आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त कश्मीर का अलगाववादी नेता यासीन मलिक गुनाहों की सजा भुगतेगा। दिल्ली की स्पेशल एनआईए कोर्ट ने टेरर फंडिंग के मामले में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई है। कोर्ट के इस फैसले को लेकर बलिदानी रवि खन्ना की पत्नी निर्मल खन्ना ने संतोष व्यक्त किया है। खन्ना ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जजों ने अपने विवेक से मलिक को जो सजा सुनाई है उसका वह स्वागत करती हैं। कोर्ट के जज उनसे अधिक समझदार हैं कुछ सोचकर ही उन्होंने मलिक को उम्र कैद की सजा दी है।
गौरतलब है कि वर्ष 1990 में यासीन मलिक ने आतंकवादियों के साथ मिलकर वायु सेना के तीन अधिकारियों पर हमला किया था। इसमें वायुसेना अधिकारी स्क्वैड्रन लीडर रवि खन्ना भी बलिदान हो गए थे। निर्मल खन्ना मलिक के फांसी की मांग कर रही थीं।
सेना ने पत्थरबाजों को भेजा बिल में
प्रतिबंधित आतंकी संगठन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के मुखिया यासीन मलिक को दिल्ली की कोर्ट में टेरर फंडिंग के मामले में बुधवार को उम्रकैद की सजा सुनाई गई। इससे उसके समर्थकों ने कश्मीर घाटी के कुछ हिस्सों में बंद रखा। शरारती तत्वों द्वारा कश्मीर घाटी की शांति को भंग करने की आशंका के चलते प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक कड़ा कर दिया गया है। जम्मू में भी जगह-जगह विशेष नाके लगाए गए हैं। सेना, पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। यासीन के घर पर ड्रोन से नजर रखी जा रही है।
लाल चौक के कुछ हिस्सों सहित मैसूमा और आसपास के इलाकों में ज्यादातर दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद करा दिए गए हैं। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर में सुरक्षाबलों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है। इसी बीच कश्मीर के युवाओं को आतंकवाद की राह पर धकेलने वाले यासीन मलिक के कुछ समर्थकों ने हताशा में बुधवार को सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी और नारेबाजी की, लेकिन सुरक्षाबलों द्वारा तुरंत उनसे निपट लिया गया। यासीन के घर के समीप ही समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि ‘तुम कितने यासीन मारोगे, हर घर से यासीन निकलेगा’।
हालांकि प्रशासन की ओर से यासीन मलिक के मैसूमा स्थित घर सहित आसपास के इलाकों में एहतियात के तौर पर पुलिस के जवान, सीआरपीएफ और अर्द्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। इसके अलावा यासीन के घर पर नजर रखने के लिए ड्रोन की भी मदद ली जा रही है। कश्मीर के आईजी के विजय कुमार ने कहा कि कश्मीर में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। कश्मीरी युवा यह समझ चुके हैं कि उनको गलत मार्ग पर ले जाया गया है। यही वजह है कि इस समय कश्मीर की हर जगह और बाग पर्यटकों से भरे पड़ी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह का कहना है कि प्रदेश के प्रत्येक जिलों में सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं। सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों में भी चौकसी को और अधिक बढ़ा दिया गया है।
कश्मीर घाटी के अलावा जम्मू संभाग के सीमावर्ती क्षेत्रों सहित शहरभर में सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। प्रत्येक नाकों पर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक बढ़ा दिया गया है। जम्मू के नगरोटा से लेकर सिदड़ा, पंजतीर्थी मार्ग पर विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों सहित सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया है। प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों सहित अन्य अतिसंवेदनशील स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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