भू-माफिया यशपाल तोमर और उत्तराखंड के प्रभावशाली नौकरशाहों के संबंध सामने आने के बाद मेरठ प्रशासन ने ईडी को पत्र लिख कर तोमर की संपत्तियों की जांच करने के लिए अनुरोध किया है। यशपाल तोमर की 153 करोड़ की संपत्ति यूपी में और 50 करोड़ की संपत्ति उत्तराखंड में कुर्क है। इसके अलावा कई और स्थानों पर भी अवैध रूप से कब्जाई जमीन भी मेरठ प्रशासन की निगाह में आई है।
दादरी चिटहेरा गांव की 200 बीघा जमीन की अपराधिक जांच को मेरठ और नोएडा प्रशासन ने फिलहाल हाई कोर्ट के स्थगन आदेश के बाद रोक दिया है। इस जमीन को लेकर उत्तराखंड के तीन नौकरशाहों और एक नेता का नाम सामने आया था। जिनके खिलाफ गिरफ्तारी की कार्रवाई भी रोक दी गई थी।
मेरठ प्रशासन ने अब ईडी को चिट्ठी लिख कर ये अनुरोध किया है कि वो यशपाल तोमर और उसके साथ जुड़े लोगों की संपत्ति जांच अपने स्तर से कर ले। यशपाल तोमर पर अभी आठ मामले यूपी में दर्ज हैं और गैंगस्टर की कार्रवाई भी की गई है, जबकि उत्तराखंड की हरिद्वार पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जेल भेजा था, जिसमे उसके खिलाफ दिल्ली के एक कारोबारी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
माना जा रहा है कि दादरी जमीन मामले को छोड़कर मेरठ प्रशासन अन्य जमीनी मामले की तफ्तीश को तेज कर रही है इसी क्रम में उसने ईडी को सभी दस्तावेज पत्र के साथ प्रेषित कर दिए हैं।
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