वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग को लेकर बीजेपी प्रवक्ता निघत अब्बास ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मैं शिया मुसलमान हूं और कोई भी व्यक्ति आंख बंद करके बता देगा कि वह शिवलिंग है। उन्होंने कहा कि मैं तो कहती हूं कि किसी मौलाना की आंख में पट्टी बांधकर वहां बैठा दीजिए जिसे पता न हो कि ज्ञानवापी में क्या है। फिर उससे छूकर बताने को कहिए कि वह क्या है? मौलाना एकदम से हाथ हटाकर कहेगा अल्लाह। तौबा कर देगा क्योंकि वह समझ जाएगा कि उसने तो शिवलिंग को हाथ लगा दिया।
निघत ने शिवलिंग को फव्वारा बताने वाले लोगों से ऐसा कराने को कहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि ये लोग ऐसा नहीं कराएंगे क्योंकि इन्हें पता कि वो शिवलिंग है। एक चैनल को साक्षात्कार देते हुए बीजेपी प्रवक्ता निघत अब्बास ने ज्ञानवापी परिसर के बारे में कहा कि कोई भी व्यक्ति आंख बंद करके बोल देगा कि वह शिवलिंग है। इस दौरान उन्होंने मुसलमानों पर भी जमकर निशाना साधा। निघत ने कहा कि इन्हें बड़ा मजा आता है अय्याशी करने में, महिलाओं की जिंदगी दूभर करने में और बच्चे पैदा करके उन्हें छोड़ देने में। मुझे इस मजे से दिक्कत है।
निघत अब्बास ने शिवलिंग को फव्वारा बताने वालों को कहा कि इन्होंने न कभी अल्लाह का इस्लाम माना, न ही देश की सरकार को माना है। निघत ने कहा कि जो लोग कहते हैं कि खून की नदियां बह जाएंगी, ये लोग बहाते आएं हैं। आज नहीं पहले से ये लोग दंगे फसाद करते आए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हिंदुस्तान में रहकर अगर आप शिवलिंग और फव्वारे में अंतर नहीं बता सकते तो आपसे बड़ा जाहिल कोई नहीं है। उन्होंने ट्वीट भी किया, ‘शिवलिंग को फ़व्वारा बताने वाले, एक बार बिना तौबा करे उस फ़व्वारे का बोसा लेकर दिखाएं तो हम मान लेंगे कि वो शिवलिंग नहीं है।’
शिवलिंग को फ़व्वारा बताने वाले, एक बार बिना तौबा करे उस फ़व्वारे का बोसा ले कर दिखाएँ तो हम मान लेंगे की वो शिवलिंग नहीं है। 😁😁 pic.twitter.com/t0NkkzYhqc
— Nighat Abbass🇮🇳 (@abbas_nighat) June 4, 2022
निघत अब्बास ने कहा कि हिंदू औरतों के पतियों को मारकर आप उनके साथ बच्चे पैदा करें, ताकि आने वाली पुस्ते मुसलमानों की हों और मुसलमानों की तादात बढ़े। ऐसे में इन्हें बदनाम करने की जरूरत है। मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाना जायज नहीं है। उन्होंने कहा कि औरंगजेब शौचालय बनवाए गए, ये आज की जरूरत है।
निघत अब्बास ने कहा कि शरीयत में तो चार शादियां और तीन तलाक भी जायज नहीं है। शरीयत में हलाला तो कहीं से कहीं तक भी नहीं है। शरीयत में न जाने क्या-क्या नहीं हैं। उन्होंने कहा कि बड़ी घनौनी चीज होती है कि चाचा के, ताऊ के, मौसी के, बुआ के बच्चों से शादी करना। निघत अब्बास का यह बयान सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।
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