ही यह भी पक्का करना कि ऐसे हमले फिर न दोहराए जाएं।

समिति के सामने रखे गए रिकार्ड सार्वजनिक किए गए, इनमें ये देखने में आया कि कैसे ट्रंप चुनाव में धांधली होने के अपने दावे पर आमादा थे। इतना ही नहीं, 6 जनवरी 2020 को उनके समर्थक उस वक्त कैपिटल हिल के सामने इकट्ठे थे, जिस वक्त संसद चुनाव नतीजों पर मुहर लगाने जा रही थी। यह सब तब हो रहा था जब ट्रंप के आसपास वाले उन्हें बता रहे थे कि जो बाइडन चुनाव जीत लिया है।

कैपिटल हिल पर जब वह उपद्रव हुआ तब वहां मौजूद पुलिस अधिकारी कैरोलिन एडवर्ड ने अपनी गवाही में कहा कि उस समय ‘युद्ध जैसा नजारा’ था। उसने कहा, ‘यह ऐसा था जैसा फिल्मों में दिखता है। आंखों पर यकीन नहीं आ रहा था। ​मैं जमीन पर गिर पड़ी थेी और मेरे शरीर से खून रिस रहा था। मैं लोगों के खून की वजह से फिसल गई थी। वह संहार था। अराजकता के हालात थे।’

उल्लेखनीय है कि उस घटना में करीब 100 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। इतना ही नहीं, दंगे में और उसके बाद करीब 9 लोगों की मौत हुई थी। लेकिन अब इसमें दिलचस्प मोड़ आया है क्योंकि ट्रंप अब भी अपने पहले वाले रुख पर कायम हैं। उन्होंने यह जांच रिपोर्ट खारिज कर दी है। उन्होंने तो सोशल मीडिया पर यहां तक कह दिया है कि 6 जनवरी की घटना ‘हमारे देश के इतिहास के महान आंदोलनों में से एक है।

Topics: violenceamericajobidendonald trumpcapitolhillparliamentcouptrumpreportinvestigationus
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

एलन मस्क ने ‘अमेरिकन पार्टी’ की घोषणा करते हुए कहा कि अमेरिका अब एक “यूनिपार्टी” बन चुका है जहां डेमोक्रेट और रिपब्लिकन, दोनों ही आम जनता की आवाज़ को अनसुना कर रहे हैं।

इधर ‘बिग ब्यूटीफुल’ पास, उधर ‘अमेरिकन पार्टी’ के साथ मस्क कूदे मैदान में, राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, ‘ये मूर्खता है’!

BRICS trump tarrif threat

BRICS-2025: कौन हैं वो 11 देश जिन्हें ट्रंप ने दी 10% एक्स्ट्रा टैरिफ की धमकी

Texas Flood death toll rises

टेक्सास में भीषण बाढ़: 80 की मौत, 28 बच्चे शामिल, 41 लोग लापता

Elon Musk launches America Party

मस्क का सियासी दांव: लॉन्च किया अपना दल ‘अमेरिका पार्टी’, क्या बदल पाएंगे राजनीति?

Russia ukraine War

रूस-यूक्रेन युद्ध: चार साल बाद भी नहीं थम रही जंग, ट्रंप ने पुतिन को ठहराया जिम्मेदार

अमेरिका में क्वाड के मंच पर विचार रखते भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर।

QUAD: क्या है क्वाड? क्या करता है? चीन को चिढ़ क्यों?

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वाले 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies