ज्येष्ठ अष्टमी के अवसर पर बुधवार को लगभग 18 हजार कश्मीरी हिन्दुओं और श्रद्धालुओं ने सुप्रसिद्ध माता खीर भवानी मंदिर में दर्शन किए। हर साल, ज्येष्ठ अष्टमी के दिन तुलमुल्ला (गांदरबल) में माता खीर भवानी मंदिर परिसर में खीर भवानी मेला आयोजित किया जाता है। जम्मू और कश्मीर के विभिन्न भागों से श्रद्धालु यहाँ पवित्र मंदिर में दर्शन करने आते हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी ज्येष्ठ अष्टमी के अवसर पर कश्मीरी हिन्दुओं को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि “सभी को, विशेष रूप से कश्मीरी पंडित बहनों और भाइयों को, ज्येष्ठ अष्टमी की बधाई। हम माता खीर भवानी से सभी की भलाई और समृद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं।”
Greetings to everyone, especially my Kashmiri Pandit sisters and brothers on Jyeshtha Ashtami. We pray to Mata Kheer Bhawani for everyone’s well-being and prosperity.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 8, 2022
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने भी कश्मीरी हिन्दुओं को ज्येष्ठ अष्टमी की बधाई देते हुए कहा कि ज्येष्ठ अष्टमी मां खीर भवानी की आराधना का विशेष पर्व है। इस पावन पर्व पर सभी कश्मीरी पंडित भाई-बहनों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं और मां खीर भवानी के चरणों में नमन कर देश की उन्नति व समृद्धि की प्रार्थना करता हूं।
‘ज्येष्ठ अष्टमी’ माँ खीर भवानी की आराधना का विशेष पर्व है।
इस पावन पर्व पर सभी कश्मीरी पंडित भाइयों-बहनों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ और माँ खीर भवानी के चरणों में नमन कर देश की उन्नति व समृद्धि की प्रार्थना करता हूँ: गृह मंत्री श्री @AmitShah— गृहमंत्री कार्यालय, HMO India (@HMOIndia) June 8, 2022
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कश्मीरी हिंदू समुदाय को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि “यह शुभ अवसर धार्मिक जीवन, प्रेम, करुणा और सद्भाव का उत्सव है। आइए हम माता खीर भवानी से प्रार्थना करें कि वह हमें धर्म के मार्ग पर ले जाएं और हमारी भूमि को शांति, सुख और समृद्धि प्रदान करें।
Heartiest greetings to the people, especially Kashmiri Pandit community on the auspicious occasion of Jyeshtha Ashtami. Let us pray to Mata Kheer Bhawani to guide us in the path of righteousness and blesses our land with peace, happiness and prosperity.
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) June 8, 2022
खीर भवानी कश्मीरी पंडितों की कुल देवी मानी जाती हैं, जिनकी वहां बहुत मान्यता है। ज्येष्ठ अष्टमी कश्मीरी पंडित के लिए अत्यधिक धार्मिक महत्व रखती है। एक पवित्र झरने के ऊपर बने माता खीर भवानी मंदिर की धार्मिक पवित्रता का दुनिया भर के कश्मीरी हिंदू भक्तों के बीच एक विशेष आध्यात्मिक महत्व है। वर्षों से खीर भवानी मेला कश्मीर में सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे का प्रतीक बना हुआ है। । वर्ष 2020 और 2021 में कोविड के कारण यहाँ आयोजन नहीं हो पाया था। हाल ही में टारगेट किलिंग की घटनाओं को देखते हुए इस वर्ष सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किये गए थे। स्वयं उपराज्यपाल मनोज सिन्हा इसकी निगरानी कर रहे थे।
दिन भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। शाम की आरती के समय लगभग 2,500 कश्मीरी पंडित भक्तों ने भाग लिया। इस वर्ष श्रीनगर एयरपोर्ट, टूरिस्ट रिसेप्शन सेंटर, डल लेक साइड नेहरू पार्क, शंकराचार्य मंदिर, शिवपोरा, बीबी कैन्ट, इंदिरा नगर आदि क्षेत्रों में (जहां हिंदू समुदाय बड़ी संख्या में रहते हैं) से खीर भवानी मंदिर तक मुफ्त बस सेवा भी चलाई गई। श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी ना हो, इसका रखा गया पूरा ध्यान। मंदिर परिसर के समीप यात्रियों के वाहनों के लिए पार्किंग की सुविधा प्रदान करवाई गई। सभी उपयुक्त स्थानों पर मोबाइल यूरिनल की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। कई गैरसरकारी संगठनों और नागरिक समाज ने भी मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्हील चेयर और अन्य सहायता प्रदान करने की व्यवस्था की थी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष स्वास्थ्य जांच स्टॉल भी लगाए गए, जहां कई श्रद्धालुओं ने परामर्श लिया।
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