शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद बुधवार को काशी पहुंचे। ज्ञानवापी मामले पर उन्होंने कहा कि पूरी काशी ही शिवलिंग है। जब शिवजी ने जगत का निर्माण किया तो उस समय खुदा का नाम भी कहीं नहीं था। सभी के पूर्वज सनातनी थे। निर्विवाद को विवाद न बनाया जाए। वेद और पुराण हमारे पहले से हैं। मक्का में मक्केश्वर महादेव हैं। मुसलमानों को समझना चाहिए कि उनके पूर्वजों ने मानवता, सामाजिकता और धर्म का हनन किया। उनको अपना आदर्श न माने बल्कि शालीनता का परिचय देते हुए हमारे साथ मिलकर चलें। उनके पूर्वजों ने जो अतिक्रमण किया उसको गंभीरता से समझें। अयोध्या की तरह ही काशी में भव्य मंदिर का निर्माण होगा। हमारी भविष्यवाणी कभी गलत नहीं होती।
शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद ने कहा कि उनके कहने से थोड़ी हो जाएगा। जो साक्ष्य मिला है, उसको स्वीकार करना चाहिए। जो उनके पूर्वजों ने किया उसी मार्ग पर नहीं चलना चाहिए। अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है। सभी राम भक्तों के लिए इससे बड़ी खुशी कुछ हो ही नहीं सकती।
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