राष्ट्रीय साप्ताहिक पत्रिका पाञ्चजन्य और ऑर्गनाइजर के 75 वर्ष पूरे होने पर दिल्ली के द अशोक होटल में रविवार को पाञ्चजन्य-ऑर्गनाइजर मीडिया महामंथन 2022 का आयोजन हुआ। इसमें हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से पांचजन्य के संपादक हितेश शंकर ने संवाद किया। मुख्यमंत्री ने कई सवालों के जवाब दिए। उन्होंने न केवल हिमाचल प्रदेश के विकास का मॉडल पेश किया, वहीं नई योजनाओं के बारे में जानकारी भी दी। पेश है बातचीत के अंश।
सवाल : आप मीडिया में ज्यादा नहीं दिखते। सारा ध्यान अपने काम को देते हैं। सादगी के साथ परिवार के लिए समय कैसे निकालते हैं?
जवाब : हिमाचल एक शांतिप्रिय राज्य है। यहां राजनीतिक लोग भी सहज व सरल होते हैं। हम लोगों की सेवा करने आए हैं। हमारा सारा ध्यान काम पर है। मीडिया से संबंध अच्छे हैं, लेकिन हर बात को खबर बनाना हमारे स्वभाव में नहीं है।
सवाल : आम आदमी पार्टी हर बात को मीडिया में खबर बनाकर हिमाचल की राजनीति में पहुंच गई। आप ‘फ्री’ की राजनीति के भविष्य को कैसे देखते हैं? आपके पास इसकी काट है क्या?
जवाब : आम आदमी पार्टी जैसी पार्टियों का राजनीतिक सफर ज्यादा नहीं है। उनका कोई वैचारिक आधार नहीं है। ‘फ्री’ का आकर्षण ज्यादा दिन तक नहीं टिक पाएगा। थोड़ी देर के लिए किसी व्यक्ति को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं। लोगों का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश करते हैं। दिल्ली के हालात अलग हैं, पंजाब के अलग हैं। हिमाचल के लिए चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। ये सब की बस की बात नहीं है। सांस चढ़ते-चढ़ते ही फूल गई है। उन्हें अभी तक अपनी पार्टी का अध्यक्ष नहीं मिल पाया है। वह प्रयत्न करें, इसमें कोई बुरी बात नहीं है। हिमाचल का स्वभाव अलग है। हिमाचल के लोग तीसरी पार्टी को स्वीकार नहीं करेंगे।
सवाल : आपके पांच काम जिससे राज्य में बदलाव आए हैं ?
जवाब : हेल्थकेयर सेक्टर में केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना के अलावा राज्य की मुख्यमंत्री स्वास्थ्य देखभाल योजना, जिसके तहत इलाज के लिए तहत 5 लाख रुपए तक की आर्थिक मदद की जाती है। अब तक 33,100 लोग इस योजना का लाभ उठा सके हैं। ऐसे ही केंद्र की उज्ज्वला योजना के अलावा राज्य सरकार ने अपनी योजना के तहत हर घर में गैस कनेक्शन को सुनिश्चित किया है। हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है, जहां हर घर में गैस कनेक्शन है। इसी के साथ जो लोग कैंसर, लकवा, किडनी, मस्तिष्क से जुड़ी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं और बिस्तर से उठने की हालत में नहीं हैं। ऐसे लोगों को हमारी सरकार 3,000 रुपए प्रति माह की आर्थिक मदद कर रही है। हमारी सरकार द्वारा गरीब परिवार की बेटियों को उनके विवाह पर 31,000 रूपए शगुन योजना के तहत दिए जाते हैं। महिला सशक्तिकरण पर सीएम ने कहा कि हिमाचल पहला राज्य है जिसने पंचायती राज में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया है।
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