प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ड्रोन कॉन्क्लेव में जब ये कहा कि वह केदारनाथ में चल रहे कामों पर ड्रोन कैमरे की मदद से बराबर नजर रखते हैं। इसके बाद से उत्तराखंड शासन के अधिकारियों में हलचल और तेज हो गई है। मुख्य सचिव हर पखवाड़े बदरी-केदार में चल रहे कार्यों की समीक्षा कर अपनी रिपोर्ट पीएमओ भेज रहे हैं। खबर है कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से हर पंद्रह दिन में बदरी-केदार के कामों की रिपोर्ट मांगी जा रही है। प्रधानमंत्री स्वयं इसमें रुचि ले रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से जब भी उनका संवाद होता है, वह बदरी-केदार के कार्यों के बारे में पूछना नहीं भूलते।
मुख्य सचिव डॉ. एस एस संधू ने सचिवालय में केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों एवं बदरीनाथ धाम मास्टर प्लान की एक बार फिर से समीक्षा की, जबकि वह पिछले हफ्ते ही बदरीनाथ और केदारनाथ में मौके पर जाकर कार्य प्रगति देख कर आए थे। मुख्य सचिव ने आज बैठक में केदारनाथ में चल रहे कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने हेतु तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्माण सामग्री की आपूर्ति एवं ट्रांसपोर्टेशन पर ध्यान देने को कहा।
कार्यों को निर्धारित समय सीमा पर पूर्ण करने हेतु श्रमिकों को बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि श्रमिक को रहने और भोजन की समस्या न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। उनके बिलों का समय से भुगतान भी करने को कहा। उन्होंने निर्माण सामग्री की आपूर्ति एवं भंडारण की उचित व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।
संधू ने बदरीनाथ के मास्टर प्लान की भी समीक्षा की और कहा कि समय पर काम निपटाएं क्योंकि यहां काम करने के लिए छह से आठ माह ही मिलते हैं। चार माह ये क्षेत्र बर्फ से ढका रहता है। बैठक में प्रमुख सचिव आर के सुधांशु, सचिव दिलीप जावलकर एवं अरविंद सिंह ह्यांकी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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