परमहंस दास ने की प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट समाप्त करने की मांग, प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तर प्रदेश

परमहंस दास ने की प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट समाप्त करने की मांग, प्रधानमंत्री को लिखा पत्र

अयोध्या जनपद में तपस्वी छावनी के परमहंस दास ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 को समाप्त करने की मांग की है।

by लखनऊ ब्यूरो
May 27, 2022, 03:28 pm IST
in उत्तर प्रदेश
परमहंस दास

परमहंस दास

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

अयोध्या जनपद में तपस्वी छावनी के परमहंस दास ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 को समाप्त करने की मांग की है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि कांग्रेस के समय बने इस कानून को समाप्त कर दिया जाए और देश की जनता के हितों को ध्यान में रखते कानून बनाया जाए, जिससे समान आचार संहिता, गोरक्षा, जनसंख्या नियंत्रण आदि राष्ट्र हित के विषयों को कानूनी दायरे में लाया जा सके। परमहंस दास गत दिनों ताजमहल में प्रवेश न मिलने के कारण चर्चा में आए थे।

उल्लेखनीय है कि प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट वर्ष 1991 में लागू किया गया था। एक्ट के अनुसार 15 अगस्त 1947 से पहले पूजा स्थल की स्थिति में बदलाव नहीं किया जा सकेगा। इसका उल्लंघन करने पर जुर्माना और तीन साल तक के कारावास का प्रावधान है। यह एक्ट उस समय के प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव ने पारित कराया था। यह एक्ट इसलिए पारित कराया गया था क्योंकि उस समय राम जन्म भूमि का मुद्दा काफी गर्माया हुआ था।

बता दें कि 18 अगस्त 2021 को राखी सिंह समेत पांच महिलाओं ने न्यायालय में याचिका देकर श्रृंगार गौरी के नित्य दर्शन पूजन की मांग की थी। साथ ज्ञानवापी परिसर में विग्रहों की सुरक्षा की भी मांग की थी। जिसको लेकर जनवरी 2022 में अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी द्वारा प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 का हवाला देते हुए कहा गया कि मुकदमा सुनवाई योग्य नहीं है। इसी बिंदु पर वाद की पोषणीयता को लेकर वाराणसी जनपद में सुनवाई चल रही है। मुस्लिम पक्ष की ओर से यही दलील दी गई कि वहां कोई शिवलिंग नहीं है।

Topics: ज्ञानवापी मामलाप्लेस ऑफ वर्शिप एक्टपरमहंस दासपरमहंस दास का बयानPlace of Worship ActParamhans Dasstatement of Paramhans DasGyanvapi case
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Allahabad high court

उत्तर प्रदेश में 582 जजों का तबादला: ज्ञानवापी मामले के जस्टिस रवि कुमार भी शामिल

ज्ञानवापी परिसर में अतिरिक्त सर्वे की मांग खारिज, उच्च न्यायालय में याचिका दायर करेगा हिंदू पक्ष

Gyanvapi matter court

ज्ञानवापी: हिंदू पक्ष की याचिका खारिज, तहखाने के ऊपर होती रहेगी नमाज, मरम्मत पर भी रोक

ज्ञानवापी परिसर

ज्ञानवापी : वैज्ञानिक विधि से सर्वे की मांग, अगली सुनवाई 18 सितम्बर को

उत्तर प्रदेश : ज्ञानवापी प्रकरण में सर्वे का आदेश देने वाले जज की बढ़ेगी सुरक्षा, जानिए क्या है कारण

ज्ञानवापी

ज्ञानवापी : प्राचीन मूर्ति स्वयंभू लॉर्ड विश्वेश्वरनाथ वाद में सुनवाई पूरी, आदेश सुरक्षित

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान की पंजाब में आतंकी साजिश नाकाम : हथियार, हेरोइन और ड्रग मनी के साथ दो गिरफ्तार

महाराणा प्रताप: हल्दीघाटी की विजयगाथा और भारत के स्वाभिमान का प्रतीक

लेफ्टिनेंट जनरल एमके दास, पीवीएसएम, एसएम
**, वीएसएम (सेवानिवृत्त)

‘वक्त है निर्णायक कार्रवाई का’ : पाकिस्तान ने छेड़ा अघोषित युद्ध, अंतिम निष्कर्ष तक पहुंचाएगा भारत

पाकिस्तान के मंसूबों का मुंहतोड़ जवाब देती भारत की वायु रक्षा प्रणाली, कैसे काम करते हैं एयर डिफेंस सिस्टम?

काशी विश्वनाथ धाम : ‘कोविलूर टू काशी’ शॉर्ट फिल्म रिलीज, 59 सेकेंड के वीडियो में दिखी 250 साल पुरानी परंपरा

उत्तर-दक्षिण भारत के सांस्कृतिक सेतु

पश्चिमी कृपा का आनंद लेने वाला पाकिस्तान बना वैश्विक आतंकवाद का केंद्र : मेलिसा चेन

कुमार विश्वास ने की बलूचिस्तान के आजादी की प्रार्थना, कहा- यही है पाकिस्तान से छुटकारा पाने का सही समय

‘ऑपरेशन सिंदूर’ युद्ध नहीं, भारत की आत्मा का प्रतिकार है : जब राष्ट्र की अस्मिता ही अस्त्र बन जाए!

यह युद्ध नहीं, राष्ट्र का आत्मसम्मान है! : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने ऑपरेशन सिंदूर को सराहा, देशवासियों से की बड़ी अपील

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies