मस्क ने अब तक कई बार फर्जी खातों के बारे में ट्विटर से जानकारी मांगी, ताकि इस बात का आकलन हो सके कि ट्विटर के कुल 229 मिलियन खातों में से कितने फर्जी हैं। लेकिन ट्विटर ने उन्हें यह जानकारी अब तक उपलब्ध नहीं कराई है
पिछले दिनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर को खरीदने को लेकर सुर्खियों में आए एलन मस्क ने एक हैरान करने वाला कदम उठाने की घोषणा करके सबको हैरत में डाल दिया है। मस्क का आरोप है कि बार—बार मांगने के बाद भी ट्विटर कंपनी उन्हें फर्जी खातों के बारे में पूरी जानकारी नहीं दे रही है। एलन मस्क की तरफ से कल उनके वकीलों ने ट्विटर के नाम लिखे एक पत्र में सौदा रद्द करने की चेतावनी दी।
अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसके साथ ही साफ कर दिया है कि सौदे में इस माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर के सहयोग न करने की सूरत में वे 44 अरब डॉलर की अपनी पेशकश से पीछे हट सकते हैं। प्राप्त समाचारों के अनुसार, मस्क ने ट्विटर आरोप लगाया है कि इस कंपनी ने अपने फर्जी उपभोक्ता खातों का डाटा छिपाया है। समाचार एजेंसी एपी की खबर है कि मस्क ने ट्विटर की तरफ से उन्हें स्पैम बॉट खातों यानी फर्जी खातों के बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध न कराने का आरोप लगाया है।
उल्लेखनीय है कि टेस्ला और स्पेस एक्स जैसी महारथी कंपनियों के सीईओ एलन मस्क द्वारा अपने वकीलों की तरफ से भेजा गया ये पत्र सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज कमीशन में ट्विटर की कल की फाइलिंग में जोड़ा गया है। बता दें कि इस पत्र के अनुसार, एलन मस्क ने गत 9 मई से अब तक कई बार फर्जी खातों के बारे में ट्विटर से जानकारी मांगी, ताकि इस बात का आकलन हो सके कि ट्विटर के कुल 229 मिलियन खातों में से कितने फर्जी हैं। लेकिन ट्विटर ने उन्हें यह जानकारी अब तक उपलब्ध नहीं कराई है।
एलन मस्क ट्विटर के साथ हुए सौदे को एकतरफा तरीके से रद्द या स्थगित नहीं कर सकते हैं। लेकिन मस्क का कहना है कि बेशक ऐसा कर सकते हैं। कहा यह भी जा रहा है कि अगर वे इस सौदे से पलटते हैं तो उन्हें एक अरब डॉलर की ‘ब्रेक-अप फीस’ भी देनी पड़ सकती है। इस विवाद के चलते कल बाजार खुलने के साथ ही ट्विटर के शेयरों की कीमत में 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने में आई है।
मस्क के वकीलों द्वारा भेजे गए उस पत्र में लिखा है कि एलन मस्क के जानकारी मांगने पर ट्विटर ने सिर्फ अपनी जांच की प्रक्रिया के बारे में बताने की हामी भरी है। लेकिन पत्र के अनुसार, इस हामी का मतलब है कि ट्विटर मस्क द्वारा मांगा गया डाटा देने से मना कर रही है। जबकि एलन मस्क डाटा चाहते हैं ताकि वे अपने हिसाब से उसको जांच सकें। मस्क ट्विटर के जांच के तरीके को ढीला-ढाला मानते हैं। वकीलों द्वारा भेजे पत्र में लिखा गया है कि ट्विटर के साथ हुए हाल के पत्र-व्यवहार के आधार पर मस्क को अंदेशा है कि गत अप्रैल में किए गए विलयन के समझौते के तहत उन्हें जानकारी हासिल करने का अधिकार है, लेकिन ट्विटर वह अधिकार देने को तैयार नहीं है, बल्कि उनकी राह में बाधा डालने का काम किया जा रहा है।
दूसरी तरफ ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल कहते हैं कि उनकी कंपनी का अंदाजा हमेशा से यही रहा है कि ट्विटर पर फर्जी खाते महज 5 फीसदी हैं। ट्विटर अपने बॉट यानी फर्जी खातों का अंदाजा अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन के साथ भी अनेक वर्ष से साझा करती आ रही है, जिसमें यह बात भी है कि उसका अंदाजा सही आंकड़े की तुलना में काफी कम भी हो सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि एलन मस्क ट्विटर के साथ हुए सौदे को एकतरफा तरीके से रद्द या स्थगित नहीं कर सकते हैं। लेकिन मस्क का कहना है कि बेशक ऐसा कर सकते हैं। कहा यह भी जा रहा है कि अगर वे इस सौदे से पलटते हैं तो उन्हें एक अरब डॉलर की ‘ब्रेक-अप फीस’ भी देनी पड़ सकती है। इस विवाद के चलते कल बाजार खुलने के साथ ही ट्विटर के शेयरों की कीमत में 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने में आई है।
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