विदेश मंत्रालय ने भारत और चीन के बीच सीमा संबंधी संवाद और समन्वय प्रक्रिया (डब्लयूएमसीसी) की 24वीं बैठक के बाद एक बयान जारी कर जानकारी दी है कि भारत और चीन के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा से जुड़े मुद्दों पर शीघ्र ही बैठक करेंगे। इस बैठक में भारत की ओर से अतिरिक्त सचिव (पूर्व एशिया) और चीन की ओर से विदेश मंत्रालय ने सीमा और समुद्री विभाग के महानिदेशक ने भाग लिया। बैठक में इस बात पर सहमति बनी की वास्तविक नियंत्रण रेखा पर टकराव के बिन्दुओं से सैनिकों को पूरी तरह से हटाने का लक्ष्य हासिल करने के लिए दोनों देशों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की 16वीं बैठक शीघ्र ही आयोजित की जाएगी। यह बैठक मौजूदा द्वपक्षीय समझौतों और सहमति के आधार पर होगी।
विदेश मंत्रालय की विज्ञप्ति में यह भी कहा गया कि दोनों देशों के अधिकारियों की बैठक में पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा की मौजूदा स्थिति के बारे में विचार विमर्श किया गया। दोनों पक्ष इस बात पर सहमत थे कि वे विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश मंत्री वांग यी के बीच हुई वार्ता के अनुरूप कूटनीतिक और सैन्य माध्यमों से विचार-विमर्श जारी रखेंगे ताकि वास्तविक नियंत्रण रेखा के बकाया मुद्दों का समाधान हो सके और द्विपक्षीय संबंध सामान्य बन सकें। बैठक में दोनों पक्षों ने विदेश मंत्रियों के बीच पिछले वर्ष नवंबर में हुई बैठक पर गौर किया, जिसके बाद दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच 14वीं और 15वीं बैठक हुई थी। चीन के विदेश मंत्री ने इस वर्ष मार्च में भारत का दौरा किया था तथा विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ बैठक की थी।
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