कोलकाता से सटे हावड़ा में इंटरनेट सेवा बंद और कर्फ्यू लगने के बावजूद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने लगातार तीसरे दिन शनिवार को जमकर हिंसा की। हावड़ा के पांचला बाजार इलाके में सुबह के समय सैकड़ों की संख्या में सड़कों पर उतरे मुसलमानों ने आगजनी, तोड़फोड़ और दुकानों में लूटपाट शुरू कर दी। मौके पर तैनात पुलिस की टीम को घेरकर चारों ओर से पत्थर मारे गए। इसमें पुलिस के कई जवान घायल हुए हैं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त संख्या में पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे और हल्के बल प्रयोग के बाद आंसू गैस के गोले दागे लेकिन फिर भी हिंसा रोकी नहीं जा सकी।
हिंसा का जो वीडियो सामने आया है, उसमें देखा जा सकता है कि चारों ओर से घिरे पुलिस कर्मियों पर मुस्लिम समुदाय के लोग पत्थरबाजी कर रहे हैं। पुलिस वाले इधर से उधर भागते नजर आ रहे हैं।
पैगंबर मोहम्मद पर निलंबित भाजपा नेता की टिप्पणी के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। पश्चिम बंगाल में गत गुरुवार से ही मुस्लिम सड़कों पर उतर गए थे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए चेतावनी दी थी कि बंगाल में उग्र प्रदर्शन नहीं होना चाहिए लेकिन शुक्रवार को भी दिनभर हावड़ा और कोलकाता के विभिन्न हिस्सों में हिंसा, आगजनी, तोड़फोड़, लूटपाट और पुलिस पर पथराव हुआ। हावड़ा के कई इलाकों में पुलिसकर्मियों पर बमबारी भी की गई। इसके बाद देर शाम जिलाधिकारी ने कर्फ्यू की घोषणा की। रात होते-होते पूरे जिले में इंटरनेट सेवा 13 जून तक के लिए निलंबित कर दी गई। बावजूद इसके शनिवार को एक बार फिर हिंसा भड़की है।
राज्यपाल का सुझाव – सेना मोर्चा संभाले
हावड़ा जिले में मुस्लिम समुदाय के उग्र प्रदर्शन, तोड़फोड़ और भाजपा दफ्तरों में आगजनी की घटनाओं को रोकने में स्थानीय पुलिस की भूमिका पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सवाल खड़ा किया है। उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव को हालात को संभालने के लिए आर्मी अथवा केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती का सुझाव दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है। शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ को पत्र लिखकर कहा था कि दंगाइयों ने राज्य के राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया है और सड़कों पर करीब 10 हजार गाड़ियां और एक लाख से अधिक लोग फंसे हुए हैं। हंगामा करने वालों ने लोगों के घरों में आगजनी, दुकानों में लूट, तोड़फोड़ और भाजपा दफ्तरों में आग लगा दी है। उलूबेरिया और रघुदेवपुर के भाजपा दफ्तर को आग के हवाले कर दिया गया है। अनुरोध है कि राज्य के हालात को संभालने के लिए राज्यपाल आर्मी अथवा केंद्रीय बलों की तैनाती की सिफारिश करें। उसी के मुताबिक राज्यपाल ने मुख्य सचिव को मैसेज भेजा और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से शुक्रवार रात 10:00 बजे तक ही जवाब मांगा था लेकिन कोई जानकारी नहीं दी गई है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को पुलिस ने हिरासत में लिया, प्रिजन वैन में बैठा कर रखा
मुस्लिम समुदाय के उग्र प्रदर्शन और भाजपा दफ्तरों में आगजनी वाले स्थल पर जा रहे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजुमदार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। जिले में कर्फ्यू लागू होने का जिक्र कर पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर प्रिजन वैन में बैठा लिया है। उनके साथ प्रदेश और हावड़ा के कई शीर्ष नेता भी बैठे हुए हैं। एक सूत्र ने बताया है कि हावड़ा टोल प्लाजा के पास पुलिस ने चारों ओर से बैरिकेडिंग कर बलपूर्वक सांसद सुकांत मजुमदार को प्रिजन वैन में बैठा दिया। हालांकि उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। इसकी वजह है कि सुकांत मजुमदार की सुरक्षा में केंद्रीय बलों के जवान तैनात हैं और उनका कहना है कि पुलिस अगर मजुमदार को ले जाना चाहती है तो उन्हें एक मेमोरेंडम फॉर्म भरना होगा जिसमें इस बात की सहमति देनी होगी कि सांसद को उन्होंने स्वस्थ स्थिति में गिरफ्तार किया है और उसके बाद की जिम्मेवारी उनकी है। आरोप है कि केंद्रीय बलों के जवानों की ओर से यह शर्त रखे जाने के बाद पुलिस ने सुकांत मजुमदार और उनके समर्थकों को एक घंटे से अधिक समय से प्रिजन वन में बैठा कर रखा है। गिरफ्तार भी नहीं कर रहे हैं और लेकर भी नहीं जा रहे हैं। वहां ना तो पानी पीने की व्यवस्था है और ना ही कोई और व्यवस्थाएं है। पार्टी का कहना है कि सांसद के विशेषाधिकार का हनन किया जा रहा है जिसके खिलाफ आंदोलन होगा। शनिवार सुबह के समय ही पुलिस ने सुकांत मजुमदार के घर के सामने अवरोधक लगा दिए थे। हालांकि बाद में वह अपने समर्थकों के साथ घर से बाहर निकले और पुलिस रोक-टोक को दरकिनार कर हावड़ा के लिए रवाना हो गए थे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को किया नजरबंद
प. बंगाल में पिछले तीन दिनों से जारी हिंसक घटनाओं के बीच शनिवार को पुलिस ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को घर में नजरबंद कर दिया है। इसकी जानकारी खुद मजूमदार ने दी है। उन्होंने ट्विटर पर कुछ तस्वीरें डाली हैं, जिनमें उनके घर को पुलिसकर्मी घेरकर खड़े हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सवाल पूछते हुए कहा है कि दीदी आप दंगाइयों को रोकने में विफल रही हैं। मुझे घर में नजरबंद करने की बजाय बंगाल में शांति व्यवस्था बहाल करने के लिए काम करिए। मजूमदार ने ट्विटर पर लिखा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर बंगाल पुलिस ने मुझे हाउस अरेस्ट कर लिया है। दीदी बंगाल की संपत्ति को नष्ट करने और राज्य में शांति भंग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत है ना कि भाजपा नेताओं को नजरबंद करने की। आपका रुख उन्हें राज्य को जलाने के लिए ईंधन दे रहा है। ममता बनर्जी दंगाइयों को काबू करने में विफल रही हैं। बंगाल के विभिन्न स्थानों से हम जो दृश्य देख रहे हैं वह बहुत ही चिंताजनक है। ममता बनर्जी से अनुरोध है कि दंगाइयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें और तुष्टिकरण बंद करें।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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